निज़ामुद्दीन असिर अद्रवी

मौलाना निज़ामुद्दीन असीर अदावी (उर्दू: مولانا نظام الدین اسیر ادروی) को असीर जरी के रूप में भी जाना जाता है, जो एक समकालीन सुन्नी हनफी विद्वान, इतिहासकार थे। और देवबंदी के उर्दू लेखक भारत में इस्लामी विचारधारा के हैं। उन्हें उनके तारिख जमीयत उलमा हिंद (जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के इतिहास पर 2 मात्रा का काम किए) और मुहम्मद क़ासिम नानोत्वी, रशीद अहमद गंगोही,महमूद अल-हसन और हुसैन अहमद मदनी की जीवनी पर लिखा। [1] [2]

मौलाना
निज़ामुद्दीन असीर अदावी
जन्म1926
अदरी, मऊ जिला, ब्रिटिश भारत के प्रेसिडेंसी और प्रांत
मृत्यु20, जनवरी, 2021
धर्मइस्लाम
न्यायशास्रहनफ़ी
मुख्य रूचिइतिहास
उल्लेखनीय कार्यतारीखे जमिआत उलमाए हिंद, तारीखे आज़ादी और मुसलमान, कारवानो रफ़ता
मातृ संस्थाजामिआ कासमिआ मदरसा शाही

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

असीर अद्रवी का जन्म 1926 के दौरान आद्री, मऊ में हुआ था। उन्हें 'मदरसा फ़यद अल-ग़ुरबा', अद्री में उनकी प्राथमिक कक्षाओं के लिए दाखिला दिया गया था। इसके बाद वे जामिया मिफ्ता उल उलूम गए और वहां हबीब अल-रहमान अल-आज़मी, मुंशी ज़हीर-उल-हक निशात सिमाबी और मौलाना अब्दुल लतीफ़ नोमानी के यहाँ अध्ययन किया।[2][3]

मौलाना असीर अद्रवी बाद में मुबारकपुर में मदरसा एहया-उल-उलूम गए, जहां उनके शिक्षकों में शुकरुल्लाह मुबारकपुरी, मौलाना बशीर अहमद मजाहिरी, मौलाना मुहम्मद उमर मजाहिरी और मुफ्ती मुहम्मद यजीदी शामिल थे। दारुल उलूम मऊ गया। उन्होंने कारी रियासत अली से जलालैन और अब्दुर रशीद अल-हुसैनी से मिश्कात का अध्ययन किया। [2]

असीर अद्रवि दारुल उलूम देवबन्द में प्रवेश पाने में सक्षम नहीं थे। वे 1942 में उच्च अध्ययन के लिए मदरसा शाही, मुरादाबाद गए और उन्होंने सय्यद फखरुद्दीन अहमद मुरादाबादी से सहीह अल-बुख़ारी ,मौलाना इस्माइल संभली से सही मुस्लिम और सैयद मुहम्मद मियाँ देवबन्दी से तिर्मिज़ी पढ़े। [2]

व्यवसाय संपादित करें

असीर अद्रवी ने 1954 में आद्री, मऊ में मदरसा दारुस सलाम की स्थापना की। उन्होंने 1974 से 1978 तक लखनऊ में जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रभारी अधिकारी के रूप में कार्य किया।बाद में उन्होंने 4 फरवरी 1978 से मद्रास के जामिया इस्लामिया में इस्लामिक साइंसेस को रिबरी तालाब वाराणसी में पढ़ाया, जब तक कि वह अपने बुढ़ापे के कारण अपाहिज नहीं हो गए।[2][3]

उन्होंने उर्दू में कुछ 30 किताबें लिखी हैं। उन्हें उर्दू में उनकी छोटी कहानियों के लिए जाना जाता है।[2][4]

साहित्यिक कार्य संपादित करें

असीर अद्रवी 3 मासिक तरजुमन के संपादक रहे हैं और उन्होंने इसके लिए सैकड़ों लेख लिखे हैं। वे साप्ताहिक अल-जमीयत और दैनिक अल-जमीयत के लिए स्तंभकार और लेखक रहे हैं। उन्होंने मुहम्मद क़ासिम नानोत्वी, रहमतुल्लाह कैरानवी, रशीद अहमद गंगोही, महमूद अल-हसन और हुसैन अहमद मदनी की जीवनी लिखा। [1] His notable books include:[2]

  • तारीखे आज़ाद और मुसलमान [6]
  • दारुल उलूम देबन्द,ईहाई इसलाम की अज़ीम तारीख [7]
  • दबिस्ताने देवबंद की इलमी खिदमात [8]
  • उर्दू सहारा दीवाने मूतानब्बी [9]
  • फ़न अस्मा उर रिज़ल
  • तफ़्सीर में इस्राइली रिवायत
  • तारीख़े तबरी का तहक़ीकी जाएज़ा

संदर्भ संपादित करें

  1. Fikr-e-Inqelab. Urdu Ke Farogh Mai Ulama-e-Deoband Ka 150 Saala Kirdar (Urdu में). Volume 5 (Shumara 112(16 to 31January 2017) संस्करण). All India Tanzeem Ulama-e-Haque. पृ॰ 533.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  2. आकिब अंजुम आफी. "Mawlāna Nizāmuddīn Asīr Adrawi, Hayāt awr Kārnāme". HindustanUrduTimes.com (Urdu में). मूल से 29 अक्तूबर 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 September 2019.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  3. Dastan Na'tamam (November, 2009 संस्करण). Kutub Khana Husainia, Deoband. पृ॰ 13,21–28,331.
  4. Afkar-e-Alam (Volume 1) (August, 2008 संस्करण). Shaikhul Hind Academy. पृ॰ 5.
  5. Asīr Adravī. Maʼās̲ir-i Shaik̲h̲ulislām : Mujāhid-i jalīl Ḥaz̤rat Maulānā Sayyid Ḥusain Aḥmad Madnī Quds-i sarah kī mis̲ālī zindagī aur kārnāme (Urdu में) (5th Edition, April 2017 संस्करण). Darul Muallifeen, Deoband.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  6. Asīr Adravī. Taḥrīk-i āzādī aur Musalmān (Urdu में) (5th Edition, April 2017 संस्करण). Darul Muallifeen, Deoband.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  7. Asīr Adravī. Dārulʻulūm Devband, iḥyā-yi Islām kī ʻaẓīm taḥrīk (Urdu में) (6th Edition, May 2015 संस्करण). Darul Muallifeen, Deoband.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  8. Asīr Adravī. Dabistān-i Devband kī ʻilmī k̲h̲idmāt (Urdu में) (October 2013 संस्करण). Kutub Khana Husainia, Deoband.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  9. Asīr Adravī. Urdu sharah Dīvān-i Mutanabbī (Urdu में). Maktaba Rahmania, Urdu Bazar, Lahore.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  10. Asīr Adravī. "Tareekh Jamiat Ulama i Hind By Maulana Nizamuddin Aseer Adravi Sahib". islamicbookscity.com (Urdu में). Al-Jamiat Book Depot, Delhi. मूल से 24 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 April 2019.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)