हम हैं राही प्यार के
हम हैं राही प्यार के 1993 की महेश भट्ट द्वारा निर्देशित और ताहिर हुसैन द्वारा निर्मित हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फिल्म है। इसमें प्रमुख भूमिकाओं में आमिर खान और जूही चावला है। रिलीज होने पर, फिल्म ने जूही चावला के लिये फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार प्राप्त किया और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार भी पाया।
हम हैं राही प्यार के | |
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हम हैं राही प्यार के का पोस्टर | |
निर्देशक | महेश भट्ट |
लेखक | आमिर ख़ान |
पटकथा | रोबिन भट्ट |
निर्माता | ताहिर हुसैन |
अभिनेता |
आमिर ख़ान, जूही चावला |
छायाकार | प्रवीण भट्ट |
संगीतकार | नदीम-श्रवण |
प्रदर्शन तिथियाँ |
5 जुलाई, 1993 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंराहुल मल्होत्रा (आमिर खान) एक परिधान कंपनी का रखवाला है जिस पर श्री बिजलानी को एक लाख शर्ट का लंबित ऑडर है। राहुल अपनी मृत बहन के शरारती बच्चों का अभिभावक भी हैं। जिनके नाम है: सनी, मुन्नी और विकी। उसे बच्चों को संभालना मुश्किल लगता है। जब बच्चे ज्यादा परेशान करते हैं तो राहुल उन्हें उनके कमरे में बंद करके उन्हें दंडित करता है। हालांकि, बच्चे भाग जाते हैं और शहर में मेले के लिए चले जाते हैं।
वैजयंती (जूही चावला) एक दक्षिण भारतीय व्यापारी और संगीत प्रेमी की चुलबुली बेटी है। उसके पिता चाहते हैं कि वह नटराजन से शादी करें, जो संगीतज्ञ है और कुछ हद तक डरावना भी है। वैजयंती ने उससे शादी करने से इंकार कर दिया। इसलिये सजा के रूप में उसे भी कमरे में बंद कर दिया गया। वो भी भाग जाती है। वह मेले में तीन बच्चों से मिलती है और वे दोस्त बन जाते हैं। वैजयंती बताती है कि उसके पास कोई घर नहीं है इसलिए बच्चे उसे अपने साथ रहने के लिए आमंत्रित करते हैं।
राहुल से वैजयंती को छिपाने के लिए बच्चे बड़ी हद तक जाते हैं। उल्लसित अनुक्रमों की एक पंक्ति में, वे विजययंती की खोज से पहले राहुल से हमेशा एक कदम आगे रहते हैं। दो रात बाद हालांकि, वैजयंती का पर्दाफाश हो जाता है। राहुल देखता है कि बच्चे उससे प्यार करते हैं, इसलिए वह उन्हें बच्चों की दाई के रूप में नौकरी देता है। वैजयंती राहुल और बच्चों के साथ रहना शुरू कर देती है और धीरे-धीरे उससे प्यार करने लगती है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- आमिर ख़ान - राहुल मल्होत्रा
- जूही चावला - वैजन्ती अय्यर
- दलीप ताहिल - बिजलानी
- नवनीत निशान - माया
- के डी चंद्रन - श्री अय्यर
- वीरू कृष्णन - नटराज अय्यर
- टीकू तलसानिया - वकील होमी वाडिया
- मुश्ताक खान - भगवती प्रसाद मिश्रा "मिश्राजी"
- जावेद खान चोर छोट्या
- विकी भरूचा - विकी
- कुणाल खेमू - सनी
- बेबी अशरफ - मुन्नी
संगीत
संपादित करेंफ़िल्म का संगीत, संगीतकार जोड़ी नदीम-श्रवण द्वारा रचित है और गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं।
क्र. | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1 | "घूँघट की आड़ से दिलबर का" | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 06:17 |
2 | "मुझसे मोहब्बत का इज़हार" | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 05:07 |
3 | "यूँही कट जाएगा सफ़र साथ" | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 07:40 |
4 | "वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो" | साधना सरगम | 04:48 |
5 | "बम्बई से गयी पूना" | अलका याज्ञिक | 04:23 |
6 | "चिकनी सूरत तू कहाँ था" | कुमार सानु | 04:24 |
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करेंविजेता
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार - ताहिर हुसैन
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - जूही चावला
- फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार - समीर "घूँघट की आड़ से"
- राष्ट्रीय फिल्म विशेष जूरी पुरस्कार - महेश भट्ट
- राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका- अलका याज्ञिक "घूँघट की आड़ से"
नामांकन