वागड
वागड (Vagad) भारत के राजस्थान राज्य के दक्षिणपूर्वी भाग में गुजरात और मध्य प्रदेश राज्यों से सटा हुआ एक क्षेत्र है। आधुनिक काल में यह बांसवाड़ा ज़िले और डूंगरपुर ज़िले पर विस्तारित है। इसके मुख्य नगर बांसवाड़ा और डूंगरपुर हैं। यहाँ की स्थानीय भाषा वागडी है। यह मही नदी के ऊपरी जलसम्भर में स्थित है।[1][2]
वागड Vagad | |
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राजस्थान का क्षेत्र | |
डूंगरपुर का सोमनाथ देव मन्दिर | |
वागड क्षेत्र (हरा) | |
देश | भारत |
प्रान्त | राजस्थान |
ज़िले | बांसवाड़ा ज़िला, डूंगरपुर ज़िला |
भाषा | |
• प्रचलित | वागडी, हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
इतिहास
संपादित करेंवागड़ पर लंबे समय तक भील राजाओं का शासन रहा भील राजाओं को पल्लीपति भी कहा जाता है। माहप नामक राजपूत पहले भील राजाओं के दरबार मे सेवा करने लगा पर बाद मे उसने भील राजाओं को भोजन का न्यौता देकर खूब दारू पिलाया और उन्हे धोखे से मार दिया [3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Jain, Prakash Chandra (1989). Tribal Agrarian Movement: A Case Study of the Bhil Movement of Rajasthan. Udaipur: Himanshu Publications. p. 65. ISBN 81-85167-17-6.
- ↑ Kapur, Nandini Sinha (2002). State Formation in Rajasthan: Mewar during the Seventh-Fifteenth Centuries. New Delhi: Manohar. p. 60. ISBN 81-7304-429-5.
- ↑ Śrotriya, Kr̥shṇacandra (1999). Dalapati Vijaya kr̥ta Khummāṇarāso: rāsokāvya paramparā meṃ. Mahārāṇā Pratāpa Smāraka Samiti.