"बुल्ले शाह": अवतरणों में अंतर

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(उन्होंने कहा) 'हमारा कहना मान बुल्ले, [[आराइन|आराइनों]] का साथ छोड़ दे <br>
नबी के परिवार और अली के वंशजों को क्यों कलंकित करता है?' <br>
(बुल्ले ने जवाब दिया) 'जो मुझे सैय्यद बुलाएगा उसे दोज़ख़ (नरक) सजा में मिलेगासज़ा मिलेगी <br>
जो मुझे आराइन कहेगा उसे बहिश्त (स्वर्ग) के सुहावने झूले मिलेंगे <br>
आराइन और सैय्यद इधर-उधर पैदा होते रहते हैं, परमात्मा को ज़ात की परवाह नहीं <br>