वार्ता:इतिहास मुझे दोषमुक्त करेगा
यह पृष्ठ इतिहास मुझे दोषमुक्त करेगा लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें। | ||
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लेखन संबंधी नीतियाँ
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- यह चर्चा समाप्त हो चुकी है। कृपया इसे न बदलें। आगे की वार्ताएँ इस पृष्ठ में नये विभागों में होनी चाहिएँ। इसका संक्षिप्त परिणाम निम्न रहा:
- अजीत जी ने कार्य पूर्ण किया।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:50, 17 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
इस लेख का शीर्षक बदलकर इतिहास मुझे दोषमुक्त करेगा कर देना चाहिए। चूँकि यह मूल रूप से स्पैनी भाषा का शब्द है और अलग-अलग भाषाओं में इसके अनुवाद से ही पृष्ठ निर्मित किये गये हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 18:50, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- मेरे विचार हमें नाम नहीं बदलना चाहिए। मैं द सेकेंड सेक्स की ही मिसाल लेना चाहूँगा। हालांकि लेखक मेरे जैसा ही एक साधारण व्यक्ति है, पर उस पर एक माननीय प्रबंधक ने काफ़ी काम किया है। पर उन्होंने नाम को वही रहने दिया जैसा कि इतिहास देखने से पता चलता है। हाँ, यदि आप इसके हिन्दी अनुवाद से परिचित हों तो शायद एक अलग बात है। --मुज़म्मिल (वार्ता) 19:24, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- लेकिन वर्तमान उच्चारण मुझे ठीक नहीं लग रहा। यदि अनुवाद भी नहीं किया जाता है तो भी शीर्षक में सुधार की आवश्यकता जरूर है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:41, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- आप परम्परा से हटकर व्यक्तिगत राय दे रहे हैं। क्या इन मामलों में हम एक जैसी नीति नहीं रख सकते हैं? --मुज़म्मिल (वार्ता) 19:49, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- कौनसी परम्परा गलत उच्चारण रखने की सलाह देती है? जहाँ तक मैं जानता हूँ, सभी परम्परायें यही कहती हैं की शुद्ध उच्चारण का प्रयोग करो। अब मुझे तो "ऐबज़ॉल्भ" शुद्ध उच्चारण नहीं लग रहा और यदि मैं परम्परा से हटकर जाता तो यहाँ चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं था।☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:07, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
"भ" अंग्रेज़ी में नहीं है - ये तो ठीक है। पर द सेकेंड सेक्स लेख के उलट एक नए हिन्दी शीर्षक का समर्थन क्या एक नई परम्परा की स्थापना का प्रयास नहीं है? क्या इसे हिस्ट्री विल ऐबज़ॉल्व मी या इसी प्रकार का कोई शीर्षक हम नहीं दे सकते? धन्यवाद! --मुज़म्मिल (वार्ता) 20:18, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- मैं पहले ही लिख चुका हूँ कि यदि हिन्दी अनुवाद भी नहीं लिखें तो कम से कम उच्चारण तो ठीक करें। लेकिन पता नहीं क्यों? आप उसे पढ़ना ही नहीं चाहते।
- इसके अतिरिक्त कृपया अन्य विकिपीडिया पृष्ठों पर इस लेख का नाम भाषा अनुसार अनूदित किया गया है न कि अंग्रेज़ी अनुवाद का उच्चारण कॉपी किया हो। इसके अलावा यदि किसी अन्य प्रबन्धक ने किसी पुस्तक का नाम ज्यों का त्यों रख दिया इस आधार पर हम आगे बढ़े तो ऐसी चर्चा करने का लाभ ही क्या है?☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:26, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- उच्चारण का मामला तो मैं भी मान चुका हूँ। मैंने केवल ऐसे मामले में या तो कोई नीति बनाने या पहले की मिसाल अपनाने की बात कही है। क्या ये दो बातें भी आपको बुरी लगती हैं? --मुज़म्मिल (वार्ता) 20:46, 16 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- इस प्रसंग में शीर्षक संबंधी बदलाव किए जा सकते हैं। किंचित प्रसंगों (सुबोधता के लिए) में किए भी जाने चाहिए। कई प्रचलित रचनाओं के हिंदी या संबंधित भाषाओं में अनुवाद प्रसंगवश हो भी चुके हैं। जैसे- द सेकेंड सेक्स का अनुवाद प्रभा खेतान द्वारा स्त्री उपेक्षिता शीर्षक से हुआ है। वहीं मार्केज की रचना सिएन आन्योस दे सोलेदाद का हिंदी अनुवाद सोन्या सुरभि गुप्ता द्वारा एकांत के सौ वर्ष शीर्षक से हिंदी में हुआ है। हालांकि शीर्षकों का अनुवाद तभी करना चाहिए जब उसके अर्थ या भाव बोध में समस्या आ रही हो। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 05:02, 17 अप्रैल 2015 (UTC)उत्तर दें
- उपरोक्त चर्चा को एक पुरालेख के रूप में संरक्षित किया गया है। कृपया इसमें कोई बदलाव न करें। आगे की वार्ताएँ इस पृष्ठ पर नये विभागों में होनी चाहिएँ।