वर्शम वर्ष 2004 की भारतीय तेलुगु-भाषा की रोमांटिक एक्शन फ़िल्म है, जिसका निर्देशन सोभन व निर्माण एम.एस. राजू द्वारा अपने सुमंत आर्ट प्रोडक्शंस के बैनर तले किया गया था। फ़िल्म में प्रभास, तृषा कृष्णन, और गोपीचंद ने अभिनय किया था। इसका संगीत देवी श्री प्रसाद द्वारा रचित था।[2]

वर्शम
निर्देशक सोभन
पटकथा एम.एस. राजू
परचुरी ब्रदर्स (संवाद)
कहानी वीरू पोटला
निर्माता एम.एस. राजू
अभिनेता प्रभास
तृषा कृष्णन
गोपीचंद
छायाकार स. गोपाल रेड्डी
संपादक के वी कृष्णा रेड्डी
संगीतकार देवी श्री प्रसाद
निर्माण
कंपनी
सुमंत आर्ट प्रोडक्शंस
प्रदर्शन तिथियाँ
  • 14 जनवरी 2004 (2004-01-14)
लम्बाई
159 मिनट
देश भारत
भाषा तेलुगु
कुल कारोबार 21 करोड़ (वितरक शेयर)[1]

फिल्म को तमिल में मझाई और हिंदी में बाघी के रूप में बनाया गया था।[3]

वेंकट एक बेरोजगार नौजवान होता है जो एक रेल यात्रा के दौरान एक मध्यमवर्गीय सुंदरी शैलजा से मिलता है, और बारिश की बौछार में नाचने के बाद वे तुरंत एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाते हैं। उसी समय भद्रन्ना नामक एक खतरनाक, निर्मम राजनेता की नजर भी शैलजा पर पड़ती है और उसे भी उससे प्यार हो जाता है। भद्रन्ना शादी के प्रस्ताव के साथ शैलजा के पिता के पास जाता है जो कई बुरी आदतों का शिकार होता है। शैलजा के पिता इस रिश्ते को मान जाते है। बाद में एक फिल्म निर्माता सेनाय्या, रंगा राव के पास एक फिल्म में अभिनय करने के लिए शैलजा के लिए प्रस्ताव के साथ संपर्क करती है। रंगा राव को लगता है कि भद्रन्ना से उसकी शादी करने की तुलना में फिल्मों में अभिनय करना अधिक लाभदायक होगा। वह पहले दोनो प्रेमियों के बीच सफलतापूर्वक संघर्ष करवाता है और शैलजा को एक फिल्म में अभिनय करने के लिए मना लेता है और उसके साथ शहर चला जाता है। वेंकट भी अपने चाचा के घर वाइजाग के लिए रवाना होता है। वाइजाग में शैजला फिल्मों में एक प्रमुख अभिनेत्री बन जाती है और वेंकट अपने चाचा के साथ खदान में एक विध्वंस विशेषज्ञ के रूप में काम करता है। कई महीनों बाद भद्रना को रंगा राव द्वारा कुछ पैसों का धोखा दिया जाता है और उसे पता चलता है कि शैलजा अब कहाँ रहती है। इसके बाद वो उसका अपहरण कर लेता है। इसके बाद कहानी आगे बढ़ती है।

फिल्म का संगीत देवी श्री प्रसाद द्वारा तैयार किया गया था और सभी गीत सिरिवेनेला सीतारामा शास्त्री द्वारा लिखे गए थे। फिल्म का संगीत आदित्य म्यूजिक पर जारी किया गया था।[4]

समीक्षाएँ

संपादित करें

सिफी  के एक समीक्षक ने कहा कि "वर्षम में हिंसा की अधिकता है और दो सपनों के गीतों से वर्णन खराब हो गया है। निर्देशक शोभन कहानी पर पकड़ खो देते है। फिर भी वर्शम देखने के लायक है।" जीवी ने कहा कि "यह अच्छे तकनीकी मूल्यों के साथ एक प्रेम कहानी है। आप निश्चित रूप से इस फिल्म को देख सकते हैं"।[5]

  1. "#Birthdayspecial: Before the grand success of Baahubali, Prabhas delivered these hits". Times Now news. 23 October 2017. मूल से 5 June 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 June 2020.
  2. "Entertainment News, Bollywood News, Top Celebrity Entertainment TV News & Gossip". TimesNow (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-06-08.
  3. "Review : (2004)". web.archive.org. 2020-01-12. मूल से पुरालेखित 12 जनवरी 2020. अभिगमन तिथि 2023-06-08.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)
  4. "CineMAA Awards 2004". www.idlebrain.com. अभिगमन तिथि 2023-06-08.
  5. "Telugu Cinema 50 days function - Varsham at Bheemavaram - Prabhas, Krishnam raju, MS Raju". www.idlebrain.com. अभिगमन तिथि 2023-06-08.

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें