शौकतुल्लाह शाह अंसारी

भारतीय राजनीतिज्ञ

डॉ शौकतुल्लाह शाह अंसारी: (1908-1972) एक भारतीय राष्ट्रवादी मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी एवं सफल राजनयिक, चिकित्सक थे। जो स्वतंत्रता के बाद बीदर संसदीय सीट से प्रथम लोकसभा के सदस्य चुने गए थे।

जीवन परिचय संपादित करें

डॉ अंसारी का जन्म 12 मई 1908 में उत्तर प्रदेश के ज़िला गाज़ीपुर के युसुफपुर गांव में हुआ था। उन्होंने अपने प्रारम्भिक शिक्षा घर पर प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने उच्च अध्ययन के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय मे दाखिला लिया। उन्होंने स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा हाईस्कूल और यूनिवर्सिटी ऑफ पेरिस से विज्ञान तथा डॉक्टर ऑफ मैडिसन (M.D.) की डिग्री प्राप्त की।

उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष एवं स्वतंत्रता सेनानी डॉ मुख्तार अहमद अंसारी ने गोद लिया था। एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्त्ता के रूप में उन्होंने असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।

1937 में उन्होंने चांदनी चौक, फव्वारे के पास अपनी डिस्पेन्सरी खोली और दिल्ली में चिकित्सा का अभ्यास शुरू किया। 1938 में डॉ मुख्तार अहमद अंसारी की आकस्मिक मृत्यु के बाद, वह किराये के मकान में 41- राजपुर रोड पर स्थानांतरित हो गये। कांग्रेस सदस्य होने के कारण राजपुर रोड स्थित शौकत का घर राजनीतिक कार्यकर्ताओं का आश्रय स्थल था।

1940 में जब पाकिस्तान की मांग सामने आई तो उन्होंने द्वि-राष्ट्र सिद्धांत और पाकिस्तान की मांग के विचार को खारिज कर दिया। स्वतंत्रता के बाद उन्हें 1948, तुर्की में भारतीय दूतावास में काउंसलर नियुक्त किया गया।

1952 में उन्हें बीदर संसदीय सीट से सांसद चुना गया, लोकसभा सदस्य के रूप में उन्होंने विदेश मामलों के लिए सालाहकार समिति में कार्य किया। 1954 और 1955 में वह भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र गये।

1955 में उन्होंने जेनेवा में अंतराराष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया, 1957 में जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध उन्होंने अपनी मूल रसड़ा संसदीय सीट से दूसरी लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन वह CPI के उम्मीदवार से हार गए।

1957 में वह अंतराष्ट्रीय नियन्त्रण आयोग के अध्यक्ष के रूप में लाओस गये। 1960 में उन्हें सुडान और कांगो में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया।

31 जनवरी 1968 को उन्हें उड़ीसा का आठवां राज्यपाल नियुक्त किया गया, जो 20 सितंबर 1971 तक राज्यपाल के रूप में सेवा प्रदान की।[1] 29 दिसंबर 1972 को एक सफल राजनयिक डॉ शौकतुल्लाह शाह अंसारी का निधन हो गया।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Raj Bhvan Odisha : Our Governor's". मूल से 13 अक्टूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 फ़रवरी 2012.