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2 मई 2022

1 मई 2022

14 जुलाई 2021

7 अगस्त 2020

2 मार्च 2020

24 अक्टूबर 2019

27 अगस्त 2019

12 अगस्त 2019

  • सद्यपिछला 05:4405:44, 12 अगस्त 2019दिनेश यादव वार्ता योगदानछो 5,508 बाइट्स +1,529 चिंतन मुख्य रूप से 2 प्रकार का होता है । 1-स्वली चिंतन 2-यथार्थवादी चिंतन स्वली चिंतन को हम काल्पनिक चिंतन और यथार्थवादी को वास्तविक चिंतन कहते है यथार्यवादी चिंतन 3 प्रकार के होते है 1-अपसारी 2-अभिसारी 3-आलोचनात्मक 1-अपसारी चिंतन -जो पूर्णतः स्वतंत्रत हो या गैर परम्परागत हो या जिसमे हम अपनी मनोभावना को व्यक्त कर सके उसे अपसारी चिंतन कहते है। 2-अभिसारी चिंतन-इस चिंतन के अंतर्गत हम एक नियम में बधे रहते है और हम इसमे अपनी मनोभावना को स्वतंत्रता पूर्वक व्यक्त नही कर सकते है उसे अभिसारी चिंतन कहते पूर्ववत करें टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 05:4005:40, 12 अगस्त 20192402:8100:208a:a4df::1d39:1e62 वार्ता 3,979 बाइट्स +1,518 चिंतन मुख्य रूप से 2 प्रकार का होता है । 1-स्वली चिंतन 2-यथार्थवादी चिंतन स्वली चिंतन को हम काल्पनिक चिंतन और यथार्थवादी को वास्तविक चिंतन कहते है यथार्यवादी चिंतन 3 प्रकार के होते है 1-अपसारी 2-अभिसारी 3-आलोचनात्मक 1-अपसारी चिंतन -जो पूर्णतः स्वतंत्रत हो या गैर परम्परागत हो या जिसमे हम अपनी मनोभावना को व्यक्त कर सके उसे अपसारी चिंतन कहते है। 2-अभिसारी चिंतन-इस चिंतन के अंतर्गत हम एक नियम में बधे रहते है और हम इसमे अपनी मनोभावना को स्वतंत्रता पूर्वक व्यक्त नही कर सकते है उसे अभिसारी चिंतन कहते पूर्ववत करें टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

8 अगस्त 2019

16 मई 2019

11 मार्च 2019

10 मार्च 2019

9 जनवरी 2019

5 जनवरी 2019

19 जुलाई 2018

18 जुलाई 2018

11 मार्च 2016

19 सितंबर 2014

17 सितंबर 2014

14 फ़रवरी 2013

21 अक्टूबर 2012

22 जून 2012

"https://hi.wikipedia.org/wiki/चिंतन" से प्राप्त