"बाजपेयी" या "वाजपेयी" विशेष रूप से उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख उत्तर भारतीय ब्राह्मण उपनाम है| यह ब्राह्मणों के कान्यकुब्ज उपवर्ग में अवस्थी, दीक्षित, तिवारी, त्रिपाठी उप्रेती, अग्निहोत्री आदि उपनामों के साथ आता है| बाजपेयी व्यापक रूप से वाजपेयी के पर्याय समझा जाता उपनाम है।

बाजपेयी या वाजपेयी वो हैं जो वाजपेय यज्ञ करते हैं (यज्ञ)| वाजपेय यज्ञ का विशिष्ट धार्मिक एवं वैदिक महत्व है| यह सोमा यज्ञों का सबसे महत्वपूर्ण है| यज्ञ आमतौर पर उच्च स्तर और बड़े पैमाने पर किया जाता है|

भारतीय इतिहास के अध्ययन से पता चलता है कि सवाई जय सिंह ने कम से कम दो यज्ञ प्रदर्शन किये जो कि वैदिक साहित्य में "वाजपेय" तथा "अश्वमेध" नामों से वर्णित हैं| 'ईश्वरविलाश महाकाव्य' के अनुसार 'जय सिंह प्रथम वाजपेय यज्ञ किया और "सम्राट" सम्राट उपाधि धारण की| आधुनिक भारत में बाजपेयी लोगों ने अभिनय शिक्षा, साहित्य, कूटनीति, राजनीति में महत्वपूर्ण सम्मान अर्जित किया है|

दुनिया भर में बाजपेयी एक ही गोत्र, "उपमन्यु" से है और इसी नाम से एक ऋषि के वंशज माने जाते है| एक ही गोत्र के होने के कारण ये आपस में भाई और बहन माने जाते हैं और इनका आपस में विवाह नहीं किया जा सकता|

उल्लेखनीय बाजपेयी या वाजपेयी संपादित करें

इस उपनाम के साथ उल्लेखनीय व्यक्तियों में शामिल हैं:

  • आचार्य किशोरी दास वाजपेयी (15 दिसंबर 1895-11 अगस्त 1981) हिन्दी पाणिनि- हिन्दी शब्दानुशासन के रचयिता