"पंचायत": अवतरणों में अंतर

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प्राचीन काल से ही [[भारत|भारतवर्ष]] के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन में '''पंचायत''' का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। सार्वजनिक जीवन का प्रत्येक पहलू इसी के द्वारा संचालित होता था।
 
== परिचय एवं इतिहास ==
=== प्राचीन काल ===
[[वैदिक काल]] में भी पंचायतों का अस्तित्व था। ग्राम के प्रमुख को ग्रामणी कहते थे। उत्तर वैदिक काल में भी यह होता था जिसके माध्यम से राजा ग्राम पर शासन करता था। बौद्धकालीन ग्रामपरिषद् में "ग्राम वृद्ध" सम्मिलित होते थे। इनके प्रमुख को "ग्रामभोजक" कहते थे। परिषद् अथवा पंचायत ग्राम की भूमि की व्यवस्था करती थी तथा ग्राम में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में ग्रामभोजक की सहायता करती थी। [[जनहित]] के अन्य कार्यों का संपादन भी वही करती थी। स्मृति ग्रंथों में भी पंचायत का उल्लेख है। [[कौटिल्य]] ने ग्राम को राजनीतिक इकाई माना है। "[[अर्थशास्त्र]]" का "ग्रामिक" ग्राम का प्रमुख होता था जिसे कितने ही अधिकार प्राप्त थे। अपने सार्वजनिक कर्तव्यों को पूरा करने में वह ग्रामवासियों की सहायता लेता था। सार्वजनिक हित के अन्य कार्यों में भी ग्रामवासियों का सहयोग वांछनीय था। ग्राम की एक सार्वजनिक निधि भी होती थी जिसमें जुर्माने, दंड आदि से धन आता था। इस प्रकार ग्रामिक और ग्रामपंचायत के अधिकार और कर्तव्य सम्मिलित थे जिनकी अवहेलना दंडनीय थी। [[गुप्तकाल]] में ग्राम शासन की सबसे छोटी इकाई था जिसके प्रमुख को "ग्रामिक" कहते थे। वह "पंचमंडल" अथवा पंचायत की सहायता से ग्राम का शासन चलाता था। "ग्रामवृद्ध" इस पंचायत के सदस्य होते थे। [[हर्ष]] ने भी इसी व्यवस्था को अपनाया। उसके समय में राज्य "भुक्ति" (प्रांत), "विषय" (जिला) और "ग्राम" में विभक्त था। [[हर्ष]] के [[मधुबन शिलालेख]] में सामकुंडका ग्राम का उल्लेख है जो "कुंडघानी" विषय और "[[अहिछत्र]]" भुक्ति के अंतर्गत था। ग्रामप्रमुख को ग्रामिक कहते थे।hjqweoairufio;asudfi;jasdf;akjथे।
 
=== मध्य काल ===
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[[विकेंद्रीकरण]] व्यवस्था को पूरी तरह कार्यान्वित करने की दिशा में और भी कदम उठाए गए हैं। पंचायतों के अधिकारों और कर्तव्यों का क्षेत्र विस्तृत हो रहा है। इस प्रकार ग्राम पंचायतें पुन: हमारे देश के जनजीवन का अभिन्न अंग बन गई हैं। इस व्यवस्था की सफलता के लिए जनशिक्षा, सामूहिक चेतना, गुटबंदी का अभाव, राज्य द्वारा कम से कम हस्तक्षेप आदि बातें आवश्यक हैं।
 
==सन्दर्भ==
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==संदर्भ==<* ref>http://www.dictionary.com/browse/jury</ref><ref>http://www.njcourts.gov/jury/index.html</ref><ref>http://www.uscourts.gov/services-forms/jury-service</ref><ref>https://www.juror.nsw.gov.au/home</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==
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== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://www.allrights.co.in/gram-sabha-ke-adhikar/ ग्राम सभा के अधिकार क्या हैं?]
* [http://www.bhartiyapaksha.com/?p=9388 पंचायत का इतिहास] (भारतीय पक्ष)
* [http://www.lokpanchayat.com/ लोक पंचायत] (हिन्दी पत्रिका)
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[[श्रेणी:समाज]]
[[श्रेणी:विकेन्द्रीकरण]]
==संदर्भ==<ref>http://www.dictionary.com/browse/jury</ref><ref>http://www.njcourts.gov/jury/index.html</ref><ref>http://www.uscourts.gov/services-forms/jury-service</ref><ref>https://www.juror.nsw.gov.au/home</ref>