सदस्य:Isha225/प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा | |
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[[Image:|225px]] प्रियंका चोपड़ा हिन्दी सिनेमा की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री। | |
जन्म |
18 जुलाई 1982 जमशेदपुर, झारखण्ड, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेत्री |
कार्यकाल | 2002–वर्तमान |
ऊंचाई | 5 फीट 6 इंच (1.68 मी॰) |
संबंधी | परिणीति चोपड़ा |
उल्लेखनीय कार्य | {{{notable_works}}} |
वेबसाइट iampriyankachopra |
प्रियंका चोपड़ा हिन्दी सिनेमा की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री है। एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ वह एक 'मॉडेल', 'गायक' प्रोड्यूसर, और 'लोकोपकारक' से भी जानी जाती है। प्रियंका ने 'मिस वर्ल्ड' २००० के खिताब को जीत कर सत्रह की ऊमर मे ही दुनिया भर मे अपनी छाप छोड़ दी थी। अपने फ़िल्मी करियर की बदौलत वह बॉलीवुड की सबसे महँगी अभिनेत्री मानी जाती है। प्रियंका अपनी फैशन शैली के कारण भी बहुत प्रसिद्ध है । प्रियंका को ढेरो पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया है जिनमे से उन्हे एक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है और चार श्रेणियों में फिल्मफेयर पुरस्कार मिल गए है। इन पुरुस्कारों के साथ-साथ प्रियंका को भारत सरकार के द्वारा 'पद्मश्री' के पुरस्कार से हाल ही मे ही सन्मानित किया गया है और उसी साल मे ही यानी २०१६ मे प्रियंका को 'टाइम' पत्रिका ने '१०० सबसे प्रभावशाली' के नाम से सन्मानित किया है ।
जीवन परिचय संपादित करें
प्रियंका चोपड़ा का जन्म १८ जुलाई १९८२ को बिहार राज्य के जमशेदपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम अशोक और माता का नाम मधु चोपड़ा है, उनके माता-पिता दोनों ही भारतीय आर्मी में 'चिकित्सक' थे । उनके पिता पंजाबी है जबकि उनकी माता झारखण्ड से है । उनके एक भाई सिद्धार्थ भी है जो उनसे ६ साल छोटा है। परिणिति चोपड़ा, मीरा चोपड़ा और मनारा उनकी बहने है। अपने माता-पिता की नौकरी के कारण उनके परिवार को भारत की कई जगहों पर रहना पड़ा था जिनमे दिल्ली, चंडीगढ़, अम्बाला, लदाख, लखनऊ, बरेली और पुणे भी शामिल है। प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के गर्ल्स स्कूल से और बरेली के सेंट मारिया कॉलेज से ग्रहण की है।13 साल की आयु में, चोपड़ा पढाई करने के लिये यूनाइटेड स्टेट गयी, वहा वह अपनी आंटी के साथ रहने लगी थी।प्रियंका चोपड़ा ने यूनाइटेड स्टेट मे भी तीन जगाओं से अपनी पढ़ाई पूरी की ती जिनमे मैसाचुसेट्स, आयोवा और न्यूयॉर्क जैसी जगाए मोजूद है। अपनी किशोरावस्था में प्रियंका को अमेरिका में रहते हुए काफी समस्याओ का सामना करना पड़ा था जिनमे से 'जातीय समस्या' मुख्य रूप से थी।
करियर की शुरुआत संपादित करें
अमेरिका जाने के तीन साल बाद ही चोपड़ा भारत वापिस आ गयी, उस समय उन्होने ने अपनी सीनियर कॉलेज की पढाई 'आर्मी स्कूल' से पूरी कर ली थी। उसी समय प्रियंका ने स्थानिक “ब्यूटी क्वीन” होने का शीर्षक अपने नाम किया था। इस शीर्षक को पाने के बाद प्रियंका माता ने उसका नाम २००० की 'फेमिना मिस इंडिया' प्रतियोगिता में डाल दिया।जिसमे प्रियंका का दूसरा नंबर आया, और उसने फेमिना मिस वर्ल्ड का शीर्षक भी जीता लिया। बाद में चोपड़ा ने 'मिस वर्ल्ड' प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जहा उन्हें 'मिस वर्ल्ड २०००' का ताज मिला गया था साथ ही उन्हें ३० नवम्बर २००० को ही 'एशिया समुद्र' की ब्यूटी क्वीन का शीर्षक दिया गया था। मिस वर्ल्ड ख़िताब को जीतने वाली चोपड़ा पांचवी भारतीय है और पिछे सात सालो में चौथी भारतीय है । प्रियंका ने एक साक्षात्कार बताया था की मिस वर्ल्ड और मिस इंडिया का ख़िताब जीतने के बाद ही उन्हें फिल्मो के ऑफर आना शुरू हो गये थे।पहले प्रियंका चोपड़ा इंजीनियरिंग की पढाई करना चाहती थी, लेकिन भारतीय फिल्म जगत में काम करने के ऑफर को उन्होंने अपना लिया।
प्रथम प्रवेश हिन्दी सिनेमा मे संपादित करें
प्रियंका ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरूवात २००२ में आयी तमिल फिल्म 'थमिजहन' से की थी। उसी वर्ष मे उन्होंने अपनी पहली हिन्दी फिल्म 'द हीरो' की थी जिसके बाद में उन्होंने ने 'अंदाज़' (२००३) की थी और उसके भी बाद मे उन्होंने 'मुझसे शादी करोंगी' जैसी बड़ी फिल्म मे काम किया।२००४ में आई 'ऐतराज' फिल्म में उन्होंने नकारात्मक भूमिका निभाई जिसकी काफी प्रशंसा भी हुई, २००६ से ही प्रियंका ने खुद को बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्री साबित कर दिया था क्योकि २००६ में आयी उनकी २ फिल्मे 'क्रिश' और 'डॉन' आर्थिक रूप से उस समय की सबसे सफल फिल्म रही थी।सफलता के साथ-साथ प्रियंका को २००८ मे बहुत सी असफल फिल्मों का भी सामना करना पड़ा जिनमे 'लव स्टोरी २०५०', गौड तुसी ग्रेट हो' और 'द्रोणा' जैसी फिल्मे शामिल है। बाद में उसी सल यानी २००८ में आयी उनकी फिल्म 'फैशन' ने उनके करियर को नाए बुलंदियों पर पहुँचाया।'फैशन' फिल्म के लिये उन्हे 'नेशनल फिल्म' अवार्ड के साथ ही फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला।'फैशन' फिल्म के बाद से प्रियंका ने अलग-अलग चरित्रों वाली फिल्मे करना शुरू की जिसके कारण से वह लोगो को प्रभावित करने वाली फिल्मो मे काम करने लगी। इसी वजह वह फैशन के बाद से 'कमीने' (२००९), 'व्हाट्स योर राशी?' (२००९), '७ खून माफ़' (२०११), 'बर्फी' (२०१२), 'मैरी कॉम' (२०१४), 'दिल धड़कने दो' (२०१५) और 'बाजीराव मस्तानी' (२०१५) जैसी फिल्मों मे दिखाई देनी लगी।
नए/भविष्य के परियोजनाए संपादित करें
२०१५ में प्रियंका ने ए बी सी ड्रामा 'क्वांटिको' को करना शुरू किया और अमेरिकन नेटवर्क सीरीज को हैडलाइन करने वाली पहली दक्षिण एशियाई महिला बनी, ईसी के साथ प्रियंका ने 'बेवॉच' फिल्म के द्वारा जो की २०१७ मे ही आएगी, 'हॉलीवुड' फिल्मों मे अपना प्रथम प्रवेश कर दिया है।प्रियंका चोपड़ा ने अपनी मेह्ननत और लगन से हम भारतियों का ही नही बलकी पूरे विश्व भर के लोगों का दिल जीता है ।