उदयपुर के सज्जन सिंह
उदयपुर का महाराना
महाराणा सज्जन सिंह[1] (18 जुलाई 1859 से 23 दिसंबर 1884) के भारतीय हिन्दू उदयपुर रियासत के महाराणा यानी शासक थे। जिन्होंने 1874 से 1884 तक शासन किया था।[2] सज्जन सिंह बागोर के शक्ति सिंह के पुत्र थे जिनको पहले चचेरे भाई शम्भू सिंह ने अपनाया था और शम्भू के बाद 1874 में गद्दी पर बैठे थे।[3] इनका निधन बिना वारिस के ही हो गयी थी अर्थात् इनकी सन्तान नहीं थी।
HH महाराजधिराज महाराणा सर श्री सज्जन सिंहजी | |
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उदयपुर रियासत के महाराणा | |
शासनावधि | 1874-84 (10 साल) |
पूर्ववर्ती | महाराणा शम्भू सिंहजी |
उत्तरवर्ती | महाराणा फतेह सिंहजी |
जन्म | 18 जुलाई 1859 |
निधन | 23 दिसम्बर 1884 | (उम्र 25 वर्ष)
जीवनसंगी | HH महारानीजी सा बड़ा राठौड़जी (ईडरिया) केसर कँवरजी पुत्री HH महाराजा सर श्री जवान सिंहजी गंभीर सिंहजी ईडर
HH महारानीजी सा मंझली राठौड़ जी (किशनसिंहोत) पुत्री HH महाराजा सर श्री पृथ्वी सिंहजी किशनगढ़ HH महारानीजी सा लाडी राठौड़ जी (ईडरिया) तख्त कँवरजी |
संतान | महाराज कुंवर जी सूर्य सिंहजी (बाल्यकाल में निधन) |
पिता | बागोर के महाराज शक्ति सिंहजी |
माता | रानीजी राठौड़जी (किशनसिंघोत) रूप कँवरजी पुत्री राजा शार्दूल सिंहजी परपौत्री राजा शेर सिंहजी गंगवाना-किशनगढ़ |
मेवाड़ के सिसोदिया राजवंश के शासक (1326–1948 ईस्वी) | ||
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राणा हम्मीर सिंह | (1326–1364) | |
राणा क्षेत्र सिंह | (1364–1382) | |
राणा लखा | (1382–1421) | |
राणा मोकल | (1421–1433) | |
राणा कुम्भ | (1433–1468) | |
उदयसिंह प्रथम | (1468–1473) | |
राणा रायमल | (1473–1508) | |
राणा सांगा | (1508–1527) | |
रतन सिंह द्वितीय | (1528–1531) | |
राणा विक्रमादित्य सिंह | (1531–1536) | |
बनवीर सिंह | (1536–1540) | |
उदयसिंह द्वितीय | (1540–1572) | |
महाराणा प्रताप | (1572–1597) | |
अमर सिंह प्रथम | (1597–1620) | |
करण सिंह द्वितीय | (1620–1628) | |
जगत सिंह प्रथम | (1628–1652) | |
राज सिंह प्रथम | (1652–1680) | |
जय सिंह | (1680–1698) | |
अमर सिंह द्वितीय | (1698–1710) | |
संग्राम सिंह द्वितीय | (1710–1734) | |
जगत सिंह द्वितीय | (1734–1751) | |
प्रताप सिंह द्वितीय | (1751–1754) | |
राज सिंह द्वितीय | (1754–1762) | |
अरी सिंह द्वितीय | (1762–1772) | |
हम्मीर सिंह द्वितीय | (1772–1778) | |
भीम सिंह | (1778–1828) | |
जवान सिंह | (1828–1838) | |
सरदार सिंह | (1838–1842) | |
स्वरूप सिंह | (1842–1861) | |
शम्भू सिंह | (1861–1874) | |
उदयपुर के सज्जन सिंह | (1874–1884) | |
फतेह सिंह | (1884–1930) | |
भूपाल सिंह | (1930–1948) | |
नाममात्र के शासक (महाराणा) | ||
भूपाल सिंह | (1948–1955) | |
भागवत सिंह | (1955–1984) | |
महेन्द्र सिंह | (1984–2024) | |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "No. 24976". The London Gazette. 24 May 1881.
- ↑ Murray, John (1929). Murray's Handbook, India, Pakistan, Burma & Ceylon. पृ॰ 157.
- ↑ Cotton, James Sutherland; Burn, Sir Richard; Meyer, Sir William Stevenson (1908). Imperial Gazetteer of India (अंग्रेज़ी में). Clarendon Press. पपृ॰ 93–94. मूल से 11 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 September 2016.