विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/मैनेजर पाण्डेय
- निम्न चर्चा नीचे लिखे पृष्ठ के प्रस्तावित विलोपन का पुरालेख है। कृपया इसमें बदलाव न करें। अनुवर्ती टिप्णियाँ उपयुक्त वार्ता पृष्ठ पर करनी चाहिए (जैसे कि लेख का वार्ता पृष्ठ)। इस पृष्ठ पर किसी भी प्रकार का कोई संपादन नहीं होना चाहिए।
परिणाम: रखा लेख उल्लेखनीय, रखा गया। हिंदुस्थान वासी वार्ता 02:37, 1 अगस्त 2017 (UTC)[उत्तर दें]
मैनेजर पाण्डेय (संपादन|वार्ता|इतिहास|कड़ियाँ|ध्यान रखें|लॉग)
मैनेजर पाण्डेय -विकिपीडिया -wikipedia के लिये गूगल परिणाम: खोज • समाचार • पुस्तक • विद्वान •
नामांकन के लिये कारण:
प्रचार या पेइड लेख? ☆★आर्यावर्त (✉✉) 17:32, 16 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @आर्यावर्त: जी, मुझे नहीं पता आप हिंदी में लेखन कार्य में कबसे सक्रिय हैं। लेकिन अगर हिंदी साहित्य के प्रखर और सुप्रसिद्ध आलोचक प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय के बारे में आपको कुछ भी नहीं पता तो ये हिंदी भाषा और साहित्य का दुर्भाग्य है। 77 वर्ष के लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर को न तो किसी प्रचार की जरूरत है और न ही पैसे देकर विकिपीडिया पर आलेख तैयार करवाने की। मैनेजर पाण्डेय के बारे में लिखे गए इस आलेख को अगर हटाया जाता है तो इसमें मेरी कोई व्यक्तिगत हानि या लाभ नहीं है। लेकिन अगर यह वाकई हटाया जाता है तो ये दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा करने के लिए नामित करने वाले संपादक महोदय को थोड़ा और अध्ययन करके अपना ज्ञान बढ़ाने की जरूरत है। धन्यवाद--कलमकार (वार्ता) 17:44, 16 जुलाई 2017 (UTC)कलमकार[उत्तर दें]
--मैनेजर पाण्डेय एक सुप्रसिद्ध हिंदी लेखक है और उनके बारे में वेध संदर्भ भी मौजूद है।VSR07 (संवाद ) 01:55, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @कलमकार और VSR07: जी,मैंने तो कभी ये नाम नहीं सुना या तो उनके विषय में मुझे नहीं पता। मेरे लिए ये बात दुर्भाग्यपूर्ण नहीं है, दुर्भाग्य पूर्ण तो ये है कि हम खुद को नहीं जानते। आत्मसाक्षात्कार नहीं करते। अतः बातों के बदले कृपया संदर्भों से उल्लेखनीयता सिद्ध करने का प्रयत्न करें। लेख में दिए गये संदर्भों से ये तो सिद्ध हो त है कि व्यक्ति है, आलोचक है आदि। ज्ञानकोष के लिए उल्लेखनीय है ये सिद्ध करें। दूसरा कारण ये भी है कि कलमकार जी ने अभी 26 जून को ही हिन्दी विकिपीडिया पर नया खाता निर्माण किया था जो यहाँ देखा जा सकता है। उनके संपादन और इस लेख को देखकर ये भी स्पष्ट हो जाता है कि ये नए सदस्य नहीं है। कृपया ये दोनों बातें स्पष्ट करें।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:34, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @आर्यावर्त: जी, पहली बात तो ये कि मैंने कब अपना खाता बनाया ये महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण ये है कि मैंने किसके बारे में क्या लिखा है। अपने परिचय में कदाचित मैंने इस संदर्भ में उल्लेख भी किया है कि मैं विकिपीडिया पर नया नहीं हूं। मैं कई वर्षों से अंगरेजी विकिपीडिया पर संदर्भ सामग्री के लिए भ्रमण करता रहा हूं और बंगलुरु, मुंबई और कोलकाता में विकिपीडिया के कार्यक्रमों में हिस्सा लेता रहा हूं। लेकिन मेरे पास इतना समय नहीं था कि मैं विकिपीडिया पर कोई योगदान कर सकूं। लेकिन अब निजी जीवन में व्यवस्थित होने के बाद मैं इस कार्य में हाथ बंटा सकता हूं। लेकिन मैं "नया नहीं हूं", ये कहकर शायद आप कुछ और साबित करना चाहते हैं। इस संदर्भ में मैं इतना ही कहूंगा के कि इसके लिए 'चेकयूजर' का प्रावधान है। अगर किसी प्रबंधक को ये संशय होगा तो ऐसा करके देखा भी जाएगा और मेरा अनुरोध है कि ऐसा कर भी लिया जाए क्योंकि भविष्य में आप जैसे न जाने कितने अतिउत्साही इस विषय को उठाकर अपनी ऊर्जा नष्ट करेंगे।
- अब आते हैं मूल मुद्दे पर। प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय केे बारे में आप नहीं जानते और हिंदी विकिपीडिया पर ज्ञान बघार रहे हैं तो इसमें मैनेजर पाण्डेय का कोई दोष नहीं है। यह सही है कि ऐसा होते हुए भी दुर्भाग्य आपका नहीं बल्कि हिंदी समाज का है कि यहां इस तरह के अहंकारी मौजूद हैं, जिन्हें ऐसा कहने में भी गर्व की अनुभूति होती है। अब रही कथित आलेख में संदर्भ जोड़ने की बात तो आपको सूचित कर दें कि इस कार्य को आलेख तैयार करते समय ही संपादित किया जा चुका है। जिस लेखक/आलोचक को हिंदी अकादमी का प्रतिष्ठित शलाका सम्मान प्राप्त हो चुका है उसकी उल्लेखनीयता के बारे में सिर्फ आप जैसे विद्वजन ही प्रश्न उठा सकते हैं। अब अंतिम बात...विकिपीडिया पर बातचीत में शालीनता के विषय में ढेर सारे संदर्भ मौजूद हैं। मैंने जब आपको जवाब दिया तो ping में 'सुनिए' लिखा और जवाब में आपने 'सुनो'....मैं फिर आपसे निवेदन करूंगा कि कुछ समय के लिए विकिपीडिया पर संपादन का कार्य रोककर अध्ययन करें। धन्यवाद--कलमकार (वार्ता) 04:02, 17 जुलाई 2017 (UTC)कलमकार[उत्तर दें]
--@आर्यावर्त: जी मैनेजर पाण्डेय जी की सारी पुस्तकों का संग्रह [यहाँ] मौजूद है आप चाहें तो देख सकते है।मैने इनके द्वारा लिखित एक पुस्तक पढी थी इसलिए मैं जानता हूँ और पृष्ठ को रखने के पक्ष में हूं अगर आप की शंका दुर हो गयी हो तो कृपया अपने मत बताए।धन्यवाद।VSR07 (संवाद ) 09:02, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @आर्यावर्त, कलमकार, और VSR07: जी, आपस में कटुता और ऊतेजनापूर्ण वक्तव्य से किसी भी चर्चा को समाधान के सोपान तक नहीं ले जाया जा सकता। मैनेजर पाण्डेय जी निश्चित रूप से हिन्दी साहित्य के शलाका पुरुष हैं। व्यक्तिगत तौर पर मैं भी उनकी विद्वता को प्रणाम करती हूँ, किन्तु आर्यावर्त जी के द्वारा किया गया नामांकन विकिपीडिया के नियमों के अंतर्गत है, शिष्टता पूर्वक उनकी जिज्ञासा के अनुरूप प्रतिउत्तर दिया जाना श्रेयस्कर होगा। यदि आवश्यक हो तो लेख में आवश्यक संदर्भ देकर उल्लेखनीयता सिद्ध की जा सकती है। यदि आर्यावर्त जी प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय केे बारे में नहीं जानते तो इसमें आश्चर्य की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। कोई जरूरी नहीं कि हर कोई हर विषय में पारंगत हो और हर चर्चित व्यक्ति के बारे में सामान्य ज्ञान रखता हो। कोशिश ये होनी चाहिए कि यह आलेख उल्लेखनीयता की कसौटी पर खरा उतरे। अगर ऐसा नहीं होगा तो एक दूसरे पर दोषारोपण करके हम व्यर्थ ही अपनी-अपनी ऊर्जा नष्ट करेंगे। यहाँ 'चेकयूजर' की चुनौती देना श्रेयस्कर नहीं होगा और न नया या पुराना होने की बात करना। तुलसी का पत्ता क्या बड़ा क्या छोटा, सब योग्य है अपनी जगह। मैं तो यही कहूँगी कि किसी को विकिपीडिया पर संपादन का कार्य रोककर अध्ययन करने की जरूरत नहीं है जरूरत है हर किसी के लिए कि वह विकिपीडिया पर संपादन करते हुये लगातार अध्ययन करे। यह हमारे, आपके, सबके लिए एक जरूरी पहलू है।--माला चौबेवार्ता 10:21, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
--@Mala chaubey: जी मैं आपकी बात का समर्थन व सम्मान करता हूं अत: मेरा आप सब से निवेदन है कि फिलहाल इस लेख को रखा जाना चाहिए, मैं इसमें जल्द ही वैध सन्दर्भ जोड़कर इसे विकिपीडिया के योग्य बनाने के लिए समय निकालने का प्रयत्न करूगा।VSR07 (संवाद ) 10:40, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @Mala chaubey: जी, आपकी टिप्पणी का सम्मान करता हूं। आपने उपरोक्त के संदर्भ में एक संतुलित दृष्टिकोण रखा है। फिर भी इस संबन्ध में बस इतना निवेदन करना चाहूंगा कि 'हहेच' में अगर केवल 'उल्लेखनीयता' का प्रश्न उठाया जाता तो इसका वस्तुनिष्ठ उत्तर दिया जा सकता था। लेकिन यहां तो सीधे-सीधे 'प्रचार' और 'पेड' का ही पारितोषिक दे दिया गया। संभव है कि ऐसे में उत्तर देते समय धैर्य किसी सीमा तक प्रभावित हो जाए। फिर भी मैंने इस संदेह को प्रकट करने वाले संपादक से शालीनता और सम्मानपूर्वक ही चर्चा की। आदर सहित--कलमकारवार्ता 10:54, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @कलमकार: जी, विकिपीडिया पर पदार्पण और हिन्दी विकिपीडिया से प्रारंभ करने पर आपको ढ़ेर सारी शुभकानायें एवं स्वागत।
- @Mala chaubey: जी, आपकी टिप्पणी का सम्मान करता हूं। आपने उपरोक्त के संदर्भ में एक संतुलित दृष्टिकोण रखा है। फिर भी इस संबन्ध में बस इतना निवेदन करना चाहूंगा कि 'हहेच' में अगर केवल 'उल्लेखनीयता' का प्रश्न उठाया जाता तो इसका वस्तुनिष्ठ उत्तर दिया जा सकता था। लेकिन यहां तो सीधे-सीधे 'प्रचार' और 'पेड' का ही पारितोषिक दे दिया गया। संभव है कि ऐसे में उत्तर देते समय धैर्य किसी सीमा तक प्रभावित हो जाए। फिर भी मैंने इस संदेह को प्रकट करने वाले संपादक से शालीनता और सम्मानपूर्वक ही चर्चा की। आदर सहित--कलमकारवार्ता 10:54, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- यहाँ सुनो या सुनिये ये कोइ सम्बोधन नहीं है किन्तु सांचे के लिये इनपुट मेथड है। दोनों या किसी भी विकल्प दर्ज करने पर @सदस्यनाम ही प्रदर्शित होगा और ये @सदस्यनाम ही सम्बोधन है, न की सुनो, सुनिये या ping। आपको @कलमकार जी ही सम्बोधित किया गया था।
- कृपया यहाँ पर 'प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय केे बारे में आप नहीं जानते और हिंदी विकिपीडिया पर ज्ञान बघार रहे हैं', 'प्रोफेसर मैनेजर पाण्डेय के बारे में आपको कुछ भी नहीं पता तो ये हिंदी भाषा और साहित्य का दुर्भाग्य है', 'इसमें मैनेजर पाण्डेय का कोई दोष नहीं है', 'ऐसा होते हुए भी दुर्भाग्य आपका नहीं बल्कि हिंदी समाज का है कि यहां इस तरह के अहंकारी मौजूद हैं, जिन्हें ऐसा कहने में भी गर्व की अनुभूति होती है', 'उल्लेखनीयता के बारे में सिर्फ आप जैसे विद्वजन ही प्रश्न उठा सकते हैं', 'विकिपीडिया पर बातचीत में शालीनता के विषय में ढेर सारे संदर्भ मौजूद हैं। मैंने जब आपको जवाब दिया तो ping में 'सुनिए' लिखा और जवाब में आपने 'सुनो', 'कुछ समय के लिए विकिपीडिया पर संपादन का कार्य रोककर अध्ययन करें'-इस प्रकार की टिप्पणीयाँ न करें। यहाँ कोइ बहस नहीं हो रही किन्तु विकिपिडिया के लेख की उल्लेखनीयता के विषय में चर्चा हो रही है अत: उल्लेखनीयता सिद्ध करने का ही प्रयत्न करें। ये चर्चा इस लेख को हंमेशा के लिये उल्लेखनीय बना देगी। यहाँ व्यक्ति के उपर चर्चा नहीं हो रही किन्तु विकिपीडिया के एक लेख के विषय में चर्चा हो रही है। ये लेख आपने भले ही बनाया हो किन्तु ये विकिपीडिया की संपत्ति है। दूसरी बात की लेख को हटाने हेतु चर्चा के लिये नामांकित करना मतलब उसे हटाना ऍसा नहीं है, हटाना ही हो तो इसके लिये साफ़ प्रचार के तहत शीघ्र हटाने का नामांकन किया जाता है। जब उल्लेखनीयता स्पष्ट न हो या और कोई समस्या हो तब चर्चा के लिये नामांकन किया जाता है और चर्चा में उल्लेखनीयता सिद्ध हो जाती है तो लेख को कभी भी हटाया नहीं जाता। लेख किसी भी व्यक्ति या विशय का हो यहाँ व्यक्ति को नहीं देखा जाता किन्तु सभी लेख को विकि के एक लेख की नजर से देखा जाता है। विकि में आतंकवादी और संत दोनों के लेखों का समान महत्व है।
- शलाका सम्मान कब और कहाँ दिया गया था? लेख में एक सन्दर्भ इस विषय में है किन्तु सन्दर्भ के अनुसार अभी तक उनको ये सम्मान दिया नहीं गया, केवल देने की घोशणा की गई है।
- शलाका सम्मान मिलने से व्यक्ति उल्लेखनीय कैसे बन जाता है ये भी कृपया विस्तार से और विकिपीडिया के उल्लेखनीयता के मापदण्डों के साथ बतायें। में तो विकि का सम्पादक हूँ किन्तु हमारे पाठक पूरे विश्व से होते हैं। सभी पाठक इस विषय में नहीं जानते; दिये गये सन्दर्भों से ही निर्णय करते हैं। हमारे सम्पादक भी न केवल भारत, नेपाल, भूतान, अमरिका, केनेडा, बांग्लादेश, पाकिस्तान आदि देशों से हैं। बहुत से सम्पादकों की मातृभाषा हिन्दी नहीं है और हिन्दी लिखना जानते हैं इस कारण योगदान कर रहे हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 11:01, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- @आर्यावर्त: जी, स्वागत संदेश के लिए आभार। मैं अपनी ओर से उपरोक्त आलेख के संदर्भ में चर्चा को विराम देते हुए निर्णय का अधिकार तमाम वरिष्ठ संपादकों पर छोड़ता हूं। इस संदर्भ में जो भी निर्णय होगा वो मुझे मान्य होगा। धन्यवाद--कलमकारवार्ता 16:08, 17 जुलाई 2017 (UTC)[उत्तर दें]
- ऊपर की चर्चा इस पृष्ठ पर हुए विचार-विमर्श का पुरालेख है। कृपया इसमें किसी तरह का बदलाव न करें। अनुवर्ती टिप्णियाँ उपयुक्त वार्ता पृष्ठ पर करनी चाहिए (जैसे कि लेख का वार्ता पृष्ठ या पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा का वार्ता पृष्ठ)। इस पृष्ठ पर किसी भी प्रकार का कोई संपादन नहीं होना चाहिए।