नो एन्ट्री
नो एन्ट्री 2005 में बनी हिन्दी भाषा की हास्य फ़िल्म है। इसके निर्देशक अनीस बज़्मी और निर्माता बोनी कपूर हैं। इसमें मुख्य भुमिका में सलमान ख़ान, अनिल कपूर, फ़रदीन ख़ान, लारा दत्ता, सेलिना जेटली, ईशा देओल और बिपाशा बसु हैं। समीरा रेड्डी विशेष भूमिका में हैं। यह एक तमिल फ़िल्म चार्ली चैपलिन पर आधारित है।[1]
नो एन्ट्री | |
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नो एन्ट्री का पोस्टर | |
निर्देशक | अनीस बज़्मी |
लेखक | अनीस बज़्मी |
निर्माता | बोनी कपूर |
अभिनेता |
अनिल कपूर, सलमान ख़ान, फ़रदीन ख़ान, लारा दत्ता, बिपाशा बसु, ईशा देओल, बोमन ईरानी, सेलीना जेटली |
छायाकार |
अशोक मेहता अरविन्द सोनी |
संपादक | संजय सांकला |
संगीतकार |
गीत : अनु मलिक पृष्ठभूमि संगीत: सलीम-सुलेमान |
प्रदर्शन तिथियाँ |
26 अगस्त, 2005 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंकिशन (अनिल कपूर) एक अमीर समाचार संपादक होता है। वह अपनी पत्नी काजल (लारा दत्ता) से बहुत प्यार करते रहता है और उसे धोखा देने के बारे में सोच भी नहीं सकता है। हालांकि उसकी पत्नी को हमेशा ये डर लगा रहता है कि उसके पति का किसी और औरत के साथ चक्कर तो नहीं चल रहा है। इस कारण वो अपने पति पर जरूरत से भी ज्यादा शक करते रहती है। प्रेम (सलमान ख़ान किशन का दोस्त है और उसका हाल किशन से बिलकुल अलग है। उसकी पत्नी, पूजा (ईशा देओल) उस पर आँख मूँद कर विश्वास करते रहती है और उसकी कही हर बात को सच मानते रहती है। लेकिन वो उसे ही झूठ के अलावा कभी कुछ नहीं कहता है और कई लड़कियों के साथ चक्कर चलाते रहता है।
शेखर (फ़रदीन ख़ान) किशन के समाचार कंपनी में काम करता है और किशन के एहसानों के बीच पूरी तरह दबा हुआ है। इस कारण वो किशन को अपने बड़ा भाई मानता है और उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है। किशन भी उसे अपने छोटे भाई के रूप में मानता है। उसके साथ कुछ घटनाएँ ऐसी होती है कि उसे और संजना (सेलिना जेटली) को एक दूसरे से प्यार हो जाता है। इन सभी के जीवन में नया मोड़ तब आता है, जब शेखर अपने कैमरे में प्रेम की उसकी कुछ प्रेमिकाओं के साथ फोटो ले लेता है। किशन उस फोटो को उसकी पत्नी को दिखाने की धमकी देता है। किसी तरह प्रेम उस कैमरे को उनसे दूर करने में सफल हो जाता है। पर वो इन सब से बचने के लिए बॉबी (बिपाशा बसु) को पैसे देकर किशन को पटाने का काम देता है। प्रेम किसी तरह किशन को बॉबी से मिलने के लिए तैयार करा लेता है। किशन को पता चलता है कि उसकी बीवी अजमेर जाने वाली है तो वो घर पर ही बॉबी से मिलने का प्लान बना लेता है।
काजल के घर से निकलने के बाद योजना के अनुसार बॉबी उसके घर आ जाती है। वे दोनों आउट हाउस (जहाँ शेखर रहता है) में चले जाते हैं। उसकी बीवी अपना पासपोर्ट घर पर ही भूल जाती है और जब वो उसे लेने वापस आती है तो अपने पति के साथ बॉबी को देख कर शक करने लगती है। इस शक से बचने के लिए किशन बोल देता है कि बॉबी असल में शेखर की पत्नी है। किशन के एहसानों से दबा हुआ शेखर उसके झूठ में साथ देने को मजबूर हो जाता है। वहीं शेखर अपनी और संजना की शादी की बात करने के लिए अपने बड़े भाई के रूप में किशन को ले चलता है। इस दौरान बॉबी के आ जाने के कारण संजना और उसके परिवार वालों के सामने किशन उसे अपनी पत्नी बता देता है। शेखर और संजना की शादी तय हो जाती है। शादी के दिन काजल भी आती है और किशन को पता चलता है कि काजल और संजना दोस्त हैं। किसी तरह बीमारी का नाटक कर किशन उस जगह से बच जाता है और शेखर के साथ संजना की शादी भी हो जाती है। शादी के बाद शेखर और संजना जिस होटल में हनीमून मनाने रुकते हैं, उसी होटल में किशन और काजल भी रुकने आ जाते हैं। परेशानी और भी बढ़ जाती है, जब बॉबी भी उसी होटल में रुकने आ जाती है। जब वे सब लोग एक साथ मिलते हैं तो किशन और शेखर का सारा झूठ सामने आ जाता है। संजना और काजल अपने अपने पति से तलाक लेने का फैसला करती हैं।
उनकी शादी को बचाने के लिए प्रेम आता है और कह देता है कि बॉबी उसकी दूसरी पत्नी है। ये बात उसकी पत्नी पूजा भी सुन लेती है। इस तरह तीनों का एक जैसा हाल हो जाता है। प्रेम पहाड़ से कूद कर अपनी जान देने का नाटक करते रहता है। पर उसे रोकने की कोशिश करते हुए शेखर और उन दोनों को बचाने की कोशिश में किशन भी पहाड़ में लटक जाते हैं और गिरने की कगार पर आ जाते हैं। पूजा, काजल और संजना उन्हें गिरने से बचाने के लिए रस्सी देती हैं, लेकिन प्रेम पहले माफ करने को कहता है। उन सभी के माफ करने के बाद वे लोग रस्सी से ऊपर आ जाते हैं और कभी ऐसी गलती दुबारा न करने का फैसला करते हैं। अंत में दिखाया जाता है कि वे तीनों सुधरने का नाटक कर रहे हैं।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- सलमान ख़ान — प्रेम
- अनिल कपूर — किशन
- फ़रदीन ख़ान — शेखर
- ईशा देओल — पूजा (प्रेम की पत्नी)
- लारा दत्ता — काजल (किशन की पत्नी)
- सेलीना जेटली — संजना (शेखर की पत्नी)
- बिपाशा बसु — बॉबी
- बोमन ईरानी — मंत्री
- परेश गनात्रा — जगमोहन कौशिक
- दिनेश हिंगू — दिलीप जयसिंह, होटल कर्मचारी
- समीरा रेड्डी — बीच गर्ल (विशिष्ट उपस्थिति)
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "दिल पागल है" | कुमार शानू, केके, अलका याज्ञनिक | 4:51 |
2. | "हॉट हॉट: कलयुग की लैला" | अलीशा चिनॉय, वसुंधरा दास, सुनिधि चौहान | 5:55 |
3. | "इश्क़ में" | केके, अलीशा चिनॉय | 5:36 |
4. | "जस्ट लव मी: मैं अकेला" | सोनू निगम | 4:41 |
5. | "कहाँ हो तुम" | कुमार शानू, उदित नारायण | 5:43 |
6. | "मेरे जैसा कोई नहीं" | अलीशा चिनॉय, सुनिधि चौहान | 5:10 |
7. | "नो एन्ट्री: इश्क़ दी गली विच" | सोनू निगम, अलीशा चिनॉय | 6:08 |
8. | "व्हाय व्हाय: दिल चुरा के" | अलीशा चिनॉय | 5:24 |
परिणाम
संपादित करेंयह फ़िल्म बहुत पसंद की गई और ये 2005 की सबसे सफ़ल फ़िल्म थी। भारत में ही इसकी कुल कमाई 44,84,00,000 थी।[2][3]
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करेंपुरस्कार | श्रेणी | नामित व्यक्ति | परिणाम |
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फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार (2006) | सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म | बोनी कपूर | नामित |
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री | बिपाशा बसु | ||
सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता | अनिल कपूर | ||
सलमान ख़ान |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "No Entry is no remake of Masti". Bollywood Hungama. 6 October 2004. अभिगमन तिथि 17 June 2012.
- ↑ "Archived copy". मूल से 24 July 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 August 2011.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ "Chennai Box Office - sify.com". 2017-09-09. मूल से 9 September 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2022-02-04.