महाकाल मंदिर दार्जिलिंग
महाकाल मंदिर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जिलिंग में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह शिव को समर्पित है जो हिंदू त्रिमूर्ति देवों में शामिल हैं।
महाकाल मंदिर | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | शिव |
त्यौहार | सभी महत्वपूर्ण हिंदू एवं बौद्ध पर्व |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | दार्जिलिंग |
ज़िला | दार्जिलिंग जिला |
राज्य | पश्चिम बंगाल |
देश | भारत |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | मंदिर |
निर्माता | लामा दोरजे रिनजिंग |
स्थापित | 1782 |
मंदिर का निर्माण 1782 में लामा दोरजे रिनजिंग द्वारा किया गया था। यह दार्जिलिंग में वेधशाला हिल के ऊपर स्थित है और यह हिंदू और बौद्ध धर्मों का एक पवित्र पूजा स्थल है। यह एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है जहां दोनों धर्म सौहार्दपूर्ण ढंग से मिलते हैं।[1][2][3][4]
इतिहास
संपादित करेंमहाकाल मंदिर दार्जिलिंग में एक ऐतिहासिक इमारत के रूप में स्थित है, जहां 'दोरजे-लिंग' नामक बौद्ध मठ खड़ा था, जिसे 1765 में लामा दोरजे रिनजिंग ने बनवाया था। मान्यता है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर (भगवान शिव) का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन शिव-लिंग 1782 में इस स्थल पर प्रकट हुए थे। 1815 में गोरखा आक्रमण के दौरान मठ को लूट लिया गया और नष्ट कर दिया गया। जिसके बाद इसे एक मील दूर भूटिया बोट में स्थानांतरित कर दिया गया और इसे भूटिया मठ कहा गया। मंदिर क्षेत्र का एक बहुत पूजनीय और दर्शनीय धार्मिक स्थल बन गया है।[3][5] मान्यता यह भी है कि दार्जिलिंग नाम स्वयं मठ दोरजे-लिंग के नाम से लिया गया है।[6]
मंदिर परिसर
संपादित करेंमुख्य महाकाल मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह समाज के सभी वर्गों और धर्मों के भक्तों के लिए खुला है, जो ज्यादातर मंदिर में अवकाश या तीर्थयात्रा के लिए जाते हैं। बेल और सैकड़ों रंग-बिरंगे प्रार्थना झंडे ऊपर-ऊपर चलते और तीर्थस्थल को दर्शाते हैं। मुख्य मंदिर के अंदर सोने के तीन चढ़े हुए लिंग हिंदू देवताओं ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर का प्रतिनिधित्व करते हैं। लिंग के साथ में भगवान बुद्ध की मूर्तियाँ हैं, जहाँ हिंदू पुजारी और बौद्ध भिक्षु दोनों धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और एक साथ प्रार्थना करते हैं। मंदिर परिसर के भीतर एक सफ़ेद चोर्टेन (तिब्बती स्मारक मंदिर) है, जहाँ डोरजे रिनजिंग लामा के अवशेष हैं, जो कि मंदिर के मूल निर्माता हैं। चारों ओर बिंदीदार कई अन्य छोटे मंदिर हैं, जो देवी काली, देवी दुर्गा, साक्षात भगवती देवी, भगवान गणेश, भगवान कृष्ण, भगवान राम, शिरडी साईं बाबा, हनुमान, देवी पार्वती, राधा और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित हैं।
अवस्थिति
संपादित करेंमहाकाल मंदिर, चौरास्ता के पीछे स्थित है और दार्जिलिंग शहर के रिज पर माॅल रोड से घिरा हुआ है। मॉल से लगभग 100 गज की दूरी पर एक ऊँची संकरी सड़क है। यहां पैदल ही पहुँचा जा सकता है।[7]
भौगोलिक महत्व
संपादित करेंऑब्जर्वेटरी हिल स्वयं वनस्पतियों और जीवों में समृद्ध है जो हिमालय पर्वत की श्रृंखला के लिए अद्वितीय है और विश्व की तीसरी सबसे ऊँची चोटी कंचनजंघा को मंदिर परिसर के ऊपर से देखा जा सकता है।[1]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसंदर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Chodon, Thinley (21 जून 2018). "The Mahakal Mandir in Darjeeling - Outlook Traveller" [दार्जिलिंग में महाकाल मंदिर - आउटलुक ट्रेवेलर]. www.outlookindia.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 15 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "Darjeeling Observatory Hill & Mahakal Temple" [दार्जिलिंग ऑब्जरवेटरी हिल & महाकाल मंदिर]. www.darjeeling-tourism.com (अंग्रेज़ी में). 2019. मूल से 14 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ अ आ "Mahakal Temple Darjeeling, Mahakal Mandir in Darjeeling". www.darjeelingonline.in (अंग्रेज़ी में). मूल से 3 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "Mahakal Temple in Darjeeling India - Attractions in Darjeeling MakeMyTrip.com". www.makemytrip.com. मूल से 15 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-08-15.
- ↑ रमेश (2018-06-05). "Mahakal Mandir in Darjeeling connects both Hindus and Buddhists" [दार्जिलिंग में महाकाल मंदिर हिंदू और बौद्ध दोनों को जोड़ता है]. Detechter (अंग्रेज़ी में). मूल से 8 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-08-15.
- ↑ नवभारतटाइम्स.कॉम (2020-02-14). "अनोखा मंदिर, यहां एक साथ विराजते हैं भगवान शिव और गौतम बुद्ध". नवभारत टाइम्स. मूल से 22 अप्रैल 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-05-17.
- ↑ Tourism, Darjeeling Adventure. "Mahakal Temple Darjeeling, Places to visit in Darjeeling, Observatory Hill (Mahakal Mandir) Darjeeling". darjeelingadventuretourism.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 1 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-08-15.