मीनार-ए-पाकिस्तान
मीनार-ए पाकिस्तान (उर्दू: مینارِ پاکستان)(या मीनार पाकिस्तान)लाहौर में स्थित, पाकिस्तान की एक राष्ट्रीय स्मारक है[1] , सन 1968 में इसे पाकिस्तान की सार्वभौमिकता तथा स्वतंत्रता के बतौर प्रतीक बनाया गया था। इसे लाहौर में ठीक उसी जगह पर बनाया गया है जहां 23 मार्च 1940 में क़ायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना की अध्यक्षता में आयोजित ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की बैठक में ऐतिहासिक क़रारदाद-ए पाकिस्तान पारित हुआ था। इसे पाकिस्तान में यादगार पाकिस्तान भी कहा जाता है। यह लाहौर के इक़बाल पार्क में स्थित है। जब यह क़रारदाद पारित हुआ था, उस समय, इस पार्क को मिंटो पार्क कहते थे, जब लाहौर ब्रिटिश सल्तनत का हिस्सा था। आजकल इस पार्क को इकबाल पार्क के नाम पर किया जाता है।
मीनार-ए-पाकिस्तान مینارِ پاکستان | |
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सामान्य विवरण | |
अवस्था | पूर्ण |
प्रकार | सार्वजनिक स्मारक(राष्ट्रीय स्मारक) |
स्थान | लाहौर, पाकिस्तान |
निर्देशांक | 31°35′33″N 74°18′34″E / 31.59250°N 74.30944°Eनिर्देशांक: 31°35′33″N 74°18′34″E / 31.59250°N 74.30944°E |
निर्माणकार्य शुरू | 1960 |
निर्माण सम्पन्न | 1968 |
ऊँचाई | |
छत | 62 मीटर (203 फीट) |
योजना एवं निर्माण | |
वास्तुकार | नसीरुद्दीन मूरत खान |
संरचनात्मक अभियन्ता | अब्दुल रहमान खान नियाज़ी |
मुख्य ठेकेदार | मियां अब्दुल खालिक़ |
मीनार संरचना
संपादित करेंयह 18 एकड़ क्षेत्रविस्तार में फैला हुआ है। मीनार की कुल ऊंचाई 196 फीट है और मीनार के ऊपर जाने के लिए 324 सीढ़ियों हैं जबकि इसके अलावा आधुनिक लिफ्ट भी स्थापित की गई है। मीनार के निचले हिस्से पर फूल पत्तियों से सजा मशहाबहत रखता है। उसकी संगमरमर की दीवारों पर [[क़ुरान|कुरान की आयतों, मुहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा मोहम्मद इकबाल की बातें और पाकिस्तान की स्वतंत्रता का संक्षिप्त इतिहास उत्कीर्ण है। इसके अलावा करारदाद-ए-पाकिस्तान का पूरा पाठ भी उर्दू और बंगाली दोनों भाषाओं में इसकी दीवारों पर उत्कीर्ण किया गया है। मीनार पर जो सुलेख किये गये हैं वह हाफिज मोहम्मद यूसुफ सदीदी, सूफी खुर्शीद आलम, मुहम्मद सिद्दीक हीरा राशि, इब्ने प्रवीण राशि और मोहम्मद इकबाल के हैं।
मीनार ए पाकिस्तान के विभिन्न दृश्य | ||||
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सिफारिशी समिति
संपादित करेंइसके निर्माण के सिलसिले में 1960 में तत्कालीन राष्ट्रपति फील्ड मार्शल अय्यूब खान ने एक समिति का गठन किया था। और इसी समिति की स्वीकृत सिफारिशों और डिजाइन में इस मीनार की स्थापना हुई थी। मुख्तार मसूद भी इस समिति के प्रमुख सदस्य थे।
निर्माण
संपादित करेंइसका डिजाइन, वास्तुकार नस्र दीन मूरत खान ने तैयार किया। निर्माणकार्य मियां अब्दुल खालिक एंड कंपनी ने 23 मार्च 1960 में शुरू किया। और 21 अक्टूबर 1968 ई। में इसका निर्माण पूरा हुआ। इसके निर्माण की कुल लागत पा₹75 लाख थी[2]।
मीनार परिसर
संपादित करें- मीनार ए पाकिस्तान के परिसर में पाकिस्तान के राष्ट्रीय गान(क़ौमी तराना) के निर्माता हफीज जालंधरी का मज़ार भी है।
- मीनार-ए पाकिस्तान के आसपास सुंदर उद्यान, फव्वारे, हॉल और एक झील भी है।
- जून 1984 में एलडीए ने मीनारे पाकिस्तान को अपनी अधिकार में ले लिया था।
चित्रपट्टीका
संपादित करेंइन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Google maps. "Address of Minar-e-Pakistan". Google maps. मूल से 25 मई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 September 2013.
- ↑ Meral Murat Khan. "Remembrance: The man behind the masterpiece". Dawn. मूल से 4 अप्रैल 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 December 2012.
विकिमीडिया कॉमन्स पर Minar-e-Pakistan से सम्बन्धित मीडिया है। |
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