राज़ 3

2012 में बनी विक्रम भट्ट की हिन्दी फिल्म

राज़ 3 भारतीय हिन्दी फिल्म है। जिसका निर्माण महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने किया है। इसका निर्देशन विक्रम भट्ट ने किया है। इसमें मुख्य किरदार में इमरान हाशमी, बिपाशा बसु और ईशा गुप्ता हैं। यह फिल्म 7 सितम्बर 2012 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुआ था।

राज़ 3

सिनेमाघर की छवि
निर्देशक विक्रम भट्ट
निर्माता महेश भट्ट
(प्रस्तोता)
मुकेश भट्ट
संपादक कुलदीप के मेहन
प्रदर्शन तिथियाँ
  • 7 सितम्बर 2012 (2012-09-07)
[1]
देश भारत
भाषा हिन्दी
लागत 250 मिलियन (US$3.65 मिलियन)
कुल कारोबार 970 मिलियन (US$14.16 मिलियन)(worldwide)

ये कहानी शनाया शेखर (बिपाशा बसु) की है, जो एक अभिनेत्री है और सफलता की चरम पर होती है। उसे ढेर सारे अच्छे किरदार में काम करने के ऑफर आते रहते हैं, और जिस पुरस्कार के लिए नामांकन होता है, वो सारे उसे ही मिल जाते हैं। उसका चक्कर एक खूबसूरत फिल्म निर्देशक आदित्य (इमरान हाशमी) के साथ चलता रहता है। लेकिन एक नई कम उम्र की अभिनेत्री, संजना (ईशा गुप्ता) के आने के बाद ये सब अचानक खत्म होने लगता है। जो फिल्म और पुरस्कार उसके होते, वो सभी संजना को मिल रहे थे। अपने करियर को नीचे गिरता हुआ देख कर वो पागल होने लगती है। वो अपने करियर को फिर से ऊंचाई तक लाने और संजना को पूरी तरह बर्बाद करने के लिए काले जादू का सहारा लेने लगती है।

काला जादू सीखने के लिए वो एक तांत्रिक, सोनू (सुनील धारीवाल) से मिलती है। वो उसकी काला जादू सीखने में मदद करता है और वो उसकी मदद से एक बुरी आत्मा, तारा दत्त (मनीष चौधरी) को बुलाती है। वो उससे संजना के जीवन को नर्क जैसा बनाने को कहती है और उसे इतना तड़पाने बोलती है कि ख़ुदकुशी कर ले। वो आत्मा शनाया को एक काला जहर देकर किसी विश्वासपात्र की सहायता से संजना को पिलाने बोलता है। वो इस काम को करने के लिए आदित्य से मदद मांगती है, पर आदित्य को संजना से प्यार हो जाता है और अब वो शनाया की बात न सुन कर उसे अकेला छोड़ कर चले जाता है।

आदित्य और संजना के बीच के प्यार को खत्म करने और अपने मकसद को पूरा करने के लिए, शनाया अब संजना से दोस्ती कर लेती है, ताकि उसे वो जहर पीला सके। आदित्य को ये देख कर हैरानी होती है। फिल्म के प्रीमियर के दौरान शनाया बताती है कि उसने चॉकलेट के बास्केट में पहले जहर छुपा लिया था। जब संजना बाथरूम में अपने हाथ धोते रहती है, तब अचानक बहुत से तिलचट्टे निकलने लगते हैं। वह उसके कपड़ों के अन्दर घुस जाते हैं जिससे वह डर जाती है और अपने सारे कपड़े उतार कर बाहर भाग जाती है, जहाँ सभी पत्रकार और फिल्म से जुड़े लोग रहते हैं। लोगों को लगता है कि उसने अपने प्रचार के लिए इस तरह का कार्य किया है। उसके इस कृत्य के बाद उसे सभी निर्माता जो उसे अपने फिल्म में रखे होते हैं, फिल्म से निकाल देते हैं। आदित्य उसे अस्पताल ले जाता है।

शनाया इसके बाद उसे और तड़पाने के लिए तारा से मदद मांगती है। वो इस बार संजना को खत्म करने की सोचती है। तारा उसे बताता है कि जीवन और मौत भगवान के हाथों में और भगवान से लड़ने के लिए उसे उसकी जीवन शक्ति की जरूरत होगी। आदित्य को पता चलता है कि संजना को बचाने के लिए उसे आत्माओं की दुनिया में तारा दत्त को हराना होगा। तारा और आदित्य के बीच लड़ाई होती है और इसके कारण शनाया को भी चोट लगने लगती है। आदित्य और संजना को मारने की कोशिश करता हुआ तारा हार जाता है।

अपनी हार के बाद, शनाया अपने सिर के ऊपर अम्ल डाल देती है, जिससे वो गल जाती है और उसकी मौत हो जाती है। बाद में मीडिया ये बताते रहती है कि संजना का वो प्रचार करने वाला काम नहीं था, बल्कि बीमारी के कारण उसने ऐसा किया था। इसके बाद आदित्य टीवी बंद कर देता है और संजना के साथ समय बिताने लगता है।

पात्र चुनाव

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इसके लिए पहले जैकलिन फर्नांडीस को चुना गया था। एक काकरोच वाले दृश्य को करने से मना कर दिया। जिसमें उन्हें बिना कपड़ों के 300 लोगों के सामने जाना था। इसके बाद जन्नत 2 से अपने अभिनय शुरू करने वाली अभिनेत्री ईशा गुप्ता को इस किरदार के लिए लिया गया। डीनो मोरेय और कंगना राणावत जो इससे पहले राज के दो भाग में थे वह भी इसमें नहीं हैं। इसमें इमरान हाशमी को मुख्य किरदार के रूप में लिया गया है।

इसके प्रचार हेतु इसकी झलक रोहित शेट्टी की फिल्म बोल बच्चन के साथ प्रदर्शन के साथ ही थी। लेकिन इसके दृश्य के कारण इसे दिखाने की स्वीकृति मिलने में समय लग गया। इसके प्रचार के लिए बिपाशा बसु और ईशा गुप्ता सीआईडी में आए, जिसे 2 सितम्बर 2012 को दिखाया गया था।

राज 3 ने अपने पहले ही दिन में 10 करोड़ 50 लाख रुपए कि कमाई की। इसने कुल 970 मिलियन कि कमाई की।

  1. Roshmila Bhattacharya (21 July 2012). "7 Bollywood sequels to come back in 2012". Mumbai: हिन्दुस्तान टाईम्स. मूल से 23 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 July 2012. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)

बाहरी कड़ियाँ

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