प्रेम (फ़िल्म)

1995 की सतीश कौशिक की फ़िल्म

प्रेम 1995 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन सतीश कौशिक ने किया और मुख्य भूमिकाओं में संजय कपूर और तबु हैं। ये दोनों की पहली फिल्म होने वाली थी लेकिन ये कई साल खिंच गई। फिर भी ये संजय की पहली फिल्म रही लेकिन तबु की पहली फ़िल्म पहला पहला प्यार तो 1994 में ही जारी हो गई। इसका निर्देशन पहले शेखर कपूर कर रहे थे परंतु उनके छोड़कर जाने पर सतीश कौशिक ने फिल्म पूरी की।

प्रेम

प्रेम का पोस्टर
निर्देशक सतीश कौशिक
लेखक जावेद अख्तर
निर्माता बोनी कपूर
अभिनेता संजय कपूर,
तबु,
दीपक तिजोरी
संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
प्रदर्शन तिथियाँ
5 मई, 1995
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

ये फिल्म में तबु और संजय कपूर दो किरदार निभाते हैं और पुनर्जन्म पर इसकी कहानी केन्द्रित है।

संजय वर्मा एक योग्य युवा व्यक्ति है, जिसने शांतनु के रूप में पिछले जीवन की विभ्रांति आती रहती हैं। वह एक छोटे से गाँव की यात्रा करता है और सोनिया वर्मा से मिलता है। उसे वो अपनी यादें में लच्छी नाम की लड़की जैसी लगती है। वो आश्वस्त होता है कि वे पिछले जीवन में प्रेमी थे। वह सोनिया को लुभाने का व्यर्थ प्रयास करता है, जिसकी विक्रम मालोचा से शादी तय है और सगाई पहली ही हो चुकी है।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."हाय मेरी अँखियों ने सपना देखा रे"अलका याज्ञिक4:14
2."मैंने जी लिया मार लिया प्रेम"नलीन दवे, अलका याज्ञिक6:58
3."मेरी चूड़ियाँ बजे छन छन"अलका याज्ञिक, नलीन दवे6:08
4."तुम खूबसूरत हो तुम हसीन हो"नलीन दवे5:18
5."ये धरती ये अम्बर जब से" (I)अलका याज्ञिक, नलीन दवे7:12
6."एक बात हुई कल रात हुई"नलीन दवे, अलका याज्ञिक6:53
7."ये धरती ये अम्बर जब से" (II)नलीन दवे3:26
8."दो तेरी अँखिया दो मेरी अँखिया"अलका याज्ञिक, नलीन दवे6:44
9."सात जनम सात वचन सात समंदर"नलीन दवे5:29

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें