मिशन कश्मीर

2000 की विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म

मिशन कश्मीर 2000 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय एक्शन फ़िल्म है। इसका निर्देशन और निर्माण विधु विनोद चोपड़ा ने किया और मुख्य भूमिकाओं में संजय दत्त, ऋतिक रोशन, प्रीति जिंटा, सोनाली कुलकर्णी और जैकी श्रॉफ हैं। जारी होने पर मिशन कश्मीर आलोचनात्मक और व्यावसायिक सफलता बन गई। जिस दिन मोहब्बतें जारी हुई उसी तारीख को जारी होने के बावजूद यह उस वर्ष की भारत में तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी।

मिशन कश्मीर

मिशन कश्मीर का पोस्टर
निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा
लेखक विक्रम चन्द्रा
विधु विनोद चोपड़ा
अभिजात जोशी
सुकेतु मेहता
अतुल तिवारी
निर्माता विधु विनोद चोपड़ा
अभिनेता ऋतिक रोशन,
संजय दत्त,
प्रीति ज़िंटा,
जय किशन श्राफ
सोनाली कुलकर्णी
छायाकार विनोद प्रधान
संपादक राजकुमार हिरानी
संगीतकार शंकर-एहसान-लॉय
निर्माण
कंपनियां
वितरक विनोद चोपड़ा प्रोडक्शन्स
डेस्टिनेशन फिल्म्स
प्रदर्शन तिथियाँ
  • अक्टूबर 27, 2000 (2000-10-27)
लम्बाई
161 मिनट
देश भारत
भाषा हिन्दी
कुल कारोबार 372.5 मिलियन (US$5.44 मिलियन) (घरेलू सकल)[2]

संक्षेप संपादित करें

इनायत खान (संजय दत्त) श्रीनगर, कश्मीर की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार पुलिस का वरिष्ठ अधीक्षक हैं। एक दिन उसके छोटा बेटा इरफान (योगिन सोनी) दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और उसे अस्पताल ले जाया जाता है। लेकिन मलिक उल खान (पुरू राजकुमर) द्वारा प्रेरित एक फतवा के कारण डॉक्टरों को पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए मना कर दिया गया है। डॉक्टरों ने इलाज करने से इंकार कर दिया। इरफान अपनी चोटों से मर जाता है और खान व्यक्तिगत रूप से मलिक के खतरे को खत्म करने के लिए कसम खाता है। यह पता लगने के बाद कि मलिक और उसके आदमी एक गांव में शरण ले रहे हैं। इनायत और उसके आदमी सभी आतंकवादियों पर हमला करने और मारने का प्रबंधन करते हैं। दुर्भाग्यवश, क्रॉसफायर में एक परिवार आ जाता है और मारा जाता है। अल्ताफ (मोहसिन मेमन) नाम का एक छोटा लड़का एकमात्र पारिवारिक सदस्य है जो गोलीबारी में बचता है। इनायत की पत्नी नीलिमा (सोनाली कुलकर्णी), अल्ताफ के लिए खेद करती है और अल्ताफ को अपनाने के लिए इनायत को राजी करने का प्रयास करती है। खान अनिच्छुक रूप से सहमत होता है क्योंकि वह अल्ताफ के परिवार की हत्या के लिए पश्चाताप कर रहा है।

अल्ताफ अपने नए घर में बस जाता है और इनायत और नीलिमा को अपने नए माता-पिता के रूप में स्वीकार कर लेता है। तभी उसे पता चलता है कि इनायत उन पुलिसकर्मियों में से एक था जिन्होंने उसके परिवार को मार डाला था। वह उसको मारने की कोशिश करता है और असफल होने पर भाग जाता है। उसे अपने पठान नेता हिलाल कोहतिस्तान (जैकी श्रॉफ) के नेतृत्व में एक आतंकवादी समूह द्वारा पाया जाता और उसे आतंकवादी बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। दस साल बाद, हिलाल और एक वयस्क अल्ताफ (ऋतिक रोशन) को "मिशन कश्मीर" को पूरा करने का कार्य सौंपा गया है जिसमें शामिल है - भारतीय प्रधान मंत्री की हत्या। अल्ताफ अपने बचपन की दोस्त और टीवी व्यक्तित्व सुफिया परवेज़ (प्रीति जिंटा) से मिलता है और हालांकि वह उससे प्यार करते है लेकिन वह हिलाल की योजना को सफल बनाने के लिए उसका उपयोग करता है। वह इनायत के जीवन पर एक और असफल प्रयास करता है जिसके परिणामस्वरूप उसए मीडिया द्वारा एक वांछित आपराधी घोषित किया जाता है। साथ ही, सुफिया अल्ताफ के सच्चे व्यवसाय के बारे में जान जाती है और उसके साथ अपने रिश्ते को तोड़ देती है। अल्ताफ इनायत को मारने का एक और प्रयास करता है। दुर्भाग्यवश, नीलिमा मर जाती है।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

मिशन कश्मीर
शंकर-एहसान-लॉय द्वारा
जारी
2000 (भारत)
संगीत शैली फिल्म साउंडट्रैक
लेबल
टिप्स
निर्माता शंकर-एहसान-लॉय
शंकर-एहसान-लॉय कालक्रम

भोपाल एक्सप्रेस
(1999)
मिशन कश्मीर
(2000)
दिल चाहता है
(2001)
गीत गायक संगीतकार गीतकार
"बुम्ब्रो" सुनिधी चौहान, शंकर महादेवन, जसपिंदर नरुला एहसान नूरानी राहत इन्दौरी
"चुपके से सुन" अलका याज्ञनिक, उदित नारायण शंकर महादेवन समीर
"रिंड पोश माल" शंकर महादेवन लॉय मेंडोंसा समीर
"सोचो के झीलों का" उदित नारायण, अलका याज्ञनिक & शंकर महादेवन एहसान नूरानी राहत इन्दौरी
"माफ करो" विनोद राठौड़, अनुराधा पौडवाल एहसान नूरानी राहत इन्दौरी
"सो जा चँदा" महालक्ष्मी अय्यर लॉय मेंडोंसा समीर
"धुआँ धुआँ" शंकर महादेवन शंकर महादेवन राहत इन्दौरी

नामांकन और पुरस्कार संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 30 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2013.
  2. "बॉक्स ऑफ़िस". मूल से 20 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 फ़रवरी 2013.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें