यकीन (1969 फ़िल्म)

1969 की बृज सदाना की फ़िल्म

यकीन 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्देशन बृज ने किया और निर्माण देवेन वर्मा ने किया। इसमें प्रमुख भूमिकाओं में धर्मेन्द्र और शर्मिला टैगोर हैं। संगीत शंकर-जयकिशन का है जिसमें सदाबहार गीत 'गर तुम भुला ना दोगे' मौजूद है।[1]

यकीन

फ़िल्म का पोस्टर
निर्देशक बृज
निर्माता देवेन वर्मा
अभिनेता धर्मेन्द्र
शर्मिला टैगोर
संपादक ऋषिकेश मुखर्जी
संगीतकार शंकर-जयकिशन
प्रदर्शन तिथि
1969
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

पुलिस अधिकारी, राजेश (धर्मेन्द्र) विस्फोटक और रसायनों का विशेषज्ञ है। राजेश अपने कुत्ते और अपने रसोइए के साथ रहता है और रीटा (शर्मिला टैगोर) उसकी प्रेमिका है। उसे पता चलता है कि जिस विभाग में राजेश काम करता है, उसमें उसके विस्फोटकों के बारे में जानकारी चुराने वाले लोग हैं। इस तरह के हमले के खिलाफ वह पहरा देना शुरू कर देता है लेकिन राजेश को अगवा कर लिया जाता है और विदेश ले जाया जाता है। अपहरणकर्ता राजेश को कैद करके रखते हैं और विभाग को धोखा देने के लिए जैकॉस नाम के बहरूपिये को भेजते हैं। जैकॉस गैर-भारतीय है, जिसकी आँखें नीली हैं और राजेश से अलग आवाज़ है।

राजेश के विभाग को धोखा देने के लिए, वह लेंस का उपयोग करता है और उन्हें बताता है कि उसने अपहरण में अपनी आवाज खो दी थी। रीटा उसे राजेश के रूप में स्वीकार करती है, हालांकि उसे कुछ संदेह हैं। राजेश के कुत्ते और रसोइए को एहसास होता है कि क्या हुआ है, इसलिए जैकॉस उन्हें मार देता है। अधिकारी भी थोड़े संदेहास्पद होते हैं और जैकॉस को उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देते हैं। लेकिन कुछ अन्य अपराधी जैकॉस को अधिकारियों के सामने राजेश साबित करने में मदद करते हैं। इस बीच राजेश भाग जाता है और वापस भारत आ जाता है। जैकॉस की प्रयोगशाला को उड़ाने की योजना थी, लेकिन राजेश समय पर पहुँच जाता है और उसकी योजना को विफल कर देता है। जैकॉस की हत्या करने के बाद, राजेश रीटा से शादी कर लेता है।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी गीत हसरत जयपुरी द्वारा लिखित; सारा संगीत शंकर-जयकिशन द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."बच के कहाँ जाओगे"आशा भोंसले5:29
2."गर तुम भुला ना दोगे" (पुरुष संस्करण)मोहम्मद रफी3:18
3."यकीन कर लो मुझे मोहब्बत है"मोहम्मद रफी3:22
4."बहारों की बरात आ गई"मोहम्मद रफी3:26
5."गर तुम भुला ना दोगे" (महिला संस्करण)लता मंगेशकर3:33

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Rafi, once more". द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). 25 अक्टूबर 2018. मूल से 14 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 दिसम्बर 2019.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें