लव मैरिज (1984 फ़िल्म)
लव मैरिज 1984 की मेहुल कुमार द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की पारिवारिक नाटक फ़िल्म है। इसमें अपनी शुरुआती फिल्मों में से एक में अनिल कपूर और मीनाक्षी शेषाद्रि मुख्य भूमिकाओं में हैं।[1]
लव मैरिज | |
---|---|
लव मैरिज का पोस्टर | |
निर्देशक | मेहुल कुमार |
निर्माता |
कादर कश्मीरी जगदीश सी. शर्मा इब्राहिम सूरती |
अभिनेता |
अनिल कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि, उत्पल दत्त, महमूद |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ |
14 दिसंबर, 1984 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंराजेश मेहरा (अनिल कपूर) अपने समृद्ध पिता (श्रीराम लागू) और माँ, सरिता का पुत्र है। उसके पिता ने उसकी शादी मालती से तय कर दी, जो कि उनके जैसे ही अमीर जगदीश कपूर की बेटी है। जब राजेश को यह सब बताया जाता है तो वह शादी करने से इंकार कर देता है क्योंकि मालती मानसिक रूप से अस्थिर है। एक बहस शुरू होती है और राजेश गुस्से में घर से चला जाता है। वह मुर्गीपालक माजिद कालिया (महमूद) से दोस्ती करता है और उसके एक कमरे में बिना किराए के रहता है। राजेश एक नाइट क्लब में गाना गाने लगता है। फिर उसकी मुलाकात अमीर ऋतु मफतलाल (मीनाक्षी शेषाद्रि) से होती है और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो जाता है। ऋतु के पिता उसके लिए एक अमीर लड़का चाहते हैं और उन्हें शादी करने की अनुमति देने से इनकार कर देते हैं।
इसलिए दोनों फिर भाग जाते हैं। वह शादी कर लेते हैं और ऋतु राजेश के साथ माजिद के कमरे में रहने लगती है। यह माजिद की पत्नी शबनम को अच्छा नहीं लगता है। वह दोनों को एक साथ रहने की अनुमति देने से इनकार कर देती है। उनकी हताशा को समझते हुए, माजिद उन्हें मैसूर के लिए दो टिकट देता है जहां वे एक-दूसरे के साथ समय बिता सकते हैं। एकमात्र समस्या यह है कि टिकट कौशल और उसकी बहन कामिनी तिवारी के नाम पर है। ये दोनों हिटलर जैसे जेलर (असरानी) द्वारा संचालित श्रीवास्तव घर में पहुंचते हैं। अराजकता तब पैदा होती है जब राजेश और ऋतु जेलर से भागने का फैसला करते हैं।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अनिल कपूर — राजेश मेहरा / कौशल तिवारी
- मीनाक्षी शेषाद्रि — ऋतु मफतलाल
- उत्पल दत्त — शंकर सिंह
- महमूद — माजिद कालिया
- सी एस दुबे — चौबे
- सत्येन्द्र कपूर — मोंटी मफतलाल
- श्रीराम लागू — मेहरा
- कानन कौशल — सरिता मेहरा
- असरानी — टी. टी. मुरारी श्रीवास्तव / जेलर
- अरुणा ईरानी — लीला 'लैला' श्रीवास्तव
- जगदीप — दूधवाला
- दिनेश हिंगू — रामाराव राघवेन्द्रराव
- अनूप कुमार — चौरंगी
संगीत
संपादित करेंसभी गीत हसरत जयपुरी द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
---|---|---|---|
1. | "अपना जीवन रेल की पटरी" | शब्बीर कुमार, अनुराधा पौडवाल | 7:56 |
2. | "बीसवीं सदी के हम लैला मजनूँ" | अमित कुमार, अलका याज्ञिक | 6:36 |
3. | "ई आब्बा डाब्बा डूबी डू" | विजय बेनेडिक्ट | 5:54 |
4. | "मुर्गीवालों अपनी मुर्गियाँ संभालों" | किशोर कुमार | 4:50 |
5. | "ओ नीली छतरीवाले" | शब्बीर कुमार, अनुराधा पौडवाल | 8:17 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "'जोशीले' अनिल को आज भी बेहद पसंद हैं मीनाक्षी शेषाद्री, पुरानी तस्वीर साझा कर लिख दी दिल की बात". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 17 जुलाई 2023.