ब्लैक लाइव्स मैटर
ब्लैक लाइव्स मैटर (अंग्रेज़ी: Black Lives Matter, अनुवाद. अश्वेत जीवन मायने रखता है) एक अंतरराष्ट्रीय[1] कार्यकर्ता समूह है। इसकी शुरुआत अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय ने की थी। वे श्वेत पुलिस अधिकारियों द्वारा अश्वेत लोगों के प्रति की जाने वाली हिंसा और प्रणालीगत नस्लवाद के खिलाफ हैं।
Black Lives Matter | |
नामकरण | अश्वेत लोग |
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स्थापना | १३ जुलाई २०१३ |
संस्थापक |
एलीशिया गार्ज़ा पैट्रीस कलोर्स आयो टोमेटी |
प्रकार | आंदोलनकारी संगठन |
वैधानिक स्थिति | चालू |
उद्देश्य | अश्वेत लोगों के प्रति हिंसा के विरुद्ध आंदोलन |
स्थान | |
आधिकारिक भाषा |
अँग्रेज़ी |
प्रमुख लोग |
शौन रिंग डरे मैककेस्सन जोनेटा एल्सी टेफ पो एरिका गार्नर |
जालस्थल |
blacklivesmatter |
इतिहास
संपादित करेंयह आंदोलन २०१३ में सोशल मीडिया पर हैशटैग #BlackLivesMatter (अनुवाद. #ब्लैक_लाइव्स_मैटर) के साथ शुरू हुआ था। इसकी शुरुआत ट्रेवॉन मार्टिन की हत्या के मामले में जॉर्ज ज़िमरमैन को निर्दोष घोषित किए जाने के बाद हुई। यह आंदोलन माइकल ब्राउन और एरिक गार्नर की हत्या के बाद निकले जूलूस के लिए प्रसिद्ध हो गया। इससे मिसौरी के फर्गुसन में दंगे और अशांति भड़क उठी। बाद में पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हुए।[2]
फर्ग्यूसन के विरोध प्रदर्शन के बाद ब्लैक लाइव्स मैटर के प्रतिभागियों ने अन्य अश्वेत अमेरिकियों की हत्याओं के विरुद्ध प्रदर्शन किया जैसे कि फ्रेडी ग्रे, सैंड्रा ब्लैंड, लाक्वान मैकडोनाल्ड, फिलांडो कैस्टिले और ऐल्टन स्टर्लिंग ।
२०२० में जॉर्ज फ्लॉयड विरोध प्रदर्शन के दौरान ब्लैक लाइव्स मैटर को अधिक व्यापक रूप से स्वीकारा गया। ब्लैक लाइव्स मैटर ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा के लिए सिएटल, वाशिंगटन के पुलिस विभाग के खिलाफ मुकदमा दायर किया।[3]
हाउवर्ड विश्वविद्यालय के थर्गुड मार्शल्ल नागरिक अधिकार केंद्र (अंग्रेज़ी: Thurgood Marshall Civil Rights Center) के कार्यकारी निदेशक जस्टिन हैंसफोर्ड ने कहा, "अब दुनिया के मिट रोमनी इसमें शामिल हो सकते हैं जबकि २०१४ में यह अकल्पनीय था। यह उन लोगों की छह साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है जो आंदोलन में हैं और उन्होंने इतनी चर्चाएँ की हैं जिन्होंने वास्तव में लोगों के दिल और दिमाग को बदल दिया है।" हैंसफोर्ड भी फर्ग्यूसन में एक कार्यकर्ता थे।[4]
आलोचना
संपादित करेंइस आंदोलन की आलोचना भी की गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स में डेरॉय मर्डॉक ने पुलिस द्वारा मारे गए अश्वेत लोगों की वास्तविक संख्या और ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन द्वारा इन हत्याओं का विश्लेषण करने के तरीके के बारे में भी सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, "लेकिन यह मानना कि अमेरिकी पुलिस निर्दोष अश्वेत लोगों को गोली मार रही है वर्तमान के सबसे बड़े और खतरनाक झूठों में से एक है"।[5] अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन के कुछ अश्वेत नेताओं ने ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन की रणनीति की आलोचना की।[6] अर्थशास्त्री ग्लेन लौरी ने अश्वेत लोगों के विरुद्ध पुलिस हिंसा पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में चेतावनी दी, कि दूसरा पक्ष इसका उपयोग केवल आंकड़े संकलित करने के लिए करेगा जिससे अश्वेत लोगों का प्रतिनिधित्व अधिक होगा। लौरी के अनुसार सामाजिक संरचनाओं में सुधार करना बेहतर होगा ताकि शरीर के रंग की परवाह किए बिना लोगों को लाभ मिल सके। उन्होंने जो उदाहरण दिए उनमें से एक प्रारंभिक आयु शिक्षा थी।[7]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Black Lives Matter Movement". CNN. अभिगमन तिथि Sep 24, 2016.
- ↑ "Black Lives Matter Movement Changes America". CBS News. अभिगमन तिथि Sep 24, 2016.
- ↑ Jack Brewster (June 10, 2020). "Seattle Protesters Take Over City Hall, Demand Mayor's Resignation". Forbes. अभिगमन तिथि June 11, 2020.
- ↑ Jose A. Del Real; Robert Samuels; Tim Craig (June 9, 2020). "How the Black Lives Matter movement went mainstream". Washington Post. अभिगमन तिथि June 11, 2020.
- ↑ Murdock, Deroy (2015-11-07). "Black Lives Matter's numbers are bogus". New York Post (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-05-02.
- ↑ "Longtime L.A. civil rights leaders dismayed by in-your-face tactics of new crop of activists". Los Angeles Times (अंग्रेज़ी में). 2015-10-30. अभिगमन तिथि 2021-05-02.
- ↑ Loury, Glenn (2015-11-06). "Loury: The political inefficacy of saying, 'Black lives matter'". Brown Daily Herald (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-05-02.