स्वस्तिक संपादित करें

स्वस्तिक शब्द का अर्थ हॅ- [स्वस्ति शुभाय हितं क] १- एक मंगल चिह्न जो किसी शरीर या पदार्थ पर बनाया जाता हॅ। २- कोई मंगल द्रव्य। ३- चार मार्गों का मिलना
--आलोचक ०१:५८, ९ मई २००९ (UTC)


यह पृष्ठ स्वस्तिक लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ
पृष्ठ "स्वस्तिक" पर वापस जाएँ।