श्येनी
हिन्दू दंतकथा के अनुसार श्येनी भगवान सूर्य के सारथी अरुण की पत्नी थीं। उन्होंने दो अंडे दिए थे जिनमें से पहले अंडे से संपाती नाम का एक महाबलशाली गरुड़ और दूसरे अंडे से जटायु नाम का दूसरा पराकर्मी गरुड़ उत्पन्न हुए था। इनका निवास अरुण के साथ ही सूर्यलोक में बताया गया है। कुछ स्थानों पर इन्हें उन्नति की बड़ी बहिन बताया गया है | उन्नति गरुड़ की पत्नी हैं |