प्रोफ़ेसर (1962 फ़िल्म)
प्रोफेसर 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसके निर्माता एफ. सी. मेहरा और निर्देशक लेख टंडन हैं। फिल्म में मुख्य भूमिकायें शम्मी कपूर, कल्पना और ललिता पवार ने निभाई हैं। फिल्म बॉक्स ऑफ़िस पर एक सफल फिल्म साबित हुई थी।[1] इस फिल्म को तमिल में नदिगन और कन्नड़ में गोपीकृष्ण नाम से बनाया गया था।
प्रोफ़ेसर | |
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निर्देशक | लेख टंडन |
लेखक | अबरार अल्वी |
निर्माता | एफ. सी. मेहरा |
अभिनेता |
शम्मी कपूर कल्पना ललिता पवार |
छायाकार | द्वारक दिवेचा |
संपादक | प्राण मेहरा |
संगीतकार | शंकर जयकिशन |
प्रदर्शन तिथि |
1962 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कथानक
संपादित करेंशम्मी कपूर प्रीतम नाम का एक युवक है जिसे अपनी मां के तपेदिक के उपचार के लिए एक नौकरी की सख्त ज़रूरत है। उसे एक युवती और दो स्कूली बच्चों को पढ़ाने का काम मिल सकता है पर उनकी अविभावक सीता देवी वर्मा की यह शर्त है कि शिक्षक कोई बुजुर्ग ही हो। प्रीतम बुजुर्ग का भेष धर कर नौकरी पा जाता है। युवती और सीता देवी वर्मा के बीच संबंध सामान्य नहीं हैं, क्योंकि युवती के माता पिता की मृत्यु हाल ही में हुई है और सीता देवी पर उसकी और दोनो बच्चों की जिम्मेवारी आ गयी है। प्रीतम युवक के रूप में युवती से प्यार करता है जबकि बुजुर्ग के रूप में सीता देवी से ठिठोली करता है।
निर्माता एफसी मेहरा, निर्देशक लेख टंडन, अभिनेता शम्मी कपूर और संगीत निर्देशक जोड़ी शंकर जयकिशन ने बाद में 1969 की फिल्म प्रिंस में एक साथ काम किया है
मुख्य कलाकार
संपादित करें- शम्मी कपूर - प्रोफेसर प्रीतम खन्ना
- कल्पना
- ललिता पवार - सीता देवी वर्मा
- परवीन चौधरी
- सलीम
- प्रतिमा देवी
- रशीद ख़ान
- बेला बोस
- रत्नमाला
- रतन गौरंग
- गोपाल
- टुन टुन
- इफ़्तेख़ार
संगीत
संपादित करेंगीत | गायक | गीतकार | टिप्पणी |
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"कोई आयेगा" | आशा भोंसले और लता मंगेशकर | कल्पना और परवीन चौधरी पर फिल्माया गया। | |
"ये उमर है" | आशा भोसले, उषा मंगेशकर और मन्ना डे | हसरत जयपुरी | शम्मी कपूर, कल्पना और परवीन चौधरी पर फिल्माया गया। |
"मैं चली मैं चली" | मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर | शैलेन्द्र | |
"ऐ गुलबदन" | मोहम्मद रफी | हसरत जयपुरी | |
"खुली पलक में झूठा गुस्सा" | मोहम्मद रफी | शैलेन्द्र | |
"आवाज दे कर हमें तुम बुलाओ" | मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी |
पुरस्कार और नामांकन
संपादित करें- Won: Filmfare Best Music Director Award - Shankar Jaikishan
- Nominated: Filmfare Award for Best Actor - Shammi Kapoor
- Nominated: Filmfare Award for Best Supporting Actress - Lalita Pawar
- Nominated: Filmfare Award for Best Lyricist - Hasrat Jaipuri for the song "Aye Gulbadan"
- Nominated: Filmfare Award for Best Male Playback Singer - Mohammed Rafi for the song "Aye Gulbadan"[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2012.
- ↑ "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 12 जून 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 सितंबर 2013.