"बृहत्संहिता": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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*२९-कुसुमलता (समृद्धि, आरोग्य, वृष्टि, दुर्भिक्ष आदि का पूर्वानुमान)
*३०-सन्ध्यालक्षण (संध्या काल में दिखने वाले विविध वर्णों के आधार पर सम्भावित घटनाओं का पूर्वानुमान
*३१-
*३२-भूकम्पलक्षण
*३३
*३४-परिवेक्षालक्षण (कभी कभार सूर्य और चन्द्रमा के चारों ओर दिखने वाली वृत्ताकार प्रकाश-रेखा)
*३५-इन्द्रायुधलक्षण
*३६-गन्धर्वनगरलक्षण
*३९. वात्या । ▼
*३७-प्रतिसूर्यलक्षण
*३८-रजस्-लक्षण
*४२. नक्षत्रराश्यानुगुण्येन वित्तस्फातिः, महार्घता, मौल्यह्रासश्च । ▼
*४०-सश्य-जातक
*४१-द्रव्य-निश्चय
*४७. पुष्ये मासि राजभिरनुष्ठातव्यो मङ्गलस्नानाचारः । ▼
*४३-इन्द्रध्वज
*४४-नीराजनविधि
*४५खञ्जनकलक्षण
*४६-उत्पाताध्याय
*४७-मयूराचित्रक
*४९. राजभिर्धारणीयानि मुकुटानि ।
*५०. खड्गनां लक्षणम् ।
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