दक्षेस गान
दक्षेस गान जो आठ दक्षिण एशियाई देशों के लिए एक प्रस्तावित क्षेत्रीय गान है।[1] अफगानिस्तान , बांग्लादेश , भूटान , भारत , मालदीव , नेपाल , पाकिस्तान और श्रीलंका इस दक्षेस के सदस्य हैं। इस गान रचनाकार भारतीय राजनयिक और कवि अभय कुमार हैं। वें नेपाल स्थित भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव (प्रेस, सूचना एवं संस्कृति) के रूप में तैनात हैं। अभय कुमार ने दक्षेस गान को मूलत: हिंदी में लिखा है लेकिन अब इसका अनुवाद सात अन्य दक्षेस राष्ट्रों की मातृभाषा में किया हैं।[2][3] इस गान को लिखकर अभय कुमार ने दक्षेस देशों में परस्पर सहयोग की भावना को और पुष्ट करने की कोशिश की हैं।[4]
गान में दक्षेस के सभी आठ देशों- नेपाल, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव, श्रीलंका और भूटान की भाषाओं का इस्तेमाल किया गया है। [5] दक्षेस गान को सर्वप्रथम नेपाल से प्रकाशित हिन्दी मासिक ‘हिमालिनी’ नामक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। [6][7]
हिमालय से हिन्द तक, इरावती से हिन्दकुश, महावेलि से गंगा तक, सिन्धु से ब्रह्मपुत्र
लक्षद्वीप, अण्डमान, एवरेष्ट, आदम्स पीक काबुल से थिम्पू तक, माले से रंगून
दिल्ली–ढाका, कोलम्बो काठमाण्डू, इस्लामावाद हर कदम साथ–साथ, हर कदम साथ–साथ
उर्दू, बर्मी, धीवेही, हरकदम साथ–साथ अपनी अपनी पहचान, अपने–अपने अरमान
शान्त की बात–बात, हर कदम साथ–साथ, हर कदम साथ–साथ, हर कदम साथ–साथ, हर कदम
"मैं समझता हूं कि दक्षिण एशियाई देशों द्वारा समान रूप से गाया जा सकने वाला दक्षेस गान एक गहरी दक्षिण एशियाई भावना और भाईचारे के विकास के लिए उत्प्रेर right;"|अभय कुमार (दक्षेस गान के रचयिता) इसके वर्तमान अदयस एस्ला स्वाल वेराकुन सन्दर्भसंपादित करें
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