सच्चिदानन्द
सच्चिदानन्द (सत्-चित्-आनन्द [1]) परम अपरिवर्तनशील वास्तविकता के व्यक्तिपरक अनुभव हेतु एक विशेषण और विवरण है, जिसे हिन्दू दर्शन दर्शन, विशेषतः वेदान्त की कुछ शाखाओं में ब्रह्म कहा जाता है, [2] [6] । यह "अस्तित्व, आनन्द, चेतना, विवेक और सत्य" [4] [7] का प्रतिनिधित्व करता है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Sat-cit-ananda definition and meaning". Collins English Dictionary (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-04-16.
- ↑ Jones & Ryan 2006, पृ॰ 388.
- ↑ Puligandla 1997, पृ॰ 222.
- ↑ अ आ Raju 2013, पृ॰ 228.
- ↑ Potter 2008, पृ॰ 6-7.
- ↑ Brahman is "the unchanging reality amidst and beyond the world",[3] which "cannot be exactly defined", but is being-consciousness-bliss[4] and the highest reality.[5]
- ↑ Werner 2004, पृ॰ 88.
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