अभय सिंह (मारवाड़)

१७०४ से १७४९ तक मारवाड़ के महाराज

महाराजा अभय सिंह राठौड़ (7 नवंबर 1702 - 18 जून 1749) मारवाड़ (जोधपुर साम्राज्य) के राजा थे जिन्होंने 24 जून 1724 से 18 जून 1749 तक शासन किया।[1][2] [3]अभयसिह का पुत्र रामसिंह था। अपने पुत्र के असंगति वाले व्यवहार से अभयसिह क्षुब्ध था। उसने एक दिन सभी प्रमुख सरदारो को इकट्ठा कर चर्चा की। उसने कहाँ कि यदि सरदारो को लगता है कि मेरा पुत्र अयोग्य हैं तो मै अभी से उसे कुछ छोटी मोटी जागीर देकर हटा देता हूँ। लेकिन सामंतो ने विश्वास दिलाया कि अगर उनके मान सम्मान मे कोई ठेस नहीं पहुंचती है तो वे रामसिंह के लिए सदैव हाजिर रहेगे। लेकिन रामसिंह का चाल चलन ठीक नहीं रहता है। वह अमिया नामक नगारची की बहन को अपनी पासवान बना देता है। अमिया को मुसाहिब बना देता है। रिया के सामंत से उसका एक चाकर विजिया देवासी जबरदस्ती छीन लेता हैं। ऐसे कई कारणों से अभयसिह का पुत्र लंबे समय तक शासन नहीं कर पाता है। उसका चाचा,बखतसिह मारवाड़ पर कब्जा कर देता है।

महाराजा अभय सिंह राठौड़
जोधपुर के महाराजा
कार्यकाल24 जून 1724 – 18 जून 1749
राज्याभिषेक17 जुलाई 1724, दिल्ली
जन्म7 नवंबर 1702
मेहरानगढ़, जोधपुर
निधन18 जून 1749 (आयु 46 साल)
अजमेर
घरानाराठौड़
पिताअजीत सिंह
धर्महिन्दू

राज्याभिषेक संपादित करें

महाराजा अजीत सिंह की मृत्यु पर अभय सिंह का 24 जून 1724 को राज्याभिषेक किया गया। पिता की हत्या खुद अभय सिंह और भाई बख्त सिंह ने साजिश रचकर की थी।[4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. N.S. Bhati, Studies in Marwar History, page 6
  2. R.K. Gupta, S.R. Bakshi, "Studies In Indian History: Rajasthan Through The Ages The Heritage Of Rajputs", Page 302
  3. ओझा, गौरीशंकर हीराचंद (1949). राजपूताना का इतिहास. जोधपुर: राजस्थान राज्य प्राच्य विधा प्रतिष्ठान जोधपुर. पृ॰ 371.
  4. Gupta, R. K.; Bakshi, S. R. (2008). Rajasthan Through the Ages (अंग्रेज़ी में). Sarup & Sons. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7625-841-8.