"आत्मविश्वास": अवतरणों में अंतर

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यदि आप अपने को साधारण और मामूली व्यक्ति समझेंगे तो आपके कहने से पूर्व ही आपका चेहरा यह भाव स्पष्ट कर देगा। यह असम्भव है कि आप अपने को तुच्छ और निर्धन भी समझें और आपके चेहरे पर निर्धनता की झलक भी दिखाई न दे। एक बात का हमेशा ख्याल रखें कि जो गुण आपमें में विद्यमान हैं, आपके के चेहरे पर उनकी झलक स्पष्ट दिखाई देती है। इन गुणों का प्रभाव दूसरों पर बिना कहे पड़ता है। आपको किसी को यह बात बताने की आवश्यकता नहीं है कि आप हीन दीन, अयोग्य और निर्बल हैं। यह कार्य तो आपका मुखमंडल भलीभांति कर देता है। जिस प्रकार दर्पण आपको आपकी तस्वीर दिखाता है, उसी प्रकार आपका चेहरा आपके दिल का दर्पण है, वो आपकी अवस्था और आपके विचारों को जाहिर करता है। आपके आत्मबल की निर्बलता या अयोग्यता आपके चेहरे पर दिखती है।
 
आप जिन गुणों को प्राप्त करना चाहते हैं उनको अपने मन में संजोइए तो वे गुण स्वतः आपके हो जायेंगे। आपका मुखमण्डल उन गुणों के प्रकाश में जगमगाने लगेगा। यदि आप अपने चेहरे, आचरण अथवा व्यवहार में उच्चता लाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपने विचारों में उच्चता लानी होगी। तभी आपको सफलता प्राप्त होगी, अन्यथा नहीं। आपके किसी भी कार्य की नींव का मजबूत पत्थर आपका आत्मविश्वास है। इस विचार में ही अद्भुत शक्ति छिपी है कि आप प्रत्येक कार्य कर सकते हैं।हैं।आप अद्वितीय हैँ, आपके जैसा इस संसार मेँ दूसरा कोई नहीँ।
 
==अपने बच्चों का आत्मविश्वास कम न करें==