विकिपीडिया वार्ता:समाचार
यह पृष्ठ विकिपीडिया:समाचार पन्ने के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें। | ||
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- यह चर्चा समाप्त हो चुकी है। कृपया इसे न बदलें। आगे की वार्ताएँ इस पृष्ठ में नये विभागों में होनी चाहिए।
परिणाम 21 दिन तक कोई आपत्ति न होने की स्थिति में लागू किया गया।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:23, 14 अक्टूबर 2018 (UTC)उत्तर दें
अनुक्रम
@Nilesh shukla, SM7, संजीव कुमार, और आशीष भटनागर: जी, निलेश जी के प्रस्ताव के अनुसार चौपाल पर चर्चा हुई जिसके बाद नियमावली बनानी है। हालाँकि इसे किस भाषा में लिखा जाय उसका मैं विशेषज्ञ तो नहीं हूँ मगर फिर भी एक नियमावली की भाषा दे रहा हूँ इसमें आप लोग परिवर्तन कर सकते हैं। चौपाल पर हुई चर्चा के अनुसार कुछ प्रस्तावित नियम:
सामान्य मापदंड
संपादित करेंसमाचार के सभी भागों (मुख्य समाचार व हाल के निधन) में प्रदर्शित होने के लिए उम्मेदवार को निम्नलिखित मापदंडों को पूरा करना चाहिए:
- लेख का अच्छी तरह अद्यतन हुआ होना चाहिए। अच्छी तरह अद्यतन का अर्थ है कि जो ख़बर मुखपृष्ठ पर प्रदर्शित होनी है उसका विस्तार लेख में होना चाहिए।
- लेख का विषय विकिपीडिया की उल्लेखनीयता नीति के अनुरूप होना चाहिए।
- लेख को विकिपीडिया की लेख लिखने की शैली का पालन करना चाहिए, उससे सम्बन्धित कोई गंभीर मुद्दा नहीं होना चाहिए। ख़बर से सम्बन्धित तथ्य लेख के अंदर विश्वसनीय स्रोत से संदर्भित होना चाहिए।
समाचार
संपादित करेंमुख्य समाचार में प्रदर्शित होने के लिए उम्मीदवार को निम्नलिखित मापदंडों को पूरा करना चाहिए:
- ख़बर व्यापक रुची वाली होनी चाहिए। यहाँ व्यापक रुचि जाँचने हेतु यह देखा जाएगा कि ख़बर के विषय को अंतर्राष्ट्रीय रूप से समाचारों में कितना महत्त्व दिया गया है। अतः घटना की मीडिया कवरेज के साथ-साथ घटना की दुर्लभता भी देखी जाएगी, कि जिस क्षेत्र/राज्य/राष्ट्र में घटना हुई वहाँ उस प्रकार की घटनाएँ कितने समय में होती हैं।
- ख़बर का हुक 100 अक्षरों (अक्षर गिनने के लिए {{अक्षर गणना}} का इस्तेमाल होगा) से अधिक बड़ा नहीं होना चाहिए।
- चूँकि यह विकिसमाचार नहीं है इसलिए लेख में केवल ख़बर का विस्तार ही नहीं अपितु विषय का परिचय भी होना चाहिए।
हाल के निधन
संपादित करें- विषय की मृत्यु संबन्धित जानकारी का लेख में विश्वसनीय सन्दर्भ सहित अद्यतन किया गया होना चाहिए।
- लेख का प्रवेशद्वार:हाल की घटनाएँ/निधन तथा संबधित वर्ष के निधन पृष्ठ (जैसे वर्ष २०१८ के लिये २०१८ में निधन) पर अद्यतन होना चाहिये।
- किसी उल्लेखनीय व्यक्त्तित्व के मृत्यु से वर्तमान घटनाओं पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ना आवश्यक नहीं है।
उपरोक्त मापदंडों को पूर्ण करते किसी भी लेख को विकिपीडिया:समाचार/उम्मीदवार पृष्ठ पर नामांकित किया जा सकता है। ख़बर एवं हाल के निधन भाग में प्रविष्टि का चयन मतैक्य के आधार पर होगा। नामांकनकर्ता और प्रबंधक के आलावा अन्य सदस्यों को भी चयन प्रक्रिया में समर्थन या विरोध दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। चर्चा में किसी भी उम्मीदवार के सम्बन्ध में समर्थन या विरोध कारण सहित होना चाहिए।
- समाचार
समाचार भाग में किसी भी समय पाँच से अधिक ख़बरें नहीं रखी जाएँगी। समाचार में कोई भी घटना सामान्यतः घटना के घटित होने के 72 घंटों के भीतर जोड़ी जाएगी। 72 घंटे पूर्ण होने के पश्चात ख़बर को मुखपृष्ठ पर केवल उस स्थिति में जोड़ी जाएगी यदि वह तब भी (अद्यतन के समय तक भी) सुर्ख़ियों में हो। यदि 72 घंटों पश्चात मतैक्य बनता है, उस स्थिति में भी यदि ख़बर सुर्ख़ियों से हट चुकी है तो उसे मुखपृष्ठ पर नहीं जोड़ा जाएगा।
दीर्घकालिक घटनाओं की प्रथम ख़बर को शामिल किए जाने के पश्चात् उस घटना से सम्बन्धित केवल उन ख़बरों को शामिल किया जाएगा जो घटना में आए किसी बहुत बड़े परिवर्तन की जानकारी देती हों। परन्तु एक घटना से सम्बन्धित केवल एक ही हुक मुखपृष्ठ समाचार में रखा जाएगा और उत्तरवर्ती परिवर्तन उसी एक हुक में प्रदर्शित किए जाएँगे। सामान्यतः दो दिन से कम समय में सारे समाचार नहीं बदले जाने चाहियें। कुछ समाचार बदले जा सकते हैं, परन्तु स्थिरता हेतु सभी समाचारों को दो दिन से कम अवधि में परिवर्तित नहीं होना चाहिए। यदि 72 घंटों से अधिक समय से कोई भी समाचार नहीं बदले हों तो इस नियम का अपवाद किया जा सकता है।
- हाल के निधन
{{साँचा:मुखपृष्ठ समाचार}} में सबसे नीचे हाल के निधन खण्ड में चार से अधिक नाम नहीं रखे जाएँगे। किसी भी व्यक्ति का नाम इस भाग में 1 माह से अधिक समय नहीं रखा जाएगा। यदि उल्लेखनीय व्यक्त्तित्व के मृत्यु के समाचार पर विकिपीडिया:समाचार#विशेष परिस्थितियाँ के अनुसार 72 घण्टों में समाचार ब्लर्ब को लेकर कोई मतैक्य नहीं बन पाता है और लेख अन्य मापदंडों पर खरा उतरता है तो इसे हाल के निधन खण्ड में स्थान दिया जायेगा।
- अपवाद
समाचार भाग का अद्यतन निम्न परिस्थितियों में प्रबंधकों द्वारा मापदंड पूर्ण करते लेखों से (बिना नामांकन के भी) किया जा सकता है:
- किसी समाचार उम्मीदवार पर चर्चा ना होने की स्थिति में नामांकन के 24 घंटे पश्चात
- मुख्य समाचार भाग में तीन दिन से अधिक समय तक कोई परिवर्तन ना होने की स्थिति में
- हाल के निधन भाग में 1 माह से अधिक समय में कोई बदलाव ना होने की स्थिति में
- पुनरावर्ती विषयों के सम्बन्ध में समाचार (नामांकन होने पर एवं बिना नामांकन के भी)
कृपया सभी सदस्य इस पर अपनी राय दें। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:44, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
प्रस्तावित नियमावली पर टिप्पणी एवं चर्चा
संपादित करें- लेख नियमावली मेरे विचार से वर्तमान मापदंड संख्या 3 व 4 के सामान ही रखना चाहिए, अर्थात जिस स्तर के लेखों को समाचार में प्रदर्शित करते हैं, निधन के लेख भी (कम से कम) उस स्तर के होने चाहियें, अतः मेरे विचार से प्रस्तावित लेख मापदंड संख्या 1 व 3 अनावश्यक हैं व केवल वर्तमान मापदंड 3 व 4 का प्रयोग करना चाहिए।
- सामान्य मापदंड में "थोड़ी बहुत उल्लेखनीयता" शब्दावली उचित नहीं है। मापदंड स्पष्ट होने चाहियें, तथा उल्लेखनीयता सम्बंधित नियम वि:उल्लेखनीयता पर पहले से मौजूद हैं, अतः अलग-से उल्लेखनीयता के स्तर (अर्थात थोड़ी अथवा अधिक) का विवरण करना अनावश्यक है। इसकी जगह केवल इतना कहा जा सकता है कि लेख का विषय विकिपीडिया की उल्लेखनीयता नीति के अनुरूप होना चाहिए (भाषा बदली जा सकती है, परन्तु भाव मेरे विचार से केवल नीति से जोड़ने का होना चाहिए)
- सामान्य मापदंड संख्या 2 अनुसार केवल प्राकृतिक मृत्यु ही जोड़ी जाएगी। यहाँ कृपया बतायें कि प्राकृतिक मृत्यु तक ही क्यों सीमित किया है।
- सामान्य मापदंड 4 के सन्दर्भ में मेरे विचार से यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि इस भाग में केवल उन मृत्यु को स्थान दिया जाएगा जिनके सम्बन्ध में समाचार में ब्लर्ब ना जोड़ा गया हो। अर्थात दोनों जगह एक ही समय पर किसी लेख का उल्लेख नहीं किया जाएगा।
- प्रक्रियात्मक मापदंड 3 के सन्दर्भ में मेरे विचार से 3 माह का समय बहुत अधिक है। इस विषय में मेरे विचार से 15 दिन अथवा 1 माह का समय काफ़ी रहेगा। मेरे विचार से साँचा ही इस तरह बनाया जाना चाहिए कि उपयुक्त समय बाद वह स्वतः लेख की कड़ी दिखाना बंद कर दे। (शायद यह पार्सर फंक्शन के उपयोग से किया जा सके, और यदि नहीं हो सका तो lua जानने वाले किसी सदस्य की सहायता लेनी पड़ेगी)। यहाँ स्वतः नाम हटाने में उद्देश्य यह है कि भविष्य में इस सम्बन्ध में विवाद ना उत्पन्न हो कि कौनसा नाम कितने समय तक रखना है। एक ही दिन में यदि एक से अधिक मृत्यु होती हैं तो उनमें विवाद उत्पन्न हो सकता है, परन्तु कड़ी कितने समय मुखपृष्ठ पर दिखेगी व कब उसे हटाया जाएगा, इस सम्बन्ध में विवाद ना हो तो बेहतर है।
- साथ ही, मेरे विचार से नियमावली में उपयुक्त भूमिका जोड़ी जा सकती है जो सूक्ष्म रूप में समझाए कि भाग किसलिए है व कहाँ दीखता है, तथा भाषा व शैली को वर्तमान नियमावली के सामान किया जा सकता है (एकरूपता हेतु)।
--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 13:18, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: जी सुझाव व टिप्पणी के लिये धन्यवाद! मैं आपका बिन्दुवार उत्तर दे रहा
- सहमत हूँ इसे वर्तमान मापदंड संख्या 3 व 4 के सामान ही रहना चाहिये।
- थोड़ा बहुत शब्द का इस्तेमाल इसलिये किया क्योंकि हर सांसद अथवा विधायक की मृत्यु की खबर को भी यहाँ नहीं जोड़ा जा सकता। हो सकता है यह भाषा की चूक हो आप इसके लिये बढ़िया शब्द सुझा सकते हैं।
- प्राकृतिक मृत्यु इसलिये क्योंकि सामन्यतः वर्तमान नियमों के अनुसार यहाँ प्राकृतिक मृत्यु का समाचार नहीं जोड़ा जाता है। (जैसे ओम पुरी)
- नहीं जिनका समाचार ब्लर्ब जोड़ा गया है उन्हें भी इस खण्ड में जोड़ा जायेगा। यह किसी ब्लर्ब पर मतैक्य न बनने की स्थिति में प्रबंधकों को निर्देश है।
- इस सुझाव के लिये धन्यवाद, खासतौर से पार्सर फंक्शन व लुआ वाले के लिये, अगर सहमति बनती है तो 1 माह का समय किया जा सकता है।
- मैंने यह प्रक्रियात्मक मापदण्ड 1 में उल्लेख किया है कि "इसे नामों का अद्यतन {{साँचा:मुखपृष्ठ समाचार}} में सबसे नीचे हाल के निधन खण्ड में होगा।"
साथ ही लेख मापदण्ड में एक और नियम सुझाया है उसे भी देख लें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:06, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Godric ki Kothri: मैं पुनः बिन्दुवार टिप्पणी/उत्तर देना चाहूँगा:
- मेरा तात्पर्य यह है कि प्रस्तावित लेख मापदंड संख्या 1 व 3 ना जोड़े जाएँ बल्कि केवल वर्तमान मापदंड 3 व 4 ही रखे जाएँ। अर्थात हम वर्तमान में लागू मापदंडों को दो भागों में विभाजित कर दें, सामान्य मापदंड, जो समाचार व निधन दोनों भागों पर लागू होंगे, व उसके पश्चात समाचार व निधन भागों के लिए विशिष्ट मापदंड। इस प्रकार वर्तमान नियमावली के मापदंड 3 व 4 सामान्य मापदंड 1 व 2 बन जायेंगे, वर्तमान मापदंड 1, 2, 5 बन जाएँगे समाचार मापदंड 1, 2 व 3। उसके बाद निधन मापदंड में आपके द्वारा प्रस्तावित मापदंड 2 व 4 (4 को देख लिया है, उसमें कोई आपत्ति नहीं है) बन जाएँगे निधन मापदंड 1 व 2
- जहाँ तक थोड़ा बहुत की जगह बढ़िया शब्द का प्रश्न है, मैं यह कहना चाह रहा हूँ कि उल्लेखनीयता के सम्बन्ध में इन मापदंडों में किसी विशेषण का प्रयोग ना किया जाए। किसी भी विशेषण को हर सदस्य अपने विचारों अनुसार समझेगा व विवाद की संभावना रहेगी। इससे बेहतर होगा कि हम केवल इतना लिखें कि लेख का विषय विकिपीडिया के उल्लेखनीयता मापदंड के अनुरूप होना चाहिए। हाँ संभव है कि ऐसे कई लेख एक साथ प्रस्तावित हों जो उल्लेखनीयता मापदंड पर खरे उतरते हों, परन्तु ऐसा होना अच्छी बात ही होगी, चूँकि ऐसी स्थिति में सभी लेखों के योगदानकर्ता अपने लेख को बेहतर बनाने का प्रयत्न करेंगे।
- जानकारी के लिए धन्यवाद।
- तो प्रस्तावित सामान्य मापदंड 4 का भाव क्या निम्न है:
- विशेष परिस्थितियाँ पूर्ण होने पर यदि लेख अन्य मापदंडों पर खरा उतरता है व 72 घंटों में उस पर मतैक्य नहीं बनता है तो उसे mandatorily निधन भाग में शामिल किया जाए, अर्थात विशेष परिस्थितियों में 72 घंटे में लेख की कड़ी अवश्य इस भाग में जोड़ी जाएगी?
- साथ ही, यह भी ध्यान रखना होगा कि मतैक्य ना बनने का कारण विषय की उल्लेखनीयता पर विवाद, अथवा एक साथ अधिक संख्या में मृत्यु होने के कारण भी हो सकता है। उस स्थिति में यह नियम स्पष्ट नहीं रहेगा। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में सोमनाथ चटर्जी, अटल बिहारी वाजपयी व कोफ़ी अन्नान का 3-4 दिनों की अवधि में निधन हुआ था। अतः 4 से अधिक लोगों का निधन एक-साथ होना भी संभव है। ऐसी स्थिति में ज़रूरी नहीं कि मतैक्य बने। ऐसी स्थिति में इस नियम अनुसार प्रबंधकों द्वारा क्या किया जाना चाहिए?
- धन्यवाद, मेरे विचार से एक महीने की बात को प्रक्रियात्मक मापदंड ही बना दें।
- उचित है।
- लेख मापदंड 4 देख लिया, यह उचित है।
--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 14:33, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: शेष बातों से सहमत होते हुए चौथे बिन्दु पर लिखना चाहूँगा
- अगर वर्तमान मृत्यु नियमावली के आधार पर कोई सदस्य समाचार ब्लर्ब नामांकित करता है और उस पर मतैक्य नहीं बनता यह उसके लिये है। जैसे सोमनाथ चटर्जी के समाचार ब्लर्ब पर अगर विवाद हो जाय कि इनकी मृत्यु से वर्तमान घटनाओं पर बहुत बड़ा फ़र्क पड़ा है या नहीं उस स्थिति में हाल में निधन खण्ड में सोमनाथ चटर्जी को अवश्य स्थान मिलेगा भले समाचार ब्लर्ब में जगह मिले न मिले।
- दूसरा बिन्दु प्रबंधकों के विवेक पर निर्भर करेगा जैसा कि वर्तमान में समाचार नामांकन में एक सामान्य अभ्यास (General Practice) है। हाँ यह अवश्य है कि नये निधनों को सबसे पहले लगाया जायेगा।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 15:10, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Godric ki Kothri:: मैंने उक्त चर्चा अनुसार ऊपर प्रस्ताव में बदलाव किये हैं, कृपया देख लीजिए। यदि भाव में कोई फेर-बदल हो गया हो तो सुधार दीजियेगा।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 15:48, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- मेरे विचार से कुछ प्रक्रियात्मक मापदंड भी दोनों ही उपभागों के लिए लागू होने चाहियें, जैसे मुख्य समाचार से सम्बंधित प्रक्रियात्मक मापदंड संख्या 2 व 7। साथ ही, हाल के निधन का सामान्य मापदंड 1 (उल्लेखनीयता) का समावेश सामान्य मापदंड संख्या 2 में किया जा सकता है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 15:52, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- वैसे शायद नामांकन प्रक्रिया को अलग ही अनुभाग दे देना चाहिए, चूँकि प्रक्रिया अपने आप में मापदंड नहीं कही जा सकती (मतलब कि प्रक्रिया पूर्ण होने में लेख के योगदानकर्ताओं को कुछ नहीं करना, वह देखना प्रबंधकों का कार्य है)।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 16:03, 5 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: जी, मैं आपके पहले दो टिप्पणियों से सहमत हूँ और मैंने मापदण्ड 2 का समावेश मापदण्ड 1 में कर दिया है और प्राकृतिक मृत्यु का शब्द हटा लिया इससे विवाद हो सकता है। शेष नामांकन प्रक्रिया बनाने व सम्पादित करने के लिये आप स्वतंत्र हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 13:02, 6 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Godric ki Kothri: मैंने प्रक्रियात्मक मापदंडों को चयन प्रक्रिया नामक भाग में अलग कर दिया है। कुछ अन्य परिवर्तन भी किये हैं। मेरे विचार से अब यह पूर्ण है। और सुधार के लिए आपका स्वागत है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 11:30, 8 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: जी, मेरे हिसाब से भी अब यह पूर्ण है। @संजीव कुमार: जी, आपका कोई सुझाव?-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 06:12, 9 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Godric ki Kothri: मैंने प्रक्रियात्मक मापदंडों को चयन प्रक्रिया नामक भाग में अलग कर दिया है। कुछ अन्य परिवर्तन भी किये हैं। मेरे विचार से अब यह पूर्ण है। और सुधार के लिए आपका स्वागत है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 11:30, 8 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: जी, मैं आपके पहले दो टिप्पणियों से सहमत हूँ और मैंने मापदण्ड 2 का समावेश मापदण्ड 1 में कर दिया है और प्राकृतिक मृत्यु का शब्द हटा लिया इससे विवाद हो सकता है। शेष नामांकन प्रक्रिया बनाने व सम्पादित करने के लिये आप स्वतंत्र हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 13:02, 6 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
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मुझे सामान्य मापदंड और समाचार वाले अनुभाग समझ नहीं आये। यह चर्चा समाचारों के लिए है या केवल "हाल के निधन" की पंक्ति जोड़ने के लिए? कहीं आपने पूरी नियमावली को ही बदलने का तो इरादा नहीं कर लिया है? हाँ, हाल के निधन के लिए जोड़ी गयी नियमावली से मुझे कोई ऐतराज नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:23, 16 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार: जी, चूँकि कुछ नियम जो पहले से ही विद्यमान थे और समाचार पर लागू थे उन्हें एक दूसरे में मिलाया गया है ताकि दोहराव न हो। आप स्वयं देख लें पूरी नियमावली नहीं बदली गयी है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:26, 16 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- नीलेश जी एवं गॉड्रिक जी को धन्यवाद जो इसे प्रस्तावित करने और सुगठित नियमावली बनाने का कार्य संपादित किया और सिद्धार्थ जी को विशेष धन्यवाद जिनकी समीक्षा से यह वर्तमान रूप में पहुँची। प्राकृतिक मृत्यु वाला मुद्दा मुझे भी कुछ अटपटा लग रहा है, किसी अत्यंत प्रभावशाली व्यक्ति की मृत्यु जिसे व्यापक कवरेज मिला हो केवल इसलिए समाचार से बाहर रखा जाय कि मृत्यु प्राकृतिक कारण से हुई, यह सही नहीं प्रतीत हो रहा। बाकी सभी बिन्दुओं पर मेंरी सहमती है। --SM7--बातचीत-- 05:08, 21 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @संजीव कुमार: संजीव जी, यह चर्चा शुरू केवल हाल का निधन भाग जोड़ने के उद्देश्य से हुई थी। परन्तु उसके सम्बन्ध में नियमावली बनाते समय देखा की वर्तमान नियमावली के कई बिंदु ऐसे हैं जो उस पर भी लागू होते हैं (अर्थात समाचार व हाल का निधन दोनों पर लागू होते हैं)। अतः नए अनुभाग में हाल का निधन भाग के लिए उन बिन्दुओं को दोहराने की जगह वर्तमान नियमावली के ऐसे बिन्दुओं को सामान्य मापदंड में डाल दिया गया। जो मापदंड समाचार अथवा हाल का निधन से विशिष्ट रूप से सम्बंधित थे उन्हें अलग अनुभागों में रखा गया। इसके अतिरिक्त एक परिवर्तन यह किया की प्रक्रियात्मक मापदंडों को मापदंड ना कह कर उन्हें चयन प्रक्रिया भाग में अलग कर दिया। वर्तमान नियमावली में कोई बड़ा फेर-बदल नहीं किया गया है, परन्तु कुछ बदलाव अवश्य हुए हैं। बदलाव आप स्वयं देख सकते हैं। आपकी टिप्पणी का स्वागत है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 12:39, 21 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Godric ki Kothri: वर्तमान प्रस्ताव से प्राकृतिक मृत्यु की सीमा पूर्व में हटाई जा चुकी है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 12:43, 21 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- फिर मेरी ओर से इसे पूर्ण सहमति है। --SM7--बातचीत-- 13:58, 21 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: प्राकृतिक मृत्यु वाली बात मैंने पहले ही हटा ली थी। @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी: अगर अब सभी की सहमति हो तो इसे जल्द से जल्द लागू किया जाय।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:33, 22 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- ठीक है, लागू कर दो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:02, 23 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- @Siddhartha Ghai: प्राकृतिक मृत्यु वाली बात मैंने पहले ही हटा ली थी। @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी: अगर अब सभी की सहमति हो तो इसे जल्द से जल्द लागू किया जाय।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:33, 22 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- फिर मेरी ओर से इसे पूर्ण सहमति है। --SM7--बातचीत-- 13:58, 21 सितंबर 2018 (UTC)उत्तर दें
- उपर्युक्त चर्चा को एक पुरालेख के रूप में संरक्षित किया गया है। कृपया इसमें कोई बदलाव न करें। आगे की वार्ताएँ इस पृष्ठ पर नये विभागों में होनी चाहिए।