सदस्य वार्ता:पूर्णिमा वर्मन/पुरालेख06
पुरालेख |
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यह संवाद पृष्ठ पंजीकृत सदस्यों के लिए सुरक्षित है। अन्य सदस्य मेरे लेखों या प्रबंधन से संबंधित विचार चौपाल या संबंधित लेखों के संवाद पृष्ठ पर रख सकते हैं। यहाँ पूछे गए प्रश्नों के उत्तर इसी पृष्ठ पर दिए जाते हैं। गलत व्याकरण वर्तनी वाले संदेशों, ऐसे संदेश जिनका सीधा मुझसे कोई संबंध न हो, जिसमें शिकायतें व निंदा हो या जिनकी भाषा सभ्य न हो, के उत्तर नहीं दिए जाते और उन्हें हटा दिया जाता है। --पूर्णिमा वर्मन १२:०६, २२ मार्च २००८ (UTC)
नमस्ते जी, ऑनलाइन आइए ना कुछ बातें करनी हैं। --Munita Prasadवार्ता १२:५९, ३० मार्च २००९ (UTC)
- नमस्कार! ईरान के शहरों को सुधारकर सांचे के कारण गिनती में ना आने वालों को वापस गिनती में लाने का धन्यवाद। कल हम जार्जिया से मात्र ७५ लेख की दूरी पर थे, किंतु फ़िर दूरी दिन में कआफ़ी बढ़ गई होगी। अब वापस यह आपके प्रयासों से ६६ हो गई है।--आशीष भटनागरसंदेश १७:०९, ३० मार्च २००९ (UTC)
मेरी वार्ता के संदर्भ में
संपादित करेंनमस्कार! मेरी वार्ता भ्रमण का धन्यवाद! बहुत इच्छा थी, जो अब कभी कभार ही पूरी होती है। अच्छा, अब आगे कहता हूं, उस संदेश के संदर्भ में मीडियाविकि:Customcssjsprotected। जो शिकायत आपने उस सांचे/परियोजना पृष्ठ के संदर्भ में लिखी है, यदि वे सही हैं, तो मैं अति क्षमा प्रार्थी हूं। किंतु आप उस सांचे /पृष्ठ को एक बार जरा खोलकर तो देखें। आपने उसका मात्र साधारण दॄश्य परिणाम अंग्रेज़ी से अनुवाद कर कापी कर दिया था। किंतु यदि उस सांचे को एक बार खोल कर देखतीं, तो आपको उसकी प्रोग्रामिंग लूप के बारे में पता चलता। और यह भी कि उस प्रोग्रामिंग के कारण ही वाक्य कुछ विकृत हुआ है| किंतु किसी सांचे के ऊपरि परिणाम वाक्य को बिना उसकी if exist आदि कंडीशंस के डालना मुझे उचित नहीं लगा। इसीलिए मैंने उसे सुधारा। हां वाक्य की अशुद्धि को भी देख रहा हूं। किंतु बिना कंडीशंस के सांचा भयंकर या गलत परिणाम दे सकता है। इस कारण ही मैंने उसमंे कंडीशन डाली थीं। फिर भी ध्यान दिलाने का धन्यवाद। मैं उसे सही कर देता हूं।--आशीष भटनागरसंदेश ०८:५८, ३१ मार्च २००९ (UTC)
- मैंने भाषा सुधार दी है (14:35:59) बजे ही। कृपया देख लें। हां एक्टिव से पैसिव वॉयस हो गई है, किंतु अर्थ सुरक्षित है। फिर भी कोई त्रुटि हो, तो अवश्य बताएं। मैंने मात्र उपरोक्त कथित कारण से उसे सुधारा था। और कोई वजह हो भी क्या सकती है। हां भाषा में कुछ त्रुटि जरूर रह गई थी, जिसका समाधान उस समय नहीं हो पाया, जो अब ध्यान आ गया। आगे भी ऐसे संकेत अपेक्शःइत एवं आमंत्रित हैं, क्योंकि भाषा पक्ष आपका जितना मजबूत है, हमारा कैसे होगा। मैनेजर प्रोडक्शन को मैनेजर फाइनेंस या मैनेजर सेल्स से ना तो बराबरी ही करनी चाहिए, ना उपेक्षा, तो हम भी कैसे कर सकते हैं। यह मात्र समन्वय का विषय है। सादर एवं सधन्यवाद: --आशीष भटनागरसंदेश ०९:३९, ३१ मार्च २००९ (UTC)
- कृपया दिल्ली में यातायात लेख देख लें। इसे अंग्रेज़ी से सीधे अनुवाद किया है। अतं संदर्भ और पाठ में तो कोई परेशानी की संभावना नहीं होगी (शायद)। किंतु भाषा पर आपकी कलम चाहिए। हां, यह लेख सीधे मुख्य लेख मेम जुड़ा हुआ है(फिल्हाल)। चाहें, तो इसका अंश मुख्य लेख में डालकर {{दिल्ली में यातायात}}को हटा सकते हैं। और इस लेख को और बढ़ा सकते हैं। हां किसी वाक्य में परेशानी हो(अर्थ समझने में) तो अंग्रेज़ी के दिल्ली से यह अनुभाग संपादन खोल लें। (निवेदन/आग्रह/सहयोग/आशीष) जो चाहे समझें, करना तो है ही। --आशीष भटनागरसंदेश १२:००, ३१ मार्च २००९ (UTC)
- कृपया दिल्ली में यातायात लेख देख लें। इसे अंग्रेज़ी से सीधे अनुवाद किया है। अतं संदर्भ और पाठ में तो कोई परेशानी की संभावना नहीं होगी (शायद)। किंतु भाषा पर आपकी कलम चाहिए। हां, यह लेख सीधे मुख्य लेख मेम जुड़ा हुआ है(फिल्हाल)। चाहें, तो इसका अंश मुख्य लेख में डालकर {{दिल्ली में यातायात}}को हटा सकते हैं। और इस लेख को और बढ़ा सकते हैं। हां किसी वाक्य में परेशानी हो(अर्थ समझने में) तो अंग्रेज़ी के दिल्ली से यह अनुभाग संपादन खोल लें। (निवेदन/आग्रह/सहयोग/आशीष) जो चाहे समझें, करना तो है ही। --आशीष भटनागरसंदेश १२:००, ३१ मार्च २००९ (UTC)
नमस्कार! आपको हाल के परिवर्तन या मेरे योगदान एवं चौपाल द्वारा विदित ही होगा, कि मैं बहुत पहले से ही पद्म भुशण लेख एवं उसके सभी धारकों के पृष्ठ बना रहा हूं। इन पृष्ठों में यथा संभव लेकिन न्यूनतम सूचना डाली गई है। जिसमें कि धारक का नाम, पाने का वर्ष, क्षेत्र एवं सांचा ये सभि हैं। ये सभी अभी तक मेरे बनाए हुए थे, एवं १९५४ से १९९१ तक के धारकों के पेज न्मैंने ही बनाए थे। उनके लिए मैंने चौपाल पर वालंटियर मांगे, किंतु कोई आगे नहीं आया। तब मैं अकेले ही बढ़ गया। अब आपने कुछ पृष्ठ १९९२ से आगे के धारकों के बनाए हैं, जो कि मात्र य धारक हैं, इतनी ही सूचना उपलब्ध कराते हैं, और सदस्य :evian द्वारा बनाए गए अंग्रेज़ी नाम के पृष्ठों का पुनर्निर्देशन मात्र हैं।
- एक तो अंग्रेज़ी नाम के पृष्ठोंको बिना किसी खास कारण बढ़ावा नहीं देना चाहिए। और
- यदि किसी सदस्य ने बना भी दिए हैं तब या तो उसे चेतावनी दें, कि उन्हें हिन्दी में बनाए,
- या कम से कम उन्हें हटा कर हिन्दी के बनाएं,व जुड़ीहुई कड़ियों को वहां निर्देशित करें।
- यदि जुड़ी हुई कड़ियां १ ही हैं (जैसी कि इस मामले में हैं) तब आपको पता ही है, कि मैं उन्हें पहले ही बना रहा हूं। ये उस सदस्य ने मात्र पेज बढ़ाने की होड़ से ही बनाए हैं, मात्र उसकी भूल सुधार करें।
जबकि आपने सभी पृष्ठों का अनावश्यक नाम अनुवादकर मात्र एक वाक्य लिख दिया। या तो आप इस काम में आईं हैं, तो पूरा फार्मैट डालएं। अन्यथा, छोड़ दें, मैं तो कर ही रहा हूं। यह सर्व विदित ही है। आशा है, प्रबंधक होने के नाते आ चौपाल और हाल के परिवर्तन देखती ही होंगीं। अन्या पूरा फ़ार्मैट बनाएं, जिससे की लेखों में एकरूपता बनी रहे। मुझे आपकी वरिष्ठता का पूरा ध्यान है, किंतु इस काम से पद्म भूषण परियोजना में अनावश्यक व्यवधान ही पड़ेगा। मात्र इस उद्देश्य से, कि ऐसा ना हो पाए, मैं आपको सूचना दे रहा हूं। कृपया ध्यान दें।
और ऐसा कदापि ना सम्झें कि मेरा आशय ये है, कि मेरे लॆख में काम ना करें। मैंने तो पहले भी ढेरों बार आपकॊ संपादन के लिए आमंत्रित ही किया है।--आशीष भटनागरसंदेश ०१:३८, २ अप्रैल २००९ (UTC)
- नमस्ते आशीष, मैंने यह सोच कर पन्ने बना दिए ताकि वार्ता पृष्ठ बेकार न जाएँ। अंग्रेजी पन्ने सिर्फ पुनर्निर्देशित इसलिए किए कि वे मुख्य पन्ने से जुड़े थे। मैंने सोचा कि आप पन्ने बनाएँगे तो सुविधा रहेगी। बाद में उन्हें हटा देंगे। मुझे नहीं लगता कि Evian ने अंग्रेज़ी पन्ने अपने आप लिखकर बनाए। वे आपके द्वारा कॉपी की गई सूची पर क्लिक कर के ही बनाए गए हैं। हर व्यक्ति अपने समय और योग्यता के अनुसार ही काम करता है। मेरे विचार से अभी किसी को मना करने का समय हिन्दी में नहीं आया जब पहले ही हम इतने पीछे हैं। आपने भी तो बहुत से पन्ने होड़ में बनाए हैं और किसी काम के नहीं। लेकिन कभी न कभी वे सही होकर मुख्य धारा में आ जाएँगे। यही सोचकर हमें Evian को काम करने देना चाहिए। अगर आपको व्यवधान होता है तो मैं उन वार्ताओं के लेख वाले पन्ने नहीं बनाऊँगी। पर आपका यह सोचना गलत है कि वार्ता पृष्ठ गहराई में गिने नहीं जाते। आप गहराई का फार्मूला देख सकते हैं। कुछ दिन पहले चौपाल पर भी इस विषय में चर्चा हुई थी। --पूर्णिमा वर्मन १५:४३, २ अप्रैल २००९ (UTC)
राम नवमी की शुभकामनाएं
संपादित करेंराम नवमी | ||
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आपको राम नवमी की शुभकामनाएं, आशीष भटनागर की ओर से। |
नमस्कार
संपादित करेंआपका कौन सा संदेश मैंने हटाया है? मुझे तो पता भी नहीं। मैं तो मात्र ४६वां स्थान पाने की बधाई दे रहा था, और सांचे में कुछ गड़बड़ हो जाने से कई बार संपादन करना पड़ा। हां यदि उस बीच, गलती से कोई संदेश हट गया हो तो:
- मैं क्षमा प्रार्थी हूं।
- मैं पहले अनुभाग संपादन कर रहा था, व बाद में पूर्ण संपादन से करने लगा, तो शायद भूल से रिप्लेस हो गया हो।
- क्या पहले कभी आपके संदेश हटाए हैं, जो आप सख्त विरोध करने लगीं?
- क्या पहले कभी किसी के संदेश भी संदेश हटाए हैं?
- क्या आपने कारण सोचने, जानने, पूछने की कोशिश की?
फिर भी आप अपनी वरिष्ठता का ध्यान ना रखें, तो क्या? हमें तो है। बिना गलती जाने मैं फिर क्षमा मांगता हूं।
- यदि किसी ने बधाई संदेश आपसे या मुझसे पहले दे भी दिया, तो क्या उससे बधाई कम हो जाती है?
ये तो बहुत छोटे बच्चों जैसी बातें लगतीं हैं। खैर तीसरी बार क्षमा मांग कर संदेश लगाने का प्रयास करता हूं।और साथ ही यह निवेदन भी, कि आप किसी को भी यहां अपना या किसी का प्रतिद्वंदी ना समझें (यदि समझा हो तो)। सभी सह्कर्मी हैं। कोई भी गलत मंशा से ये काम क्यों करेगा।--आशीष भटनागरसंदेश ०५:४१, ५ अप्रैल २००९ (UTC)
आम
संपादित करेंमैंने आम के लेख में टैक्सोबॉक्स लगाया है, देख लें, व जैसा उचित समझें करें। आवशुअक समझा तो लगा दिया। --आशीष भटनागरसंदेश ०६:२६, १० अप्रैल २००९ (UTC)
धन्यवाद
संपादित करेंपूर्णिमा जी इसमें धन्यवाद की क्या बात है। आधुनिकता की दौड़ में हम लोग सही हिंदी को भूलते जा रहे आपने सही शब्द सुझाया इसके लिए धन्यवाद !! --गुंजन वर्मासंदेश ०६:०१, १७ अप्रैल २००९ (UTC)
कृपया यहां पर संदेश देखें।--आशीष भटनागरसंदेश १२:४४, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
ध्वंस संभालें
संपादित करेंकृपया एक नए सदस्य सदस्य:Prakashgovind1 के कार्य को देखें। ये बहुत से लेख बिगाड़ चुका है। इसके बारे में कुछ उचित निर्णय उचित समय से लें। इसकी एक करनी "कामाख्या मन्दिर" का अवतरण इतिहास पर देखें। मैं इसे पहले ही सुझाव रूपी चेतावनी दे चुका हूं। इसके द्वारा बिगाड़े लेख भी सुधार चुका हूं (जो दिखे)। किंतु आगे के लिए निर्णय लें।--आशीष भटनागरसंदेश ०३:०१, २९ अप्रैल २००९ (UTC)
- इस सदस्य को मैंने भी लेखों में अपना नाम नहीं लिखने का नियम बताया था। उसके बाद उसपर समय आभाव के कारण नजर नहीं रख पाई, यदि उसके बाद भी यह लेखों को बिगाड़ने का कार्य जारी रखे हुए है तो उचित कार्यवाही होनी ही चाहिए।--Munita Prasadवार्ता ०४:१३, २९ अप्रैल २००९ (UTC)
रंगोली
संपादित करेंनमस्कार! मुखपृष्ठ पर रंगोली बहुत सुंदर लग रहा है। किंतु यदि वहां प्रकाशित लेख के अंश में २-३ नीली कड़ियां हो जातीं तो बेहतर लगता। यदि संभावना हो, तो देख लें। , व्रत , पूजा, उत्सव, [चावल]], सिंदूर, आदि। बल्कि ये अनुच्छेद देखें। जो उचित लगे रखें।
रंगोली भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा और लोक-कला है। हर प्रदेश में इसका भिन्न नाम और शैली हो सकती है लेकिन मूल भावना और संस्कृति बहुत मिलती जुलती है। यह इसे विविधता देती है और इसके विभिन्न आयामों को भी प्रदर्शित करती है। इसे सामान्यतः त्योहार, व्रत, पूजा, उत्सव विवाह आदि शुभ अवसरों पर सूखे और प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है। इसमें साधारण ज्यामितिक आकार हो सकते हैं या फिर देवी देवताओं की आकृतियाँ। इनका प्रयोजन सजावट और सुमंगल है। इन्हें प्रायः घर की महिलाएँ बनाती हैं। विभिन्न अवसरों पर बनाई जाने वाली इन पारंपरिक कलाकृतियों के विषय अवसर के अनुकूल अलग-अलग होते हैं। इसके लिए प्रयोग में लाए जाने वाले पारंपरिक रंगों में पिसा हुआ सूखा या गीला चावल, सिंदूर, रोली, हल्दी, सूखा आटा और अन्य प्राकृतिक रंगो का इस्तेमाल किया जाता है पर रासायनिक रंगों का प्रयोग भी होने लगा है। रंगोली को द्वार की देहरी, आँगन के केंद्र और उत्सव के लिए निश्चित स्थान के बीच में या चारों ओर बनाया जाता है।--आशीष भटनागरसंदेश १८:५०, ३० अप्रैल २००९ (UTC)
आज का आलेख
संपादित करेंक्या आप यह बतएंगी कि थोड़े दिन पहले मेरे द्वारा नामांकित रीडिफ लेख को आपने आज का आलेख के प्रत्याशी लेख मे से क्यों (कारण?) हटाया था? --सुमित सिन्हावार्ता १९:३८, १ मई २००९ (UTC)
नमस्कार! उपरोक्त लेखों की श्रेणी जो आपने बढ़ाई है, वो बहुत अच्छी श्रेणी है, जिसकी विश्वकोष को अत्यावश्कता थी। किंतु एक बात आपको बताना चाहूंगा (क्योंकि मैंने भी अभियांत्रिकी स्नातक किया है), कि तकनीकी शब्द Technical के लिए प्रयोग होता है, जबकि Technology के लिए प्रौद्योगिकी शब्द प्रयोग होता है। उदाहरणार्थ: ITI को भारतीय तकनीकी संस्थान कहा जाता है, जिसकी प्रवेश अर्हता है आठवीं और दसवीं पास। और ITI को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कहते हैं, जो कि बारहवीं पास अर्हता वालों को प्रवेश दे कर स्नातक और स्नातकोत्तर आदि उपाधियां देता है। भोपाल के मौलाना आज़ाद NIT को यहां देखें। चाहें तो बदल देता हूं सबके नाम भी। --आशीष भटनागरसंदेश १४:४२, ४ मई २००९ (UTC)
बार्न स्टार के लिए धन्यवाद
संपादित करेंनमस्ते जी,
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपसे यह बार्न स्टार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। वैसे यह 100 लेखों का पड़ाव हम आप जैसी सुलझी हुई विकिपीडियन के मार्गदर्शन के बिना कभी नहीं पार कर सकते थें। --Munita Prasadवार्ता १७:३०, १५ मई २००९ (UTC)
धन्यवाद
संपादित करेंस्वागत के लिए धन्यवाद!--युकेश १८:२६, २२ मई २००९ (UTC)
- डिग्री पाने के बाद अच्छा लग रहा है! परन्तु अब काम के व्यस्तता के कारण से ज्यादा समय निकाल पाना बहुत कठिन हो रहा है। नेपाल के शहरों के बारे में समय निकालकर जरुर कुछ लिखूँगा। अभी तो यह नश्तलीक-->देवनागरी सॉफ्ववेर(आखिर में मुझे ऐसा सॉफ्टवेर मिल ही गया!) के माध्यम से पाकिस्तान, सेन्ट्रल एसिया व मध्यपूर्वी देशों के लेख को हिंदी में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहा हूँ। धन्यवाद!--युकेश १८:४४, २२ मई २००९ (UTC)
आज का आलेख
संपादित करेंनमस्कार! आज का आलेख अनुभाग को खाली देखकर मैं आपके चयनानुसार ऑक्टोपस को लगा ही रहा था, कि अंतर्विरोध देखा। आपने वहां दूशरा आलेख लगा दिया। ठीक है, मैं उसे छोड़ रहा हूं। --आशीष भटनागरसंदेश ०३:३४, ३० मई २००९ (UTC)
- अच्छा हुआ कि आपने इसे छोड़ दिया। क्यों कि चयन प्रक्रिया को आप समझ नहीं सके, वह लेख ३० मई के लिए था ही नहीं।--पूर्णिमा वर्मन ०४:५३, ३० मई २००९ (UTC)
त्वरित उत्तर अपेक्षित
संपादित करेंनमस्कार! आपको मेरी हर बात का मतलब उलटा और गलत ही क्यों लगता है? मैंने मात्र एक निवेदन किया था, कि कृपया कमियां बता दें। और आपको कृपया शब्द भी धमकी लगता है। यदि ऐसा ही है, तो मैं क्या कह सकता हूं। मैंने दो संभावनाओं में से हरेक के लिए एक निवेदन किया था। या तो गलत लगे-- तो कमियां बताएं, क्योंकि मेरी ओर से लगभग पूरा है। और यदि सही लगे, तो लगा दें। इसमें धमकी कैसे आ गई, मुझे तो समझ नहीं आया। मैंने आपके लिए दो बार्न स्टार स्वयं सृजित किए, व दिए; आपको वे भी गलत लगे। जबकि मुझे स्वयं पता है, कि मैंने आपको सदा ही गुरु माना है, और ९०% अनुसरण भी किया है। अब १०% तो छोड़ा भी जा सकता है। कितनी ही बार क्षमा याचनाएं भेजीं। आपके संदेश के गलती से हटने के लिए, मैंने जो संदेश आपको दिया, उसमें तीन बार क्षमा भी मांगीं। फिर भी आप कड़ा विरोध करती रहीं। अब क्या शारजाह आकर क्षमा याचन करूं। कृपया उतर तुरंत दें। मेरी ड्यूटी का समय १९३० IST पर पूरा हो चुका है।--आशीष भटनागरसंदेश १४:०६, ३ जून २००९ (UTC)
- माफ़ कीजिएगा, अगर यह त्वरित उत्तर न हो तो, मैंने जब देखा तब उत्तर दे रही हूँ। 'कृपया कमियां बता दें' और 'कृपया हटाने से पूर्व कमियां बताएं । अन्यथा १५ जून तक चयनित करें।' में अंतर है। मैंने आपसे कहा कि आप इसको पहले मानदंडों पर तौलें पर अभी तक आपने उसका पालन नहीं किया। इससे क्या पता चलता है? शायद आप यह कहना चाहते हैं कि 'मुझे विकिपीडिया:आज का आलेख उम्मीदवार पर लिखे नियमों के अनुसार काम नहीं करना है। आपको करना है तो आप करें।' मैं यहाँ कोई बार्न स्टार लेने नहीं आई हूँ मैं सिर्फ यही चाहती हूँ आप शुद्ध लिखें, ले आउट खराब न करें, कम से कम आज का आलेख, प्रमुख लेख का स्तर बनाए रखें और अपने लेख वहाँ चयनित करने की जबरदस्ती न करें। इस सबके बिना क्षमा याचना, बार्न स्टार सब अर्थहीन हैं। मुझे किसी का गुरू बनने का शौक नहीं। अगर मुझे लगा कि मैं यहाँ समय बरबाद कर रही हूँ तो मेरे काम करने की बहुत सी जगहें हैं दुनिया में। --पूर्णिमा वर्मन ०५:५४, ४ जून २००९ (UTC)
नमस्कार! आपने उपरोक्त पृष्ठ से काटा हुआ एवं दांते के वार्ता पर लगाया हुआ भाग, वापस वार्ता पर लगाने के बजाय परियोजना पृष्ठ पर ही लगा दिया है। ऐसा शायद गलती से हुआ हो। कृपया उसे वार्ता पर लगा दें।--आशीष भटनागरसंदेश ०२:१०, ४ जून २००९ (UTC)
एलीफेंटा का नाम बदला गया
संपादित करेंइस लेख का नाम बदल कर एलीफेंटा गुफाएं रखा गया है, क्योंकि:-
- एलीफेंटा नाम से कोई स्वतंत्र जगह नहीं है। इसके मूल ग्राम स्थान का नाम घारपुरी हैं।
- इसका पूरा नाम यही है।
- यह नाम पुर्तगालियों द्वारा रखा गया था, जो कि गुफाओं के लिए ही था।
- अंग्रेज़ी विकि में भी यही नाम है।
इसके साथ ही यह भी, कि इसके मूल ग्राम का नाम घारपुरी द्वीप है, ना की घारानगरी। यह शब्द मूल शब्द अग्रहारपुरी से निकला है। यह उल्लेख अंग्रेज़ी विकि में दिया गया है। अतएव उसे भि बदल कर घारपुरी कर रहा हूं। कृपया अन्यथा ना लें। इस कारण से ही संदर्भ सहित बताया है। आशा है, इसमें कोई आपत्ति ना होगी।--आशीष भटनागरसंदेश ०२:३२, ४ जून २००९ (UTC)
- इस विषय में मैं सिर्फ इतना कहूँगी कि डॉ॰व्योम भी अपने विषय के विद्वान हैं। उन्होंने किसी संदर्भ के अनुसार ही इस लेख की रचना की होगी। यदि आप परिवर्तित करने से पहले उनके वार्ता पृष्ठ पर एक विनम्र संदेश देते तो बेहतर था।--पूर्णिमा वर्मन ०५:२६, ४ जून २००९ (UTC)
रेडियो दूरदर्शक
संपादित करेंआपने जो चित्र वापस लगाया है, उसमें पूरा डिश नहीं दिखाई देता है। पहले वाले चित्र में, जो कि अंग्रेज़ी से लिया गया है, पूरा डिश दिखता है। शेष आप स्वयं देख लें।--आशीष भटनागरसंदेश ०४:४०, ४ जून २००९ (UTC)
- इसका मेरे पास कोई उत्तर नहीं। मुझे चित्र की गुणवत्ता पसंद है। यह पहले से वहाँ था कोई भी, किसी भी आधार पर, कभी भी चित्र बदल सकता है। हमारे बाद भी बहुत से लोग चित्र बदलेंगे। लेकिन कम से कम अपना अपलोड किया हुआ धुँधला चित्र हटा दें।--पूर्णिमा वर्मन ०५:३०, ४ जून २००९ (UTC)
- मैंने उस चित्र को अंग्रेज़ी विकी से ही लिया था। और मात्र एक सुझाव था। इसका उत्तर आवश्यक नहीं था।--आशीष भटनागरसंदेश १८:३७, ५ जून २००९ (UTC)
आलेख
संपादित करेंआप दोनों की अनुपस्थिति में कुछ प्रयास किया है मैंने। कृपया समय मिलने पर देख लें। विकि के हित में ही सही। आपके पदचिह्नों पर चलकर किया है। --आशीष भटनागरसंदेश १८:३७, ५ जून २००९ (UTC)
नमस्कार! कृपया अकबर लेख को देखें। उसे निर्वाचन हेतु प्रताव किया गया है। आपके बहुमूल्य सुझाव एवं समर्थन अपेक्षित हैं। तो राय व सुझाव इत्यादि के साथ ही, उपयुक्त लगे तो समर्थन दें। सधन्यवाद। --आशीष भटनागरसंदेश ०२:५१, ११ जून २००९ (UTC)
सदस्य वार्ता पृष्ठ
संपादित करेंआपने कहा की मैं स्वागत साँचा लगाने के साथ-२ चार टिल्ड लगाकर अपने हस्ताक्षर भी कर दूँ, लेकिन कैसे करूँ क्योंकि वह तो साँचा है और साँचे में तो बदलाव करना ठीक नहीं लगेगा। रोहित रावत १०:२८, १३ जून २००९ (UTC)
- साँचे के बाद एंटर दबाकर अगली पंक्ति में कर दें। पन्ने पर वह साँचे के बाद अगली पंक्ति में दिखाई देगा। हस्ताक्षर के टिल्ड डालने के लिए एक बटन है, वह आप जानते ही होंगे।--पूर्णिमा वर्मन १८:१४, १३ जून २००९ (UTC)
आलेख स्तंभ
संपादित करेंनमस्कार! आपके सामयिक अभाव में आपके ही आशीर्वाद से विकि के आलेख स्तंभ के खाली स्थान को भरने का प्रयास किया है। आपके संपादन स्तर पर तो शायद ना पहुंच पाऊं, किंतु मेरे संपादन स्तर में व भाषा में कुछ बढ़ोत्तरी हुई हो, तो अवश्य बताएं। यह सब आपके ही निर्देश हैं, जो पिछले वर्षों में आपसे प्राप्त हुए थे। इसके साथ ही बहुत सी कमियां होंगीं, जो यदि बताएं तो मेरा सौभाग्य होगा। बहुत कुछ जो आपने बताया था, और मैं अभी तक ध्यान नहीं रख पाया था, उसका ध्यान रखने का प्रयास किया है। और आपका स्तंभ आपके लिए सदा लालायित रहा है, जिसे बहुत प्यार से अपने बहुत छोटे हाथों से मैंने संभाला है। आप वापस ग्रहण करें तो अत्यधिक हर्ष होगा। मैं तो सदा ही सेवक(सही शब्द आपको पता भी है) रहा हूं, आगे भी तत्पर रहूंगा। इस आशा और विश्वास सहित संदेश पूर्ण करता हूं। २१ जून तक के साँचे एवं २३ जून तक की सामग्री तैयार है, जिसे आपकी कलम का बस इंतजार है।--आशीष भटनागरसंदेश ०९:३०, १५ जून २००९ (UTC)
- नमस्ते आशीष, संदेश के लिए धन्यवाद। मैं इस समय अपने शहर में नहीं हूँ। कभी कदा कंप्यूटर पर आ तो जाती हूँ लेकिन आज का आलेख के लिए जितना समय और ध्यान चाहिए वह अपनी जगह से दूर रहकर देना संभव नहीं। वैसे भी इस स्तंभ का सारा काम- लेख ढूँढना, उसको आज का आलेख के स्तर तक पहुँचाना और संपादन के लिए तैयार करना यह सब मुनिता ही करती रही हैं। मेरा काम केवल संपादन और ले आउट ठीक करके चयनित की सूची में डालना ही रहा है। बाद में लेख को साँचे में डालना और पुरालेख की सूची में रखने का काम भी वही करती हैं। इसीलिए उनके अनुपस्थित होने पर मई के अंतिम ५-७ दिनों में गड़बड़ियाँ हुईं। शायद आजकल मुनिता के शहर में बिजली की समस्या है तो वे नियमित दिखाई नहीं देतीं। अगर ऐसा है तो मुनिता के साथ मिलकर कर काम करें। उन्हें अब इस विषय में- कैसा लेख अच्छा होता है, लेख में विशेष क्या होना चाहिए, पहला वाक्य कैसे लिखें, सुगठित रचना क्या होती है आदि बातों का बहुत अच्छा अनुभव हो गया है और उनके अनुभव का लाभ आज का आलेख को मिलता रहना चाहिए। डॉ व्योम हिंदी के लेखन, संपादन, अध्यापन आदि के कामों में २०-२५ वर्ष का अनुभव रखते हैं। उनसे संपादन का आग्रह करें। आलोचक जी की टिप्पणियों से लगता है उनको भी संपादन का अनुभव है, अगर वे दोनों इस काम में मदद करें तो लेख बनाने में सुविधा होगी और गलतियाँ कम होंगी। मेरा कार्यक्रम जुलाई अंत तक वापस लौटने का है। आशा है तब तक आप सबका सहयोग प्राप्त कर इसको संभाल लेंगे।--पूर्णिमा वर्मन ०४:१०, १९ जून २००९ (UTC)
- नमस्कार! मुझे बहुत खुशी हो रही है, कि आपने ऐसा उत्तर तो दिया, कि मेरा साहस बढ़ा। शायद आपका गुस्सा भी कुछ कम हुआ हो। मेरे लिए फिल्हाल तो यही बहुत है। आलेख की चिंता ना करें। मुनिता जी को भी साथ लेने के लिए मना ही लूंगा, बस आप वापस लौटने तक पिछला भूल जाएं। शेष कुशल। सधन्यवाद--आशीष भटनागरसंदेश १८:०६, २० जून २००९ (UTC)
नमस्कार! आपको सक्रिय देखा तो संदेश लिख रहा हूं। कृपया चैतन्य महाप्रभु#आध्यात्म को देखें, और फिर en:Chaitanya Mahaprabhu#Teachings देखें। क्या हिन्दी लेख में भी ये पंतियां बिंदु अनुसार करना ठीक रहेगा। कृपया बताएं। यह लेख अभी आलेख के लिए, और आगे संभव हो तो निर्वाचन के लिए विकसित कर रहा हूं।--आशीष भटनागरसंदेश १२:१३, २२ जून २००९ (UTC)
- मेरे विचार से बिंदु अनुसार लिखना ले आउट के हिसाब से सुंदर नहीं लगता। बिंदु रूपरेखा में होते हैं। उन्हें लेख में नहीं होने चाहिए। कुछ और महत्वपूर्ण बातें जोड़कर उसे एक अनुच्छेद बनाना चाहिए। या एक छोटा अनुच्छेद भी ठीक है। --पूर्णिमा वर्मन १२:५२, २२ जून २००९ (UTC)
- आपने सही कहा। मुझे भी बिंदुवार लिखना सही नहीं लगा, किंतु उससए पाठ फैल जाता है, इसलिए पूछा था। अब मैंने ब्लॉक कोट्स में डाल रहा हूं। अच्छा, क्या हिनी के संदर्भों के संग अंग्रेज़ी के संदर्भ डालें तो सही है? साक्ष्य/प्रमाण तो देंगे, किंतु अंग्रेज़ी में होंगे। २-३ तो ठीक हैं। हिन्दी से अधिक अंग्रेज़ी के सही नहीं रहेंगे ना?--आशीष भटनागरसंदेश ११:१५, २३ जून २००९ (UTC)
- अगर हिंदी के न मिलें जैसे तकनीक या विज्ञान आदि में तब तो ठीक है पर चैतन्य महाप्रभु में अंग्रेज़ी संदर्भों की आवश्यकता नहीं। हिंदी में बहुत मिलेंगे।--पूर्णिमा वर्मन ११:१८, २३ जून २००९ (UTC)
- मैंने बहुत ढूंढे, किंतु एक ही पाठ सभी जगह मिलता है। वैसे अभी १०-१२ तो हो गए हैं, जिसमें से ६-८ हिन्दी के हैं। आलेख के ल्लिए तो चलेगा, किंतु निर्वाचन के लिए आफ देख लीजिएगा फिर। ढेरों साइट्स पर एक ही पाठ मिलता है, बिलकुल एक जैसा। शायद यह मूल लेख भी वहीं किसी से कापी किया हुआ हो, किंतु अब तो भाषा बहुत बदल दी है। २५ जून का आलेख खाली है। उसके लिए सोचा है। मैं लगा दूंगा, आप शाम को देख लीजिएगा। यदि कुछ और सोचा है, तो इसकी तिथि बदल दीजिएगा। आगे आ सकता है। कुछ अधिक हो बताने को, तो मैं ऑनलाइन हूं।--आशीष भटनागरसंदेश ११:३०, २३ जून २००९ (UTC)
- अगर हिंदी के न मिलें जैसे तकनीक या विज्ञान आदि में तब तो ठीक है पर चैतन्य महाप्रभु में अंग्रेज़ी संदर्भों की आवश्यकता नहीं। हिंदी में बहुत मिलेंगे।--पूर्णिमा वर्मन ११:१८, २३ जून २००९ (UTC)
- आपने सही कहा। मुझे भी बिंदुवार लिखना सही नहीं लगा, किंतु उससए पाठ फैल जाता है, इसलिए पूछा था। अब मैंने ब्लॉक कोट्स में डाल रहा हूं। अच्छा, क्या हिनी के संदर्भों के संग अंग्रेज़ी के संदर्भ डालें तो सही है? साक्ष्य/प्रमाण तो देंगे, किंतु अंग्रेज़ी में होंगे। २-३ तो ठीक हैं। हिन्दी से अधिक अंग्रेज़ी के सही नहीं रहेंगे ना?--आशीष भटनागरसंदेश ११:१५, २३ जून २००९ (UTC)
नमस्कार! उपरोक्त पृष्ठ देख लें। यहां की सामग्री को निर्वाचित विषय-वस्तु के मानक ढंग से बना दिया है। इसके साथ ही कोणार्क सूर्य मंदिर को भी २७ जून के लिए आलेख में दिया है। लेख व सांचा देख लें।--आशीष भटनागरसंदेश ०४:०४, २४ जून २००९ (UTC)
- मैं 1 जुलाई से वापस आज का आलेख शुरू कर रही हूँ क्या आप संपादन का समय निकाल सकेंगी?
--Munita Prasadवार्ता ०५:१५, २५ जून २००९ (UTC)
- हाँ मुनिता सुबह-शाम संपादन का समय तो मिल जाएगा।--पूर्णिमा वर्मन १२:५६, २५ जून २००९ (UTC)
जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां
संपादित करेंनमस्कार! आपके जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां अग्रिम स्वीकार करें, व हमें आशीष दें, जिससे हम जीवन में आपके वरद हस्त के नीचे निरंतर प्रगति पर अग्रसर रहें। धन्यवाद----आशीष भटनागरसंदेश १४:४८, २५ जून २००९ (UTC)
जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां
--गुंजन वर्मासंदेश १६:१२, २५ जून २००९ (UTC)
- आप दोनों को हार्दिक धन्यवाद।--पूर्णिमा वर्मन ०५:३६, २६ जून २००९ (UTC)
नमस्कार! गंगा नदी लेख के पूर्ण होने की बधाई। साथ ही इसे १ जुलाई को निर्वाचित करसकते हैं? मैंने चौपाल पर संदेश लिखा तो है, समर्थन के लिए। देख लीजिएगा।
दूसरा दशहरा का मुख्य अनुच्छेद देख लें, व उसे २८ जून के किए लगाने लायक देख लीजिएगा। बहुत लंबा है, इसलिए मेरे ब्राउज़र में बार बार सेव करने में परेशानी आ रही है। उसके बाद निर्वाचन के लिए देख सकते हैं। कृपया कल मध्याह्न तक दशहरा को देख लें, आलेख के लायक। धन्यवाद --आशीष भटनागरसंदेश २०:११, २५ जून २००९ (UTC)
- कुछ सुझाव हैं- अगर आज का आलेख में देना है तो निर्वाचित लेख का टैग हटा दें। नवरात्र को दशहरा में शामिल न करें उसका अलग लेख रखें। इतने बड़े लेख को आज का आलेख के स्तर के लिए संपादित करने का समय आज निकाल पाना तो मेरे लिए संभव नहीं। हाँ सितंबर के लिए इसे निर्वाचित लेख के रूप में विकसित किया जा सके तो ठीक रहेगा। तब तक संदर्भ आदि ढूँढने का भी समय मिल जाएगा। स्तरीय लेख बन सकता है। फिलहाल अगर आज का आलेख में दे रहे हैं तो उसका निर्वाचित लेख साँचा हटा दें।--पूर्णिमा वर्मन ०५:४३, २६ जून २००९ (UTC)
- सुझाव के लिए धन्यवाद।
- निर्वाचित लेख का टैग तो बिल्कुल ही हटा देता हूं, जो वापस आलेख में आने के अगले दिन लग सकता है।
- दूसरा नवरात्रि आदि का अलग लेख बना हुआ है। मैंने तो यह देखा, कि आपके हाथों ने निकला है, तो सही लगा होगा, शायद इसीलिए छोड़ा होगा नवरात्रि वहां। खैर उसे मात्र एक अनुच्छेद में सीमित कर सकते हैं।शेष पर कमेंट डाल देता हूं।
- चाहें तो दशहरा/निर्वाचन हेतु नाम से डाल देता हूं। दशहरा लेख को आप काट छांट कर आलेख के लिए छोटा कर लें। ३००-३५० शब्द भी बहुत होंगे। मेरे घर के ब्राउज़र में स्पीड कम होने से प्रतीक्षा करनी पड़ती है। बाद में दशहरा को दशहरा आलेख बना देंगे, व ऊपर वाले को दशहरा बना देंगे। सही लगे तो बताएं।
- एक और विचार मैं चौपाल पर डाल रहा हूं। उसकी वर्तमान प्रति यहां भी लगा देता हूं।
- हिन्दी विकिपीडिया के लिए मेरा एक सुझाव है। इसमें यह बात ध्यान योग्य है, कि हमारे पास लगभग १५० आलेख स्तंब के छोटे लेख हैं। इस प्रकार से २५०-३०० शब्दों के लेख हम एकत्रित कर आलेख की आवश्यकताओं सहित सिंपल इंग्लिश की भांति ही एक सरल हिन्दी नामक विकिपीडिया आरंभ करें। वहां ये सभी लेख कापी कर दें। बाद में इन्हें बढ़ाने का काम हिन्दी में हो, व वहां सभी ३०० शब्द के अंदर के लेख रखें। हां आलेख की आवश्यकताएं पूरी ना कर पाने वाले छोटे लेख भी वहां झा सकते हैं। इसके आरंभ में प्रबंधकों में से पूर्णिमा जी, मुनिता जी, मैं स्वयं एवं मुनिता तथा सक्रिय सदस्यों में से रोहित, गुंजन, डॉ॰व्योम, अनुनाद सिंह, आलोचक (बॉट बनें तो बेहतर होगा) आदि को आरंभिक प्रबंधक बनाया जा सकता है। अन्य नाम भी जोड़े जा सकते हैं। इस विचार को और अच्छे रूप में भी सुधारा जा सकता है।
- दशहरा को अगली बार के लिए ही रखिए। अभी तो गंगा नदी है ना। और आलेख के संपादन करते हुए, कई लंबे लेख मिले, जिनको विकास करते और संदर्भ आदि लगाते हुए लगा, कि इन्हें निर्वाचन के लिए पहुंचाया जा सकता है। गंगा नदी, वीर सावरकर, कोणार्क सूर्य मंदिर, मदुरई आदि। बाद में आप इन्हें चाहें तो निर्वाचन के स्तर तक पहुंचा दें। शायद आपको भाषा स्तर अबकी बार ठीक लगा हो। ताजमहल जैसा नहीं।
- तो जब इतनी मात्रा में निर्वाचन के लिए लेख मिलें, तो क्या हम साल में १२ लेख निर्वाचित नहीं कर पाएंगे। कम से कम १० तो कर ही लेंगे ना। इस पर भी विचार कीजिएगा।
- सुझाव के लिए धन्यवाद।
- मैं फिल्हाल दशहरा लेख को आपके उत्तर की प्रतीक्षा में छोड़ता हूं। या चाहें तो नाम आप ही बदल लें। मेरी समस्या मैंने ऊपर बतायी ही है। धन्यवाद।--आशीष भटनागरसंदेश ०६:४१, २६ जून २००९ (UTC)
नमस्कार
संपादित करेंनमस्कार पूर्णिमा जी! बहुत दिनों से आपसे नमस्कार नहीं हुई थी, और मन कर रहा था, बस इसीलिए संदेश लिखा है।--आशीष भटनागर वार्ता १६:५४, ३ जुलाई २००९ (UTC)
आलेख स्तंभ के लिए यदि बांद्रा-वर्ली समुद्रसेतु एवं अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन को विकसित करूं, तो क्या चयनित होने के उपयुक्त हैं? कृपया कुछ निर्देशन करें।--आशीष भटनागर वार्ता १७:४६, ३ जुलाई २००९ (UTC)
दशहरा
संपादित करें- नमस्कार पूर्णिमा जी, दशहरे की ऐतिहासिक कथा संक्षेप में लगभग ५०० शब्दों में चाहिए थी। साहित्यिक उल्लेखों पर कोई सामग्री हो तो कृपया सहयोग करें।--सुरुचि ०७:०९, ४ जुलाई २००९ (UTC)
सयुंक्त
संपादित करेंसंयुक्त अरब अमीरात खोजते हुए सयुंक्त अरब इमारात पर पहुंच गया, शीर्षक पर बड़ी गलती देख इतिहास में झांका तो आपका नाम भी नजर आया। सोचा पूछ लूं, क्या वाकई संयुक्त को सयुंक्त लिखा जाता है। --Charu १५:४४, ८ जुलाई २००९ (UTC)
सुंदरवन डेल्टा
संपादित करेंलेख गंगा नदी में सुंदरवन डेल्टा का चित्र लगा कर व उसपर पर एक लेख लिख कर आपने गंगा नदी के वेज्ञानिक पक्ष को दर्शाया हैं । विकिपीडिया कामंस में ऐसे चित्रों का अभाव है । शिघ्र ही भारतीय सुदूर प्रणाली से सम्बन्धित संस्थानो और शिक्षा कँन्द्रो से वार्ता कर नए और ऊन्नत चित्र यहां डाल दिए जाएंगे । संवेदनशीलता के कारण इसमें थोडा विलंम्ब हो सकता है । बाकि लेख "गंगा नदी" अपनी संपुर्णता लिए हुए हैं । --राजीवमास ०५:५८, १० जुलाई २००९ (UTC)
साँचों में । के स्थान पर {{*}} का प्रयोग
संपादित करेंनमस्कार! रांगेय राघव की कृतियां सांचा देखा, तो उसमें । का चिह्न देखा। एक सुझाव देना चाहता हूं, जिससे सभी सांचों में एकरूपता आए, यहां के भी एवं अंग्रेज़ी विकि के भी। सही लगे तो पूर्ण विराम के स्थान पर साँचा:* यानि {{*}} प्रयोग करें तो बेहतर होगा। देखें साँचा:चैतन्य आदि। यह देखने में • राघव • प्रेमचंद • निराला • जैसा लगेगा।--आशीष भटनागर वार्ता ०२:१९, ११ जुलाई २००९ (UTC)
नमस्कार!
मैंने उपरोक्त लेख के लिए अभी ज्ञानसन्दूक मरुस्थल बनाया है, एवं लगाया है। देख लीजियेगा, और नीचे कुछ स्थान खाली हो गया है। उसके लिए एक अनुच्छेद बन पाये तो अच्छा है। धन्यवाद--आशीष भटनागर वार्ता १०:५८, १३ जुलाई २००९ (UTC)
Wikitrans
संपादित करेंआप से निवेदन है की सदस्य:Wikitrans के कार्य का निरिक्षण करे. यह सदस्य अंगरेजी विकी से लेखो को अनुवादित कर हिंदी विकी पर जोड़ रहा है. पर इस कार्य में यह इस बात का ध्यान नहीं रख रहा है की पहले से वह लेख हिंदी विकी पर मौजूद है की नहीं. आज का ही उदहारण ले लीजिये लेख बाघ हिंदी विकी का एक आज के आलेख के लिए चयनित लेख था जिसे इन महाशय ने बिगाड़ कर रख दिया. अब यह लेख पुर्वरत भी नहीं हो रहा है. कृपया इस सदस्य को सूचित किया जाए जिससे इसका योगदान हिंदी विकी के लिए लाभदायक हो. अगर हम लोग इस सदस्य की हरकतों को ऐसे ही नजरंदाज करेंगे तो कुछ ही समय में काफी सारे लेख गंदे अनुवादित लेख बन कर रह जायेंगे. मैंने इस सन्दर्भ में चौपाल पर भी चर्चा शुरू की थी पर उस पर किसी भी प्रभंदक की राय या विचार नहीं आई. --गुंजन वर्मासंदेश १२:०१, २२ जुलाई २००९ (UTC)
कृपया इस विषय को देखें व सहयोग दें--सुमित सिन्हावार्ता १९:२४, २६ जुलाई २००९ (UTC)
पूर्णिमा जी,
नमस्कार,
अफ़्रीका लेख को निर्वाचन हेतु प्रस्तावित किया गया, आप से अनुरोध है कि इसकी कमियों को बता कर हमारा मार्गदर्शन करें एवं जो आवश्यक सुधार हो करने की कृपा करें। हम सब यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि आपकी जादूई कलम से छूकर एक साधारण लेख भी निर्वाचन स्तर तक पहुँच सकता है। एकबार अफ़्रीका को भी स्पर्ष कर दीजिए।
धन्यवाद।
--Munita Prasadवार्ता १४:५२, २९ जुलाई २००९ (UTC)
- नमस्कार पूर्णिमा जी!
आपको लंबे अंतराल के बाद पुनः यहां देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। कि जैसे सच में ग्रीष्म-ऋतु उपरांत अब मानसून आ गया है। आशा है आपकी यात्रा सुखद रही होगी एवं सकुशल लौटी होंगीं। हां ये यात्रा संस्मरण भी शयद हिन्दी विकि का भला करेंगे। हां जैसा कि आपको मुनिता जी ने भी बताया है, मैं २-३ बातें आपको बताना चाह रहा था:-- हमने (गुंजन, मुनिता जी और मैंने) अफ़्रीका लेख को निर्वाचन के लिए तैयार किया, व समर्थन भी जुटा लिये हैं, लेकिन आपका इंतजार ही शेष था। सच कहूं तो मैंने तो एक बार आपकी अनानुमानित अनुपस्थिति में मुनिता जी से कहा भी था, कि लेख जब तैयार ही है, और आपका पता नहीं कि कब आयें, तो लगा ही देते हैं। यदि आप समय से आ जाती हैं तो देख कर सुधार लेंगीं, नहीं तो गंगा ही कंटीन्यू रखेंगे, किंतु उन्होंने ही रोके रखा। और हमारी प्रतीक्षा सफ़ल हुई। अनुरोध तो है ही कि उसे देख कर उपयुक्त सुधार कर दें।
- इसके साथ ही मैंने लखनऊ भी तैयार किया है। अफ़्रीका के बाद जरा एक दृष्टिपात वहां भी कीजिएगा।
- अब दिल्ली को और कोलकाता पर लगे हैं।
- हमने यहां विकिपीडिया:विकिपरियोजना भारत के शहर आरंभ की है। उसे भी देखिए, राय , सुझाव एवं सुधार और निश्चय ही योगदान दीजिए, जिससे कि भारत के लेख भी स्तरीय बनें।
- आलेख के लिए छोटे लेख भारत के शहर परियोजना के अंतर्गत मैंने जयपुर/आलेख और जैसलमेर/आलेख बनाए थे। आलेख में आने के बाद इन्हें मुख्य लेख की प्रस्तावना में डाल सकते हैं, जैसे कि अफ़्रीका में किया हुआ है। यदि ये कार्य कुछ सही लगे तो टिप्पणी दीजिएगा।
- मेरे विचार से बहुत हो चुका है। शेष अगले संदेश में। हां आप सच में आ गईं हैं ना, या अभी वहीं से काम कर रही हैं? बताइयेगा।
फिल्हाल इतना ही।--आशीष भटनागर वार्ता ०७:०८, २ अगस्त २००९ (UTC)
नमस्कार!
अफ़्रीका के क्या हाल हैं? आज के आलेख के लिए शिवकुमार शर्मा देख लीजिएगा। और अफ़्रीका के बाद समय मिलने पर लखनऊ एवं कोलकाता भी निर्वाचन हेतु तैयार हैं।--आशीष भटनागर वार्ता ०८:५९, ६ अगस्त २००९ (UTC)
- नमस्कार
अफ़्रीका लेख में साहित्य में एक भी कड़ी नहीं है, यदि कुछ डाल सकें तो देख लीजिए, बेहतर लगेगा। न मिलें तो बना लेंगे। क्योंकि इतना बड़ा अनुभाग है, और बिलकुल काले अक्षर, ४-५ नीली कड़ियां हों तो अच्छा लगे। शेष जैसा उचित समझें। कुछ बनाना हो तो भी बता दीजिएगा।--आशीष भटनागर वार्ता ०८:१३, १० अगस्त २००९ (UTC)
मुम्बई
संपादित करेंनमस्कार जी, मुम्बई की प्रस्तावना को मैंने संपादित कर के बेहतर बनाने का प्रयास किया है। यदि आपको समय मिले तो कृपया एक नजर देख लीजिए।--Munita Prasadवार्ता ०९:४०, १६ अगस्त २००९ (UTC)
आभार
संपादित करेंस्वागत के लिए आभार। समाचार में काफी काम, काफी दिनो से बाकी हैं। उम्मीद है अगले कुछ दिनों मे वहाँ कुछ योगदान दे पाऊगा। हिन्दी विकिपीडिया का विकास सही जा रहा हैं। :) --मितुल २१:३५, ३१ अगस्त २००९ (UTC)
निर्वाचित लेख
संपादित करेंनमस्कार, गंगा नदी 1 जुलाई को मुखपृष्ठ पर प्रकाशित हुआ था। आज ठीक दो महीने हो गएँ। कृपया नया लेख लगाने के बारे में विचार कीजिए।--Munita Prasadवार्ता ०३:३९, १ सितंबर २००९ (UTC)
चौपाल पर बॉट सुझाव
संपादित करेंनमस्ते पूर्णिमा जी,
आपके सुझाव के अनुसार मैंने चौपाल पर कुछ बॉट के सुझाव दिए हैं। अगर आपको सही लगे तो इसपर कार्य शुरू कर सकता हूँ। -- सौरभ भारती (वार्ता) १६:४७, १ सितंबर २००९ (UTC)
नमस्कार!
उपरोक्त पृष्ठ पर तितलियों के लिए ज्ञानसन्दूक है। यदि सही लगे तो कल से पूर्व लगाने पर विचार कीजिएगा।--आशीष भटनागर वार्ता ०१:५०, २ सितंबर २००९ (UTC)
- नमस्कार! आज तो पूरा आगरा आप के आगे नतमस्तक है। छा गया आगरा, और उस पर छा गयीं आप।--आशीष भटनागर वार्ता ११:३४, ३ सितंबर २००९ (UTC)
- नमस्कार
चौपाल पर हिन्दी विकिपीडिया पर अंग्रेजी शीर्षक वाले लेख शीर्षक से चर्चा चल रही है। कृपया उस पर विचार दें।--आशीष भटनागर वार्ता ०२:५९, ४ सितंबर २००९ (UTC)- एक निवेदन है। आपको अभी सक्रिय पाया तो कह रहा हूं। मेरा कंप्यूटर धीमा है घर पर। मैंने अभी अभी ग्रैन्ड कैन्यन लेख बनाया है। उसमें सबसे ऊपर वाला चित्र कृपया यहां से डाउनलोड कर हिन्दी में अपलोड कर दीजिए। समय मिले तो। साभार --आशीष भटनागर वार्ता १०:०२, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- धन्यवाद।
- एक निवेदन है। आपको अभी सक्रिय पाया तो कह रहा हूं। मेरा कंप्यूटर धीमा है घर पर। मैंने अभी अभी ग्रैन्ड कैन्यन लेख बनाया है। उसमें सबसे ऊपर वाला चित्र कृपया यहां से डाउनलोड कर हिन्दी में अपलोड कर दीजिए। समय मिले तो। साभार --आशीष भटनागर वार्ता १०:०२, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- नमस्कार
हिन्दी-अंग्रेजी चौपाल वार्ता
संपादित करेंनमस्ते पूर्णिमा जी,
मुझे आपसे बात करके लॉगआउट होना पड़ा क्योंकि मेरा नेट चला गया।
मुख्य बात - मुझे लगता है कि अभी सँभलने का वक्त नहीं आया। अभी हिन्दी विकि के खेलने-कूदने के दिन हैं। इसके विकास पर हमें ज्यादा पाबंदी नहीं लगानी चाहिए। जब यह थोड़ी बड़ी हो जाए, तब इसमें गँभीरता अपने-आप आ जाएगी। -- सौरभ भारती (वार्ता) १६:३४, ७ सितंबर २००९ (UTC)
नमस्कार पूर्णिमा जी ! जरा यह लेख देखे यहाँ मुझे लेखक की स्व प्रशंसा ही एक मात्र उद्देश्य लग रहां है. सदस्य:Professor Mahavir Saran Jain लेखो में अपने मौलिक शोध कार्य को जोड़ रहे है. उनकी भाषा के ऊपर आप की टिप्पडी अपेक्षित है. क्या आप इनको विकी के नियमो से सूचित करवा सकती है. धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०६:५५, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- धन्यवाद। एक इ मेल लाभकारी होगा। मुझे लगता है उन्हें अपने वार्ता पृष्ठ के बारे में जानकारी नहीं होगी। --गुंजन वर्मासंदेश ०८:४४, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- मुझे लगता है कि यह प्रोफेसर साहब का कोई शिष्य है, ना कि प्रोफेसर साहब। यह लेख लिख नहीं रहा, बल्कि कॉपी-पेस्ट में माहिर है। हालाँकि लेख सारे पढने वाले हैं (कई तो मैंने खुद पढे हैं)। मैं आपकी बात से सहमत हूँ, इन्हें अगर थोड़ी दिशा दी जाए तो हिन्दी विकि का बहुत भला होगा। -- सौरभ भारती (वार्ता) १५:०१, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- नमस्कार पूर्णीमा जी, अगर आप एक ईमेल लिख दे जो भी खाता मालीक होगा उसे एक संदेश मिल जायेगा। इस योगदानकर्ता को शीघ्र ही सूचित करना अति आवश्यक और जैसा सौरभ जी ने कहा है उन्के लेख काफ़ी लाभकारी है जो हिंदी के पाठको के लिये अतयंत सुचना एवं ज्ञान पूरक हो सकते है। --गुंजन वर्मासंदेश ०५:५२, १३ सितंबर २००९ (UTC)
- मुझे लगता है कि यह प्रोफेसर साहब का कोई शिष्य है, ना कि प्रोफेसर साहब। यह लेख लिख नहीं रहा, बल्कि कॉपी-पेस्ट में माहिर है। हालाँकि लेख सारे पढने वाले हैं (कई तो मैंने खुद पढे हैं)। मैं आपकी बात से सहमत हूँ, इन्हें अगर थोड़ी दिशा दी जाए तो हिन्दी विकि का बहुत भला होगा। -- सौरभ भारती (वार्ता) १५:०१, ११ सितंबर २००९ (UTC)
हिन्दी विकि पर ५०००० लेख
संपादित करेंनमस्कार,
हिन्दी विकि पर ५०००० लेख होने में बस २०० लेख ही बचे हैं। आज इसे पूरा करने में मदद करें। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०७:४९, १४ सितंबर २००९ (UTC)
नमस्कार
संपादित करेंहिन्दी के अर्ध-लक्ष्य पहुंचने की बधाइयां। हां एक दिन मैंने आलेख के प्रत्याशी पृष्ठ पर अपने ५-६ लेखों को आपके द्वारा सितंबर माह में निर्देशित करते हुए देखा था। यदि लेख इस लायक पहुंचे, कि आपको वहां लगाने लायक लगे, तो मेरा सौभाग्य। इसके लिए धन्यवाद तो क्या दूं, मेहनत तो आपकी ही है। बाकी समय-समय पर मार्गदर्शन अभिलाषित है। चौपाल पर आपका आशीर्वचन पढ़ा, पढ़कर अच्छा लगा।--आशीष भटनागर वार्ता १३:१४, १५ सितंबर २००९ (UTC)
अभिव्यक्ति
संपादित करेंनमस्ते जी,
हिन्दी विकिपीडिया के लेखों की संख्या ५० हजार पहुँचने पर बधाई। आपसे अनुरोध है कि कृपया हिन्दी विकि के किसी एक अच्छे लेख को प्रति सप्ताह आपकी सम्मानित पत्रिका अभिव्यक्ति [1] के मुखपृष्ठ पर लिंक के रूप में स्थान दे। यह पहले भी होता था पर आपकी पत्रिका के नवीनीकरण के कारण या किसी और कारण से वो हटा दिया गया है। धन्यवाद--Munita Prasadवार्ता १६:०४, १५ सितंबर २००९ (UTC)
विकिपीडिया:चौपाल]]
संपादित करेंनमस्कार
आशा है कुशल से होंगीं। विकिपीडिया:चौपाल पर कुछ बदलाव किया था, उसे देख कर बताइयेगा, सही/गलत/सुझाव आदि। उससे संबंधित चर्चा भी पढ़ कर बताइये कि कैसे पाठ छोटा किया जा सकता है? हां एक और बात, अंग्रेज़ी में विलेज पंप नाम के लिए चित्र सार्थक है, किंतु हिन्दी में चौपाल के लिए कुछ गलत लगता है। यहां के लिए कोई मुक्त चित्र चौपाल का लगायें तो? चित्र भी सुझायें।--आशीष भटनागर वार्ता ०६:१९, २० सितंबर २००९ (UTC)
- नमस्कार!
आलेख के लिए २८ सितं. को दशहरा लगाया है। उसे एक बार समय मिलने पर यथासंभव देख लीजिएगा।कुछ आवश्यक बदलाव/सुधार आदिचाहिये हों तो कृपया देख लीजिएगा।--आशीष भटनागर वार्ता ०१:०८, २६ सितंबर २००९ (UTC)
The LocalisationUpdate extension has gone live
संपादित करेंThe LocalisationUpdate extension is now enabled for all Wikimedia projects. From now on new localisations that become available in SVN will become available to your project within 24 hours. Your localisations get into SVN from translatewiki.net typically within a day and at worst in two days. This is a huge improvement from the old practice where the localisations became available with new software. This could take weeks, even months.
The localisations done by our community at translatewiki.net are committed to SVN typically every day. When the system messages in English are the same as the local messages, they will now be inserted in a file and are available for use in all our projects in a timely manner
What this means for you
संपादित करेंLocal messages have an impact on the performance of our system. It is best when messages are as much as possible part of the system messages. In order to remove unnecessary duplication, all the messages that have a local localisation and are exactly the same as the system message will be removed. What we ask you to do is to compare and proof read the messages in translatewiki.net and the local messages. You can then either remove local messages when the translatewiki.net message is to be preferred or, you can update the message at translatewiki.net.
Messages that are specific to your project will have to stay as they are. You do want to check if the format and the variables of the message are still the same.
Why localise at translatewiki.net
संपादित करेंWhen you localise at translatewiki.net, your messages will be used in all Wikimedia projects and eventually in all MediaWiki based projects. This is how we provide the standard support for your language. When messages change, at translatewiki.net you will be prompted to revisit your translations. Localising is more efficient because we have innovated the process to make you more efficient; there is text explaining about messages and we have applied AJAX technology to reduce the number of clicks you have to make.
Translatewiki.net update
संपादित करें- Currently 99.33% of the MediaWiki messages and 34.44% of the messages of the extensions used by the Wikimedia Foundation projects have been localised. Please help us help your language by localising and proof reading at translatewiki.net. This is the recent localisation activity for your language. Thanks, GerardM २२:२६, २८ सितंबर २००९ (UTC)
- PS Please help us complete the most wanted messages..
How can we improve the usability for your language
संपादित करेंWe expect that with the implementation of LocalisationUpdate the usability of MediaWiki for your language will improve. We are now ready to look at other aspects of usability for your language as well. There are two questions we would like you to answer: Are there issues with the new functionality of the Usability Initiative Does MediaWiki support your language properly
The best way to answer the first question is to visit the translatewiki.net. Change the language to your language, select the “vector” skin and add the advanced tool bar in in the preferences and check out the new functionality. And make some changes in your user page. When there is a need to improve on the localisation, please make the necessary changess . It should update your localisation straight away. We would like you to report each issue individually at http://meta.wikimedia.org/wiki/Usability_issues.
When there are problems with the support of MediaWiki for your language, we really want to know about this. It is best to report each issue separately. In this way there will be no large mass of issues to resolve but we can address each issue on its own. Consider issues with the display of characters, the presentation of your script, the position of the side bar, the combination of text with other languages, scripts. It is best to try this in an environment like the prototype wiki as it provides you with a clean, basic and up to date environment. The prototype wiki is available for five languages but you can select any of them, change the preferences to your language and test out MediaWiki for your language.
We would like you to report each issue individually at http://meta.wikimedia.org/wiki/Language issues. The issues you raise will all be assessed. It is important to keep each issue separate, because this will make it easier to understand the issues and find solutions.
PS This text has been approved by Naoko, Brion and Siebrand. Thanks, GerardM २२:२६, २८ सितंबर २००९ (UTC)