सरवनखेड़ा
सरवनखेड़ा (Sarwankheda) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन ज़िले में स्थित एक गाँव है।[1][2]
सरवनखेड़ा Sarwankheda | |
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गाँव | |
ग्राम में एक खेत | |
निर्देशांक: 23°33′58″N 75°32′24″E / 23.566°N 75.540°Eनिर्देशांक: 23°33′58″N 75°32′24″E / 23.566°N 75.540°E | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | उज्जैन ज़िला |
तहसील | महिदपुर |
शासन | |
• विधायक | बहादुर सिंह चौहान (भारतीय जनता पार्टी) |
• सांसद, लोकसभा | चिंतामणी मालवीय |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 780 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, मालवी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 456440 |
दूरभाष कोड | 07365 |
वाहन पंजीकरण | MP-13 |
विवरण
संपादित करेंसरवनखेड़ा महिदपुर रोड रेलवे स्टेशन से 4.6 किमी और महिदपुर शहर राजमार्ग से 3.6 किमी की दुरी पर स्थित है। भारत और पंचायत राज अधिनियम के संविधान के अनुसार, सरवनखेड़ा गांव को सरपंच (ग्राम प्रमुख) द्वारा प्रशासित किया जाता है, जो गांव के प्रतिनिधि चुने जाते हैं। गाँव में अधिकतर कच्चे मकान है किन्तु अब कई पक्के मकान भी बनने लग गए है| गाँव के अंदर गलियों में पक्की सड़क बनी हुई है| पिने के पानी के लिए नलकूप और निजी ट्यूबवेल भी है| सरवनखेड़ा में गाँव के बिच से सड़क निकली जो गाँव को दो भागो में विभाजित करती है| गाँव में ३-४ छोटी दुकाने भी है जहाँ रोज काम आने वाले सामान मिल जाया करते है| बाकि बड़े उपयोग सामान के लिए नजदीकी महिदपुर रोड जाना पड़ता है|
जनसंख्या
संपादित करें2011 की जनगणना के अनुसार सरवनखेड़ा की आबादी 780 है जिसमें पुरुष 391 और 389 महिलाएं हैं।
विवरण | कुल | पुरुष | महिला |
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कुल घरो की संख्या | 161 | - | - |
जनसंख्या | 780 | 391 | 389 |
बालक (0-6) | 134 | 64 | 70 |
अनुसूचित जाति | 190 | 97 | 93 |
अनुसूचित जनजाति | 0 | 0 | 0 |
साक्षरता | 55.57 % | 69.42 % | 41.38 % |
कुल श्रमिक | 373 | 214 | 159 |
मुख्य श्रमिक | 342 | 201 | 141 |
सीमांत श्रमिक | 31 | 15 | 16 |
अनुसूचित जाति (एससी) सरवनखेड़ा गाँव में कुल जनसंख्या का 24.36% है। गाँव सरवनखेड़ा में वर्तमान में कोई अनुसूचित जनजाति (एसटी) जनसंख्या नहीं है|
व्यवसाय
संपादित करेंयहाँ पर अधिकतर परिवार का प्रमुख व्यवसाय खेती करना है| लगभग पूरी आबादी खेती पर निर्भर है| कुछ लोग मजदूरी करके भी अपना जीवन यापन करते है| पशुपालन भी यहाँ का एक व्यावसाय है, मगर कुल आबादी का २० से ३० प्रतिशत ही है|
विद्यालय
संपादित करेंसरवनखेड़ा गांव में अध्ययन के लिए 2 सरकारी स्कूल हैं
- प्राथमिक विद्यालय - 5 वीं कक्षा तक
- माध्यमिक विद्यालय - 8 वीं कक्षा तक
मूल शिक्षा
संपादित करेंनिजी विद्यालयों के अध्ययन के लिए महिदपुर रोड में कई प्राथमिक विद्यालय हैं और साथ ही साथ मिडिल स्कूल भी हैं। सरस्वती विद्या मंदिर और नेहरू स्कूल 10 वीं तक की अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं। पीसीएम, पीसीबी, वाणिज्य और कला विषयो में 11 वीं और 12 वीं के लिए एक सरकारी विद्यालय भी है|
उच्च शिक्षा
संपादित करेंकॉलेज अध्ययन के लिए विद्यार्थी नागदा और महिदपुर शहर के सरकारी और निजी कॉलेज में भी जाते हैं, यहाँ पर आईटीआई कॉलेज भी है| तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा के लिए या अन्य विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम और डिग्री के लिए उज्जैन जिले में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
मंदिर
संपादित करेंसरवनखेड़ा में 2 पूरी तरह से निर्मित और 2 निर्माणाधीन मंदिर हैं।
- हनुमान मंदिर - गांव के पूर्वी कोने में स्थित है और गाँव की मुख्य सड़क के निकट है।
- माता मंदिर - जब हम गांव में प्रवेश करते हैं तो झील के नजदीक दुर्गा माता का एक नया मंदिर है। जहाँ प्रतिदिन सुबह और शाम को आरती व नवरात्री में भजन भी होते है|
- राम मंदिर - भगवान राम, सीता और लक्ष्मण जी का मंदिर गांव के मध्य में स्थित है|
- गांव में अलग-अलग जगहों में अन्य छोटे-छोटे और भी मंदिर है, जैसे शीतला माता मंदिर, नाग मंदिर|
परिवहन
संपादित करेंरेलवे
संपादित करेंट्रेन से यात्रा करने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन महिंदपुर रोड है, जहां कुछ रेलगाड़ियां रुकती हैं और वहां आरक्षण खिड़की भी मौजूद है। और अधिक दुरी की यात्रा करने के लिए २० कीमी की दुरी पर नागदा जंक्शन है जहाँ लगभग सभी प्रमुख शहरो के लिए समय-समय पर ट्रेन मिलती है| रतलाम डिवीज़न और उज्जैन स्टेशन भी लगभग ६० से ७० कीमी तक है|
बस
संपादित करेंमहिंदपुर रोड, नागदा और महिदपुर शहर मुख्य बस टर्मिनल है, जो सभी प्रमुख शहरों को जोड़ता हैं|
स्थानीय
संपादित करेंस्थानीय परिवहन के लिए अधिकांश लोग अपने वाहन से आना जाना पसंद करते हैं| समय समय पर टाटा मैजिक सुबह से शाम तक महिंदपुर रोड से गाँव तक आने जाने हेतु उचित शुल्क पर मिलती हैं।
कृषि
संपादित करेंयहाँ के परिवार मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र पर निर्भर है| किसानों के खेतों में मुख्यतः सोयाबीन और गेहूं दो प्रमुख फसलों को देखा जा सकता है| गांव में कुछ प्रतिशत फसल चना, लहसुन, मक्का, तुअर दाल, मूंग दाल, आलू, प्याज, मूंगफली, मैथी, मटर आदि की फसल भी लेते है। किसान फसल के साथ साथ पशुपालन भी करते है, इस हेतु अपने खेतों में पशुओ के खाने के लिए बरसिंग, मक्का और अन्य की बुआई भी करते है|
गांव के पास सिंचाई के लिए एक बांध है, गांव में एक छोटी झील भी है| ज्यादातर किसानों के पास सिंचाई हेतु स्वयं के कुएं, बावडिया और टियूबवेल भी है।
जलवायु
संपादित करेंजलवायु के हिसाब से गाँव मध्य भारत के समान ही है यहं औसत वर्षा और 5 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है|
बैंक
संपादित करेंगाँव में किसी बैंक की कोई शाखा तो नहीं है मगर पास ही महिंदपुर रोड में एक राष्ट्रीयकृत बैंक, बैंक ऑफ इंडिया की शाखा उपलब्ध है जहाँ पर अधिकतर सभी नजदीकी गाँव के किसान और व्यापारियों के खाते है| एक अन्य सहकारी बैंक नर्मदा मालवा ग्रामीण बैंक भी है|
नजदीकी गाँव
संपादित करेंसरवनखेड़ा, महिदपुर शहर के राजमार्ग से कुछ दूरी पर स्थित है। जिसके पश्चिम में गोगापुर, दक्षिण में बरुखेडी, पूर्व में तरनोद और उत्तर दिशा में कानखेड़ी ग्राम है, इन सभी गाँवो तक पहुँचने के लिए गाँव से पक्की सड़क का निर्माण किया गया है।
चित्रदीर्घा
संपादित करें-
गांव के एक खेत में फसल
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गांव में स्थित एक कुआँ
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गाँव में खेत पर बनी एक झोपड़ी
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मंदिर के अन्दर विराजित हनुमानजी
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तालाब के नजदीक माताजी का मंदिर
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गाँव के बहार सड़क किनारे विद्यालय
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293