प्रकाश गूंज एक भौतिक परिघटना है जिसमें प्रकाश अपने स्रोत से दूर किसी सतह या वस्तु से परावर्तित होता है। यह ध्वनि से सम्बन्धित प्रतिध्वनि की परिघटना से मिलता-जुलता प्रभाव है, लेकिन क्योंकि प्रकाश की गति ध्वनि की गति से बहुत अधिक है इसलिए प्रकाश गूंज अधितर खगोलीय दूरियों पर ही प्रतीत होती है।

प्रतिबिम्बित प्रकाश मार्ग B लेता हुआ सीधे मार्ग A से बाद में लेकिन मार्ग C लेने वाले प्रकाश से पहले पहुँचता है। पृथ्वी से देखे जाने पर B और C तारे से बराबरी दूरी रखते हैं

उदाहरण के लिए किसी महानोवा से उत्पन्न होने वाली चमक दूर किसी खगोलीय धूल के बादल से प्रतिबिम्बित हो सकती है। यह प्रकाश गूंज किसी देखने वाले तक स्रोत से सीधा मार्ग लेकर पहुँचने वाले प्रकाश से अधिक देर लेकर पहुँचती है। ज्यामिति के कारण प्रकाश गूंज में प्रकाश से तेज़ गति का भ्रम हो सकता है।[1]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Bond, H. E.; एवं अन्य (2003). "An energetic stellar outburst accompanied by circumstellar light echoes". Nature. 422 (6930): 405–408. arXiv:astro-ph/0303513. PMID 12660776. डीओआइ:10.1038/nature01508. बिबकोड:2003Natur.422..405B.