खड़गपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन
खड़गपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर में स्थित का एक रेलवे स्टेशन है।
खड़गपुर जंक्शन | |||||
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एक्सप्रेश ट्रेन और यात्री ट्रेन स्टेशन (एक राजधानी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस के साथ) | |||||
सामान्य जानकारी | |||||
स्थान | खड़गपुर - 721301, पश्चिम बंगाल भारत | ||||
निर्देशांक | 22°20′24″N 87°19′30″E / 22.3399°N 87.3249°E | ||||
उन्नति | 29 मी॰ (95 फीट) | ||||
स्वामित्व | भारतीय रेलवे | ||||
संचालक | दक्षिण पूर्व रेलवे | ||||
लाइन(एँ)/रेखा(एँ) | हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेलमार्ग हावड़ा-चेन्नई मुख्य रेलमार्ग हावड़ा-खड़गपुर रेलमार्ग आसनसोल-टाटानगर-खड़गपुर लाइन खड़गपुर-पुरी रेलमार्ग | ||||
प्लेटफॉर्म | 12 (1,1A,2,2A,3,3A,4,4A,5,6,7,8) | ||||
ट्रैक | 24 | ||||
निर्माण | |||||
संरचना प्रकार | मानक (भूमि पर) | ||||
पार्किंग | उपलब्ध | ||||
अन्य जानकारी | |||||
स्थिति | संचालित | ||||
स्टेशन कोड | KGP | ||||
ज़ोन | दक्षिणपूर्व रेलवे | ||||
मण्डल | खड़गपुर | ||||
इतिहास | |||||
प्रारंभ | 1898-99 | ||||
विद्युतित | हाँ | ||||
पूर्व नाम | बंगाल नागपुर रेलवे | ||||
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इतिहास
संपादित करेंखड़गपुर जंक्शन 1898-99 में चालू किया गया था। एक तरफ, बंगाल नागपुर रेलवे का खड़गपुर- कटक लाइन 1899 में नए वर्ष के दिन चालू किया गया था। दूसरी ओर, 19 अप्रैल 1900 को कोलाघाट में रूपनारायण नदी पर पुल के उद्घाटन के साथ, हावड़ा को खड़गपुर के साथ जोड़ा गया। उसी वर्ष खड़गपुर को सिनी से भी जोड़ा गया था। मार्ग 1898-99 में तैयार हुई थी। खड़गपुर- मिदनापुर शाखा मार्ग को 1901 में यातायात के लिए खोला गया था।[1]
भूमिकारूप व्यवस्था
संपादित करेंगोरखपुर, और केरल के कोल्लम जंक्शन के बाद, खड़गपुर में 1,072.5 मीटर (3,519 फीट) लंबाई के साथ दुनिया का तीसरा सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म है।[2][3][4] गोरखपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्निमाण पूरा हो जाने के बाद 6 अक्टूबर 2013 को नए प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया गया। तब तक खड़गपुर ने कई वर्षों तक दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफार्म होने का गौरव प्राप्त किया।[5] खड़गपुर में एशिया की सबसे बड़ी रेलवे सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग (SSI) प्रणाली भी स्थित है।[6]
खड़गपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नं. 1 और 3, और 2 और 4 लगा हुआ हैं। 24 कोच वाला कोरोमंडल एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नं. 3 की शुरुआत में रुकती है, और इसका पिछला डब्बा प्लेटफॉर्म नं. 1 में कुछ दूरी तक आता है।[2] आलू खासा[7] खड़गपुर रेलवे प्लेटफॉर्म पर पाए जाने वाले प्रसिद्ध पकवानों में से एक है।
पृष्ठभूमि
संपादित करेंयह हावड़ा के बाद दक्षिण पूर्वी रेलवे जोन का सबसे व्यस्त जंक्शन स्टेशन है। इसलिए, इसे दक्षिण पूर्वी रेलवे का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यह भारत के पचास सबसे ज्यादा बुकिंग किये जाने वाले स्टेशनों में से एक है। यह एक जंक्शन स्टेशन है जो हावड़ा को मुंबई, चेन्नई, आद्रा / पुरुलिया और नई दिल्ली से टाटानगर के माध्यम से जोड़ता है। यह भुवनेश्वर को नई दिल्ली से भी जोड़ता है। इस स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 275 ट्रेनें गुजरती हैं जिसमें माल गाड़ी शामिल है। यात्री यातायात के संदर्भ में, यह प्रतिदिन 176 ट्रेनों को संभालती है। इसलिए, खड़गपुर स्टेशन को और सुचारू रूप से चलाने के लिये, दक्षिण पूर्व रेलवे ने खड़गपुर के लिए एक वैकल्पिक स्टेशन के रूप में हिजली (आईआईटी-खड़गपुर के करीब) को विकसित करने का फैसला किया है।[8] भविष्य में, बालासोर की ओर से आने वाली और आद्रा या टाटानगर की ओर जाने वाली अधिकांश नई ट्रेनें हिजली पर रुकेंगी और खड़गपुर को बायपास करेंगी। खड़गपुर और हिजली के बीच यात्री आवागमन बढ़ाने के लिए, इन दोनों स्टेशनों के बीच नई ईएमयू सेवाएं शुरू की गई हैं।
हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेलमार्ग को भारतीय रेलवे के रूट ए के तहत वर्गीकृत किया गया है, जो ट्रेनों की 160 कि.मी / घंटा की अधिकतम अनुमेय गति को झेल सकती है। हालांकि, हावड़ा और खड़गपुर के बीच स्वचालित ब्लॉक खंड के परिणामस्वरूप, गति 120 कि.मी / घंटा तक सीमित है। हावड़ा-खड़गपुर खंड को भारतीय रेलवे पर उच्च घनत्व वाले स्वचालित ब्लॉक खंड मार्गों में से एक के रूप में पहचाना गया है। इस प्रकार टीपीडब्ल्यूएस (ट्रेन प्रोटेक्शन एंड वॉर्निंग सिस्टम) को इस खंड पर तैनात किया गया है, ताकि दुर्घटनाओं से पूर्व ट्रेन ड्राइवरों को आगाह किया जा सके।
चित्र दीर्घा
संपादित करें-
खड़गपुर में हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस
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स्टेशन का एक हवाई दृश्य
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खड़गपुर में एक ई.एम.यू.
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स्टेशन
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स्टेशन
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रात में प्रवेश और टिकट बुकिंग कार्यालय
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खड़गपुर जंक्शन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस रुकी
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ R.P.Saxena. "Indian Railway History timeline". मूल से 14 July 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-01-21.
- ↑ अ आ "Trivia". IRFCA. मूल से 21 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-01-21.
- ↑ "Indian Railway Facts". iloveindia. मूल से 30 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-01-21.
- ↑ "Gorakhpur gets world's largest railway platform". The Times of India, 7 October 2013. मूल से 7 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 October 2013.
- ↑ Dinda, Archisman (9 October 2013). "Uttar Pradesh gets world's longest railway platform". GulfNews.com. मूल से 5 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 October 2013.
- ↑ "Asia's largest interlocking system at Kharagpur station". Times of India. 15 Nov 2017. मूल से 1 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 November 2017.
- ↑ "AlOOKhasa - Kharagpur Railway Station Special". मूल से 3 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 मार्च 2020.
- ↑ "Hijli to ease congestion at Kharagpur station". Times of India. 31 Jul 2012. मूल से 15 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 मार्च 2020.