विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/द्विराष्ट्र सिद्धांत
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परिणाम: रखा (non-admin closure)☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:21, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
द्विराष्ट्र सिद्धांत (संपादन|वार्ता|इतिहास|कड़ियाँ|ध्यान रखें|लॉग)
द्विराष्ट्र सिद्धांत -विकिपीडिया -wikipedia के लिये गूगल परिणाम: खोज • समाचार • पुस्तक • विद्वान •
नामांकन के लिये कारण:
ऐसा कोई मान्य सिद्धांत नहीं है जिसपर ज्ञानकोशिय लेख बन सके। ☆★आर्यावर्त (✉✉) 02:16, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- ऐसे विषयों पर भी लेख बनाए जा सकते हैं जो विवादास्पद हों या जो असत्य सिद्ध किए जा चुके हों। द्विराष्ट्र सिद्धान्त भी आरम्भ से ही विवादित रहा था और आज भी विवादित है। मेरे विछार से इसे हटाना नहीं चाहिए बल्कि इस लेख में इस सिद्धान्त के जन्म, इसके पीछे की राजनीति, इसके पीछे की मानसिकता, इसमें अंग्रेजों का क्या योगदान था, इसका भारतीय महाद्वीप के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ा, कौन लोग इसके समर्थक थे, कौन इसके विरोधी थे, कौन इस पर मौन रहे आदि पूरा विवरण इस लेख में दिया जाना चाहिए।अनुनाद सिंह (वार्ता) 03:02, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- कृपया इतिहास पढ़ें। भारत विभाजन का प्रारंभ इसी अवधारणा से हुआ था। तमाम ऐतिहासिक तथ्य व संदर्भ पुस्तकोंमें भरे पड़े हैं। कृपया उनका अध्ययन करें व पृष्ठ का विस्तार करें। अभी भी जब जब भारत और पाकिस्तान के पुनर्विलय की चर्चा उठती है तब यह सिद्धांत चर्चा में आता है।
जहां गंगा जमुनी संस्कृति को हिन्दू मुस्लिम एकता का उदाहरण बतलाया जाता है, वहीं यह सिद्धांत ठीक उसके विपरीत अवधारणा है कि ये दोनों समुदाय इकट्ठे नहीं रह सकते। भारत विभाजन के लिए उत्तरदायी यह अवधारणा भारत के इतिहास के एक मीलपत्थर है, इस पृष्ठ को किसी भी कीमत पर हटाया नहीं जा सकता। --अनामदास 03:15, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- धन्यवाद @अनुनाद सिंह और Anamdas: जी। मैने तो इस सिद्धांत के विषय में इस पृष्ठ को देखने के बाद ही पढ़ा। वैसे अब समझ आ गया कि भारत को छिन्न भिन्न करने में यहीं सिद्धांत काम कर रहा था। वर्तमान में तो ये लेख इस तरह लिखा गया है जैसे इनके किसी अनुयायी ने लिखा हो और ये कोई विश्व कल्याण का महान सिद्धांत हो! क्या आप इस लेख के विस्तार में मदद कर सकते हैं?--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:20, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- एकदम यही मैं भी लिख रहा था किन्तु सम्पादन अन्तर्विरोध के चलते यह गया। यह सिद्धांत अस्तित्त्व में रहा है व विभाजन का मूल कारण भी है। अतः इसे तो वृहत् स्तर का सारगर्भित लेख होना चाविये हिन्दी विकिपीडिया पर। इसे हटाना मेरी दृष्टि में एकदम गलत होगा। हमें पसन्द हो न हो, किन्तु अटल सत्य है।-आशीष भटनागरवार्ता 03:25, 11 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
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