भारतीय सेना की आर्मर्ड कोर

राम बाबू तंवर

आर्मर्ड (बख्तरबंद) कोर भारतीय सेना के लड़ाकू हथियारों में से एक है। इसे ब्रिटिश राज के भारतीय बख्तरबंद कोर की दो-तिहाई संपत्ति और कर्मियों से 1947 में बनाया गया। वर्तमान में राष्ट्रपति के अंगरक्षकों सहित इसमें 63 बख्तरबंद रेजिमेंटों हैं। रेजिमेंटों के नामकरण भिन्न हैं। "कैवेलरी", "हॉर्स" और "लांसर्स" शब्द ,आजादी के बाद ली गयी इकाइयों में तिरस्कृत कर दिये गये। आर्मड कोर स्कूल और केंद्र अहमदनगर में है। परंपरा के रूप में, प्रत्येक बख्तरबंद रेजिमेंट का अपना "रेजिमेंट कर्नल" होता है जो रेजिमेंट की इकाई के मुद्दों की देखरेख करता है।

भारतीय सेना के आर्मर्ड दस्ते

भारतीय आर्म्ड कोर का प्रतीक चिह्न
सक्रिय1941 - वर्तमान
देशFlag of भारत भारत
शाखाभारतीय सेना
भूमिकाआर्मर्ड कॉम्बैट
विशालता64 आर्मर्ड रेजिमेंट्स

रेजिमेंट्स की सूची

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  • कैवेलरी ऑफिसर्स एसोसिएशन[2000] वीरता पुरस्कार परंपरा 1773-2000। महानिदेशक यंत्रीकृत बल, सेना भवन, नई दिल्ली -110001
  • द इंडियन आर्मर: भारतीय आर्मर्ड कोर का इतिहास 1941-1971 मेजर जनरल गुरचन सिंह संधू PVSM विज़न बुक्स (ओरिएंट पेपरबैक्स के साथ), नई दिल्ली, 1987, ISBN 81-7094-004-4
  • इज़्ज़त: ऐतिहासिक अभिलेख और भारतीय कैवेलरी रेजिमेंट का प्रतिमा विज्ञान 1750-2007 अशोक नाथ द्वारा। सशस्त्र बलों हिस्टोरिकल रिसर्च सेंटर, भारतीय संयुक्त सेवा संस्थान, नई दिल्ली।

बाहरी कड़ियाँ

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