श्रेणी वार्ता:लखनऊ के विद्यालय
विकी क्या नहीं है
संपादित करेंसभी प्रभंदक एवं सदस्य कृपया इस लेख को पड़े विकी क्या नहीं है . यह लेख विकी पर लेख लिखने के लिए मार्गदर्शन करता है. यह लेख यह बताता है की विकी क्या नहीं है. आजकल हिंदी विकी के लेखो की संख्या बदने के होड़ में हम लोग लगता है विकी के स्वारूप को ही ख़राब करते जा रहे है. मुझे यह विचार आज आशीष जी के लेखो के शृंखला (लखनऊ के विद्यालय ) देखने के बाद आया. आशीष जी इसे निजी टिप्पणि न समझे यह सन्देश सभी योगदानकर्ताओं के संदर्भीत है जिसमे मै स्वयं शामिल हूँ --गुंजन वर्मासंदेश ०९:५४, २२ जुलाई २००९ (UTC)
- यह बिल्कुल निजी टिप्पणी ही है। वर्ना एक तो आपको नाम ना देकर मात्र हाल एक कुछ लेख, नहीं तो अधिकतम लेखों में से कुछ के नाम देकर कहना चाहिए था। आप लेखक का नाम लिखकर सार्वजनिक रूप से चौपाल पर बात बता रहे हैं, और यह भी कह रहे हैं, कि निजी ना समझें, इस वाक्य में ही विरोधाभास है। दूसरा मेरे बनाए हुए ९०% सहायक लेख कम से कम ३-४ वाक्यों, एक यथासंभाव चित्र और यथा उपलब्धि सांचे या ज्ञानसन्दूक सहित होते हैं। फिर कुछ सहायक लेख यदि समयाभाव के कारण अभी छोटे रह ही गये, तो उसका कारण लेखों की संख्या बढाने की होड़ नहीं बल्कि लखनऊ की कड़ियां नीली करना था। उनके लायक कुछ पाठ मिलने पर बढ़ाये जा सकते हैं। और बढ़ाए भी गये हैं। --आशीष भटनागर वार्ता ०२:३७, २३ जुलाई २००९ (UTC)
- आशीष का कहना एकदम उचित है। किसी भी लेख को प्रारम्भ में ही परिपूर्ण नहीं बनाया जा सकता है, उसमें धीरे-धीरे संशोधन और सुधार होता रहता है यही विकी की विशेषता भी है। लखनऊ या किसी अन्य शहर के विद्यालय, किसी जिले के गाँव, प्रकाशित पुस्तकों की सूची अथवा इस तरह की अन्यान्य जानकारी से युक्त लेख बनाना पाठकों के लिए लाभकारी है।
--आलोचक ०३:३३, २३ जुलाई २००९ (UTC)- शायद मेरी बात का गलत मतलब निकाल लिया गया है. आशीष जी की योगदान पर प्रश्न चिह्न लगाना मेरी हैसियत मे नहीं है. मेरा आशीष जी को आह़त करने की कोई मंशा नहीं थी. आशीष जी इस विकी पर मेरे गुरु सामान है.
- आशीष का कहना एकदम उचित है। किसी भी लेख को प्रारम्भ में ही परिपूर्ण नहीं बनाया जा सकता है, उसमें धीरे-धीरे संशोधन और सुधार होता रहता है यही विकी की विशेषता भी है। लखनऊ या किसी अन्य शहर के विद्यालय, किसी जिले के गाँव, प्रकाशित पुस्तकों की सूची अथवा इस तरह की अन्यान्य जानकारी से युक्त लेख बनाना पाठकों के लिए लाभकारी है।
अंगरेजी विकी पर यह लिंक देखे . यह लिंक बताता है की किस प्रकार के लेख विकी पर होने चाहिए और किस प्रकार के नहीं. यह लिंक यह भी बताता है की विकी एक डायरेक्टरी नहीं है. दूसरा अगर आप यह लिंक देखे तो पायेंगे की [1] अंगरेजी विकी पर अगर कोई लेख notable नहीं है तो उसे हटा दिया जाता है. इस लिंक में अगर नीचे तक जायेंगे तो पाएंगे की भारतीय ट्रेनों के ऊपर लेख बनाने में Notability की समस्या आती है. अगर आप लोगो को लगता है की मुझे विकी के दिशानिर्देश समझने में कोई भूल हुई है तो कृपया इस चर्चा को जारी रखे. अन्यथा इसे अनुभवहीनता की कमी मानते हुए अनदेखा कर दे. --गुंजन वर्मासंदेश ०४:१७, २३ जुलाई २००९ (UTC)
--अंग्रेज़ी विकि पर भारतीय ट्रेनों की सूची के बारे में जो डीएसआई पर लिखा है, उसमें बहुत कुछ गलत है। वहां यह लिखा है:
List of Indian trains
- List of Indian trains (edit|talk|history|links|watch|logs) (delete) – (View AfD)
Indian railways runs thousands of trains; Wikipedia shouldn't be used as a directory to list all of them. Most of the trains listed in this "list" do not have their own articles. —SpaceFlight89 10:57, 17 July 2009 (UTC) जो कि गलत है। उस सूची को देखें तो पता चलता है, कि उसमें से अधिकांश ट्रेनों पर लेख बने हुए हैं। बहुत ही कम लाल कड़ियां हैं। दूसरे इस लेख के वार्ता पृष्ठ पर देखें: Suggestions?
- Indian Railways also runs trains that are named based on the destinations. For eg: a train serving Chennai and Jaipur is named Chennai - Jaipur Express, but in the reverse direction it is called the Jaipur - Chennai Express. Should such trains be included here? Are they also named trains? The Silent Contributor 04:41, 2 August 2006 (UTC)
- You question will have a bigger audience if you post at WT:INWNB. To answer your question, yes, you can list list it seperately if that is official name of the reverse trip. - Ganeshk (talk) 04:46, 2 August 2006 (UTC)
जब हम चन्नई जयपुर एक्स्प्रेस ट्रेन दे सकते हैं, उसकी उलट मार्ग की जयपुर चेन्नई ट्रेन दे सकते हैं, तो फिर कौन सी मेल/एक्स्प्रेस ट्रेन है यहां जिसका नाम नहीं है। ये List of named passenger trains of India को सही बताते हैं, तब यहां सभी मेल एक्स्प्रेस ट्रेनें नाम की ही हैं। बल्कि इन्होंने पैसेंजर गाड़ियों के बारे में ये चर्चा की है, जिनके बहुतों के नाम नहीं होते। मेल/एक्स्प्रेस गाड़ियों के सभी के नाम होते हैं। तब सभी मेल/एक्स्प्रेस/शताब्दी/राजधानी आदि गाड़ियां यहां पृष्ठ बनाने की हकदार हैं।
दूसरे मैंने ये नहीं कहा कि गुंजन मेरी गलती ना बतायें, अवश्य बतायें, किंतु ये ना लिखें कि ये निजी टिप्पणी नहीं है, या फिर निजी से बचना चाहें तो मात्र लेख का नाम दें, या मेरी वार्ता पर बतायें। और लखनऊ के विद्यालय के लेख विशेष के बारे में मैं पहले ही बता चुका हूं।आपकी मंशा भले अच्छी हो किंतु पढ़ने वाला आपकी मंशा नहीं देखेगा। उसका परिणाम देखेगा। किसी अन्य को शायद ना पता हो, कि ये लेख लखनऊ की कड़ियों के लिए फिल्हाल बने हैं, जिन्हें बाद में बढ़ाया भी जायेगा, बल्कि कुछ तो बढ़ भी गये हैं। यही लेख अंग्रेज़ी में भी बने हैं। चाहें तो अंग्रेज़ी के लिंक उन लेखों पर देख लें। और मंशा सही होने पर भी भूल से कुछ काम किसी से भी गलत हो सकते हैं।तो इस चर्चा के अंत में यही कह सकते हैं, कि जब en:Category:Schools in Lucknow में १९ लेख बन सकते हैं, तब यहां तो मात्र ६ ही हैं। उन्हें भी अंग्रेज़ी बॉट्स की अनुमति मिली है, तब ये कैसे गलत होंगे? यानि ये सही हैं। यदि कोई सदस्य अपनी राय अब यहां दो दिन में देते हैं तो ठीक वर्ना ये चर्चा कृपया बंद की जाये, और यथास्थान श्रेणी:लखनऊ के विद्यालय और/या भारतीय ट्रेनों की सूची के वार्ता पृष्ठ पर स्था० की जाये। धन्यवाद:--आशीष भटनागर वार्ता १५:२५, २३ जुलाई २००९ (UTC)