पाचन एंजाइम यांत्रिक पाचन के बाद भोजन के रासायनिक विघटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये एंजाइम प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा जैसे अणुओं को अवशोषण व् पाचन करते हैं, उन्हें मुँह , पेट, अग्न्याशय और ग्रहणी के विभिन्न भागों में अवशोषण योग्य अणुओं में तोड़ते हैं। पाचन एंजाइम जटिल भोजन पदार्थों को सरल, अवशोषण योग्य अणुओं में तोड़ने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण रक्तप्रवाह में हो सके। [1][2]

Diagram of the digestive enzymes in the small intestine and pancreas

मुंह में पाचक एंजाइम

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पाचन मुंह से शुरू होता है। चबाने (मास्टिकेशन) से भोजन का भौतिक विघटन होता है, जबकि लार के एंजाइम रासायनिक पाचन की शुरुआत करते हैं:

लिंगुअल लाइपेस:

  • वसा/लिपिड के पाचन की शुरुआत करता है।

लार एमाइलेज:

  • जिसे टायलिन भी कहा जाता है, कार्बोहाइड्रेट, विशेष रूप से पके हुए स्टार्च को सरल शर्करा में तोड़ता है।टायलिन एंजाइम सिर्फ मानव व् सूअर में पाया जाता है।

लायसोजाइम:

  • भोजन में मौजूद बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में सहायक होता है।[3]

लार ग्रंथियों के पाचक एंजाइम

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1. सीरस ग्रंथियाँ:

  • जैसे पैरोटिड ग्रंथि, पानी और एंजाइम से भरपूर स्राव उत्पन्न करती हैं।

2. मिश्रित ग्रंथियाँ:

  • जैसे उपजीभ और अधोजिह्वा ग्रंथियाँ, चिपचिपा और म्यूसिन से भरपूर स्राव उत्पन्न करती हैं।

आमाशय के पाचन एंजाइम

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पेट में, यांत्रिक और रासायनिक पाचन दोनों जारी रहते हैं:

1. पेप्सिन:

  • मुख्य कोशिकाओं द्वारा निष्क्रिय रूप में उत्पन्न होता है और पेट के अम्ल द्वारा सक्रिय होकर प्रोटीन को पेप्टाइड्स और अमीनो एसिड में तोड़ता है।

2. गैस्ट्रिक लाइपेस:

  • वसा के पाचन में योगदान देता है, विशेष रूप से नवजात शिशुओं में।

3. कैथेप्सिन एफ:

  • एक सिस्टीन प्रोटीज़ है जो प्रोटीन को तोड़ता है।

अग्न्याशय के पाचन एंजाइम

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अग्न्याशय का अंतःस्रावी और बहिर्स्रावी दोनों कार्य होते हैं, और इसका बहिर्स्रावी कार्य पाचन के लिए महत्वपूर्ण है:

1. डक्टल कोशिकाएँ:

  • बाइकार्बोनेट का उत्पादन करती हैं, जो ग्रहणी में प्रवेश करने वाले पेट के अम्ल को निष्क्रिय करती हैं।

2. एसिनर कोशिकाएँ:

  • निष्क्रिय एंजाइम (ज़ाइमोजन) का उत्पादन करती हैं, जो छोटी आंत में सक्रिय होकर पाचन कार्य करती हैं।[4]

प्रमुख अग्न्याशयी एंजाइमों में शामिल हैं:

ट्रिप्सिनोजेन:

  • ग्रहणी में सक्रिय होकर ट्रिप्सिन बनता है, जो प्रोटीन को तोड़ता है।

काइमोट्रिप्सिनोजेन:

  • सक्रिय होकर काइमोट्रिप्सिन बनता है, जो प्रोटीन को तोड़ता है।

कार्बोक्सिपेप्टिडेज:

  • कार्बोक्सिपेप्टिडेज एंजाइम प्रोटीन से अंतिम अमीनो एसिड को हटाता है।[5]

पैंक्रियाटिक लाइपेस:

  • पैंक्रियाटिक लाइपेस एंजाइम ट्राइग्लिसराइड्स को फैटी एसिड और मोनोग्लिसराइड में तोड़ता है।

एमाइलेज:

  • एमाइलेज एंजाइम स्टार्च और ग्लाइकोजन को सरल शर्करा में तोड़ता है।

न्यूक्लेज़:

  • न्यूक्लिक एसिड को न्यूक्लियोटाइड्स में तोड़ता है।[6]

ग्रहणी के पाचन एंजाइम

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ग्रहणी, छोटी आंत का पहला हिस्सा, सबसे अधिक एंजाइम गतिविधि वाला क्षेत्र होता है, जिसमें यहाँ उत्पन्न होने वाले हार्मोन और एंजाइम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

1. सेक्रेटिन:

  • बाइकार्बोनेट उत्पादन को उत्तेजित करता है।

2. कोलेसिस्टोकाइनिन (CCK):

  • पाचन एंजाइम और पित्त के स्राव को उत्तेजित करता है। [7]

3. गैस्ट्रिक इनहिबिटरी पेप्टाइड (GIP):

  • पेट की गति को धीमा करता है।

4. मोटिलिन:

  • पाचन तंत्र की गति को बढ़ाता है।

5. सोमैटोस्टेटिन:

  • विभिन्न पाचन प्रक्रियाओं को रोकता है।

छोटी आंत की परत पर कई ब्रश बॉर्डर एंजाइम होते हैं जो भोजन को अवशोषण योग्य अणुओं में तोड़ते हैं:[8]

माल्टेज:

  • माल्टोज को ग्लूकोज में परिवर्तित करता है।

लैक्टेज:

  • लैक्टोज को ग्लूकोज और गैलैक्टोज में तोड़ता है। लैक्टेज की कमी से लैक्टोज असहिष्णुता होती है।

सुक्रेज:

  • सुक्रोज को ग्लूकोज और फ्रुक्टोज में परिवर्तित करता है।[9]

ये पाचन तंत्र के विभिन्न चरणों में कार्य करते हैं, प्रत्येक एंजाइम का विशेष कार्य होता है, जो कुशल पाचन और समग्र स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है।[10]

संदर्भ सूची

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  1. Patricia, Justin J.; Dhamoon, Amit S. (2024). "Physiology, Digestion". StatPearls. StatPearls Publishing.
  2. Ianiro, Gianluca; Pecere, Silvia; Giorgio, Valentina; Gasbarrini, Antonio; Cammarota, Giovanni (2016-02). "Digestive Enzyme Supplementation in Gastrointestinal Diseases". Current Drug Metabolism. 17 (2): 187–193. PMID 26806042. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1389-2002. डीओआइ:10.2174/138920021702160114150137. पी॰एम॰सी॰ 4923703. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  3. Brown, Thomas A. "Rapid Review Physiology." Mosby Elsevier, 1st Ed. p. 235
  4. Bowen, R. [1] "Exocrine Secretion of the Pancreas"
  5. Pandol SJ. The Exocrine Pancreas. San Rafael (CA): Morgan & Claypool Life Sciences; 2010
  6. Brown, Thomas A. "Rapid Review Physiology." Mosby Elsevier, 1st Ed. p. 244
  7. Morino, P; Mascagni, F; McDonald, A; Hökfelt, T (1994). "Cholecystokinin corticostriatal pathway in the rat: Evidence for bilateral origin from medial prefrontal cortical areas". Neuroscience. 59 (4): 939–52. PMID 7520138. S2CID 32097183. डीओआइ:10.1016/0306-4522(94)90297-6.
  8. "Small Intestinal Brush Border Enzymes". मूल से 18 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 जून 2024.
  9. "Digestive Enzyme". अभिगमन तिथि 2024-06-23.
  10. "Digestive enzyme", Wikipedia (अंग्रेज़ी में), 2024-04-29, अभिगमन तिथि 2024-06-23