सामान्य अर्थों में बचत का अर्थ धन को संरक्षित करने यथा- बैंक में रखने, पेंशन फंड में निवेश करने इत्यादि से लगाया जाता है। लेकिन व्यापक अर्थ में 'बचत' शब्द खर्च घटाने, संसाधन बचाने जैसी आर्थिक गतिविधियों के लिए प्रयुक्त होता है।
सामान्यत बचत के तीन स्त्रोत होते है-व्यकित, परिवार,व्यापार।
व्यकितगत बचत मे आय तथा व्यय के अंतर को निकाल लिया जाता है । पारिवारिक बचत मे समस्त आय मे से घरेलू खर्च को निकाल दिया जाता है। व्यापारिक बचत मे लाभ मे से करों को निकाल दिया जाता है।
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व्यक्तिगत बचत,पारिवारिक बचत तथा व्यापारिक बचत को निजी बचत तथा सरकार की सावरजनिक बचत कहते है