मल्लीनाथ पशु मेला, तिलवाड़ा
यह पशु मेला भारतीय राज्य राजस्थान के बालोतरा ज़िला में आयोजित होता है। यह मेला वीर योद्धा रावल मल्लीनाथ की स्मृति में आयोजित होता है। विक्रम संवत १४३१ में मलीनाथ के गद्दी पर आसीन होने के शुभ अवसर पर एक विशाल समारोह का आयोजन किया [1] गया था जिसमें दूर-दूर से हजारों लोग शामिल हुए। आयोजन की समाप्ति पर लौटने के पहले इन लोगों ने अपनी सवारी के लिए ऊंट, घोड़ा और रथों के सुडौल बैलों का आपस में आदान-प्रदान किया तथा यहीं से इस मेले का उद्भव हुआ। इस मेले का संचालन पशुपालन विभाग ने सन १९५८ में संभाला। यह मेला प्रतिवर्ष चैत्र बुदी ग्यारस से चैत्र सुदी ग्यारस तक बालोतरा जिले के पचपदरा तहसील के के तिलवारा गांव में लूनी नदी पर लगता है इस पशु मेले में सांचोर की नस्ल के बैलों के अलावा बड़ी संख्या में मालानी नस्ल के घोड़े और ऊंठ की भी बिक्री होती है।[2]
तिलवाड़ा Tilwara | |
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निर्देशांक: 25°52′01″N 72°04′59″E / 25.867°N 72.083°Eनिर्देशांक: 25°52′01″N 72°04′59″E / 25.867°N 72.083°E |
मल्लीनाथ पशु मेला | |
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एक चित्र | |
आधिकारिक नाम | मल्लीनाथ पशु मेला |
अनुयायी | हिन्दू |
प्रकार | धार्मिक |
आरम्भ | चैत्र बुदी ग्यारस |
इन्हें भी देखें
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संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ पत्रिका. "मल्लीनाथ पशु मेले का आगाज". राजस्थान पत्रिका. मूल से 26 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितम्बर 2017.
- ↑ डिस्कवर इंडिया. "Mallinath Fair held in the Honor of King Rawal Malignant - India". मूल से 26 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितम्बर 2017.