ललितपुर
ललितपुर (Lalitpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के ललितपुर ज़िले में स्थित एक नगर व नगरपंचायत है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2]
ललितपुर Lalitpur | |
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ललितपुर रेलवे स्टेशन | |
निर्देशांक: 24°41′N 78°25′E / 24.69°N 78.41°Eनिर्देशांक: 24°41′N 78°25′E / 24.69°N 78.41°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | ललितपुर ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,33,305 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, बुंदेली |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
विवरण
संपादित करेंललितपुर के उत्तर में झांसी, दक्षिण में सागर, पूर्व में मघ्यप्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर एवं शिवपुरी तथा पश्चिम गुना से सटा हुआ है। बेतवा, धसन और जमनी यहां की प्रमुख नदियां है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में देवगढ़, नीलकंठेश्ववर त्रिमूर्ति, रंछोरजी, माताटीला बांध और महावीर स्वामी अभ्यारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस जिले की स्थापना सत्रहवीं शताब्दी में बुंदेल राजपूत द्वारा की गई थी। 1891 से 1974 ई. तक ललितपुर जिला झांसी जिले का ही एक हिस्सा था।
प्रमुख स्थल
संपादित करेंदेवगढ़
संपादित करेंललितपुर से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगढ़ एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है। यह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित है। इस जगह पर गुप्त, गुर्जर प्रतिहार, गोंड, मुगल, बुंदल और मराठों के वंश के कई ऐतिहासिक स्मारक और किले आज भी मौजूद है। इसके अलावा यहां कई हिन्दू और जैन मंदिर भी स्थित है। देवगढ़ स्थित दशावतार मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला काफी खूबसूरत है। पहले इस मंदिर को उत्तर भारत के पंचयत्न मंदिर के नाम से जाना जाता था। इसके अतिरिक्त यहां एक देवगढ़ किला है। इस किले के भीतर 31 जैन मंदिर है। इन मंदिरों में सबसे सुंदर मंदिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ का मंदिर है। इन मंदिरों की सजावट चंदेल राजाओं ने हिन्दू चिन्हों से की जोकि बेहद खूबसूरत लगते हैं। इसके अलावा मंदिर की दीवारों पर प्रसिद्ध महाकाव्य महाभारत और रामायण के चित्र भी बने हुए है। यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय सितम्बर से मई है।
देवगढ़ तीर्थ
संपादित करेंललितपुर जिले में स्थित देवगढ़ तीर्थ प्रमुख जैन मंदिर है। यह मंदिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ को समर्पित है। यह मंदिर भारत के काफी पुराने जैन मंदिरों में से एक है। मंदिर में स्थित स्तम्भों पर 18 भिन्न-भिन्न भाषाओं में लिपियां लिखी हुई है। मंदिर में स्थित स्तम्भ यहां के आकर्षण के प्रमुख केन्द्र है।
महावीर स्वामी अभ्यारण
संपादित करेंललितपुर स्थित महावीर स्वामी अभ्यारण की स्थापना 1977 ई. में हुई थी। यह अभ्यारण पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पक्षियों के कई प्रजातियां देखी जा सकती है। कई जानवर जैसे तेंदुआ, नीलगाय, साम्भर, नीली बैल, लंगूर और बंदर आदि भी देखे जा सकते हैं। यह घूमने के लिए सबसे सही समय नवम्बर से अप्रैल है। इसके अतिरिक्त यहां वन्य विभाग द्वारा रहने के लिए रेस्ट हाउस की सुविधा भी उपलब्ध है।
माताटीला बांध
संपादित करेंमाताटीला बांध का निर्माण 1958 ई. में किया गया था। ललितपुर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह बांध लगभग बीस वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। व यहां पर सुंदर बाग भी है इसके निकट छोटे-छोटे पर्वत देखे जा सकते है जो इस जगह की खूबसूरती को और अधिक बढ़ाते हैं। यहां घूमने के लिए उचित समय जुलाई से फरवरी है।
नीलकंठेश्वर त्रिमूर्ति
संपादित करेंनीलकंठेश्वर मंदिर ललितपुर के दक्षिण में पाली नगर पंचायत के पास लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घने जंगलों के मध्य स्थित अत्यंत प्राचीन शिव त्रिमूर्ति मंदिर चंदेल शासन के समय का है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने परम शिव त्रिमूर्ति स्थित है। शिव त्रिमूर्ति में एक मुख्य लिंग स्थित है जिसकी की ऊंचाई 77 सेंटीमीटर और व्यास 1 फीट 30 सेंटीमीटर है।
रणछोड़ जी
संपादित करेंयह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित धौर्रा से लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर है। त्रिमूर्ति मंदिर के समीप यहां भगवान विष्णु और देवी माता की बेहतरीन मूर्तियां स्थापित है। इसके अलावा यहां प्राचीन समय के कई मंदिर स्थित है। कुछ समय पहले यह जगह सघन जंगलों से घिरी हुई थी। भौरट - बांध परियोजना का कार्य जारी किया जा रहा है जिसका आभी निर्माण का कार्य जारी नही किया जा रहा है जिसका कार्य अभी जारी नही किया जा रहा है
आवागमन
संपादित करें- वायु मार्ग
यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा ग्वालियर विमानक्षेत्र है। इस जगह से ललितपुर जिले की दूरी 213 किलोमीटर है। दिल्ली, इंदौर और मुम्बई से ग्वालियर के नियमित रूप से उड़ान भरी जाती है।
- रेल मार्ग
यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जखलोन (13 किलोमीटर) और ललितपुर (23 किलोमीटर) है। दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, भोपाल, मुम्बई और आगरा से ललिपुर रेल द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग
ललितपुर जिला सड़कमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
भूगोल
संपादित करेंललितपुर की स्थिति 24°41′N 78°25′E / 24.68°N 78.42°E पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 428 मीटर (1404 फीट).ललितपुर मध्य प्रदेश के तीन जिले टीकमगढ़ सागर व अशोकनगर से लगा है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975