Debashish, Please use संवाद pages for the suggestions and discussion on the article. I have moved your suggestion from article page to संवाद page for the article इंडियन एयरलाइन्स. Your suggestion is right, article badly need update. Please go forward and update the article.

--मितुल १५:०५, ३ अक्टूबर २००६ (UTC)


सुझावो के लिए धन्यवाद संपादित करें

देबाशीष, आपके सुझाव सही है, उनके लिए धन्यवाद। मैने सुझाव नोट कर लिए है। आगे से मुझसे गलती न हो ऐसा प्रयास करूगां।

आपका अवलोकन सही है कि अशुद्ध वर्तनी विकिलेखों मे पाना आम है। कृपया जहाँ भी आप सुधार सकें, सुधार दे। वैसे भी हिंदी का उपयोग इंटरनेट पे बहुत ज्यादा नही है। तो योगदान करने वालो को जो सही समझ मे आता है लिख दिया जाता है। नए लेखो को लिखने मे ज्यादा समय जाता है, सुधार की तुलना मे। जैसे-जैसे अधिक लोग योगदान करने लगेगे यह गलतियाँ सुधरती जाएगी। नए लेखो को लिखते-लिखते और अन्य लोगो से संवाद करते करते भी योगदानकर्ता अच्छे लेख लिखने लगेगे। जरूरी है कि नए लेखो का जुडना जारी रहे और इसकी गति भी तेज हो। अधिक लोग जुडे और विकिपीडिया के बारे मे उत्साहित रहे। यह हिंदी, इंटरनेट, इंटरनेट पर हिंदी और इनसे जुडे लोगो के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

आपको विकिपीडिया पे सक्रिय देखना एक सुखद अनुभव है। जैसे ब्लाग्स पे टिप्पणियाँ दर्शाती है कि पोस्ट कितनी लोकप्रिय है। विकिपीडिया मे लेखो मे हुए बदलाव यह दर्शाता है कि लेख मे लोगों को रूची है। आपका विकिपीडिया पे सक्रिय योगदान बना रहेगा ऐसी उम्मीद है।

--मितुल १४:५८, १२ अक्टूबर २००६ (UTC)

मैने हिंदी विकिपीडिया के सक्रिय योगदानकर्ताओं के लिए याहू समुह बनाया है: yahoo group:hindi_wikipedia

कृपया इस समुह मे भाग लें। अपने विचार, सुझाव सभी सक्रिय योगदानकर्ताओं को एक साथ पहुचाने मे सभी को मदद मिलेगी।

--मितुल २२:१४, १२ अक्टूबर २००६ (UTC)
कृपया याहू ग्रुप के बदले गूगल ग्रुप का इस्तेमाल करे: हिंदी विकिपीडिया गूगल ग्रुप
असुविधा के लिए खेद है।
मितुल १८:१२, १३ अक्टूबर २००६ (UTC)

मुझे निरंतर की जानकारी अच्छी लगी। इसे मैने portal:हिन्दी पर भी रख दी है।

--मितुल १७:००, २४ जनवरी २००७ (UTC)
धन्यवाद मितुल -- देबाशीष १२:२२, २५ जनवरी २००७ (UTC)
  आपके द्वारा लिखें गए या काफी सुधारे गए लेख निरंतर के तथ्य को क्या आप जानते हैं? में 26 जनवरी , 2007 को प्रदर्शित किया गया। अगर आपको हाल में बदले गए किसी लेख से कोई रोचक तथ्य पता है तो कृपया उसे "क्या आप जानते हैं?" संवाद पृष्ठ पर सुझाए।


हिन्दी लेखौं के बारे मै संपादित करें

हमारा विकिपीडिया अब जल्द हि १०,००० लेखौं का "थ्रेसहोल्ड" पार कर रहा है। यह द्वार पार करने के बाद हमारे समुदाय बहुत सारे लोगों की नजरौं मे आने लगेगा ( एट लीश्ट इन् विकिपीडिया कम्युनिटी ) । अतः, हमे हमारा रणनीति मै थोडा बदलाव करना पडेगा। अब हमारे सामने दुसरा बडा पडाव २०,००० लेख का है। लेकिन वहाँ पहुँचने से पहले हमे इस विकिपीडिया का गुणस्तर को बढाने मै ध्यान देना होगा क्योंकि अगर हमारे पास कोही अच्छा लेख ना हों तो २०,००० का आंकडा निरर्थक लगेगा। अतः मेरा यह आप से बिन्ती है कि अब आप किसी एक वा कुछ लेख मै ध्यान केन्द्रित करके उन लेखौं का गुणस्तर बढाएं। विशुद्ध रुप से लेखौं के संख्या बढाने के लिए, कुछ समय के लिए, बोट का प्रयोजन हि पर्याप्त हो सकता है ( मेरे पास अभी करीब ५००० लेखौं का निर्माण के क्षमता रखने वाला बोट है जो थोडे मर्मत के बाद प्रयोजन मै लाया जायगा)। अगर आप का विचार इस से भिन्न हों या आप के मस्तिष्क मै कोही दुसरा रणनीति हों तो कृपया चौपाल मै वा मेरे संवाद पृष्ठ मै व्यक्त कीजिए। धन्यवाद।--युकेश १५:३९, १४ मार्च २००७ (UTC)

बोट के बारे मे संपादित करें

I had written to Purnima ji abt bots in her samwaada page. Here is a copy of that. I hope it makes sense. Please feel free to contact me if you want more details. Thanks

बोट केवल मेक्यानिकल काम क‍र सकता है। उदाहरण के लिये, अगर हमे कोही ५०० लेखक के बारे मै छोटा लेख लिखना हो तो हम एक "फरमेट" तयार कर सकते है जैसे - "लेखक का नाम" हिन्दी के एक प्रसिद्ध लेखक है। उन का जन्म "जन्म तिथि" मै "जन्म स्थल" मै हुवा था। उन का मृत्यु "मृत्यु तिथि" मै "मृत्यु स्थल" मै हुवा था। उन के प्रमुख कृतियाँ "प्रमुख कृतियाँ" है। उन्हे "पुरस्कार" से विभुषित किया गया है।

यह बोल्ड फेस वाले शव्दौं के जगह हम ५०० लेखक के जीवन से सम्बन्धित घटना एक स्प्रेडशीट (माइक्रोसफ्ट एक्सेल) के माध्यम से भर सकते है। यह स्प्रेडशीट का डेटा को फरमेट मै भरकर बोट ५०० लेख तयार कर देता है। इस से कोही व्यक्ति को ५०० बार लेख लिख्ने का झन्झट नही होगा और फरमेट की उपस्थिति से लेखौं की लम्बाई भी बढ जाता है।

मेरा हिन्दी शुद्ध नही है, जिस के लिये मै क्षमा चाहता हुँ। अगर मैने यह बोट का विचार समझाने मै कोही त्रुटी की वा आप को अभी भी कुछ अस्पष्ट है तो आप कृपया दुबारा प्रश्न कीजिए। धन्यवाद। --युकेश ०७:५१, १७ मार्च २००७ (UTC)

लिप्यंतरण या लिप्यांतिकरण संपादित करें

कृपया चौपाल पर चर्चा में भाग लें। --पूर्णिमा वर्मन ०५:०६, १९ नवम्बर २००७ (UTC)

हिन्दी नाम संपादित करें

आप लेखों के अंग्रेजी नाम दे रहें है, आप से निवेदन है कि लेखों का नाम केवल हिन्दी में दे यह हिन्दी विकिपीडिया के हित मे होगा और अनुरूप भी, धन्यवाद--राजीवमास (प्रबन्धक) ०६:५६, १४ दिसम्बर २००७ (UTC)

विकिपीडिया:क्या आप जानते है संपादित करें

  आपके द्वारा लिखें गए या काफी सुधारे गए लेख महाभारत के तथ्य को क्या आप जानते हैं? में 2 फरवरी, 2008 को प्रदर्शित किया गया। अगर आपको हाल में बदले गए किसी लेख से कोई रोचक तथ्य पता है तो कृपया उसे "क्या आप जानते हैं?" संवाद पृष्ठ पर सुझाए।

--पूर्णिमा वर्मन १८:५३, ३ फरवरी २००८ (UTC)

हौंसला आफजाई का शुक्रिया देबू दा. आपको यहां काफी समय से देखता आ रहा हूं. अनुनाद जी और आपकी प्रेरणा से जो बनेगा, अपना तुच्‍छ सा योगदान देता रहूंगा. मार्गदर्शन और हौंसला आफजाई करते रहें. धन्‍यवाद. संजय करीर

विस्तृत पट्टी संपादित करें

चौड़ी तरंग-पट्टी का नाम बदल कर विस्तृत पट्टी कर दिया। व अंग्रेजी नाम के हिन्दी मे कई रीडाय्रेक्ट पृष्ठ भी बना दिए देखं:विशेष:WhatLinksHere/विस्तृत_पट्टी--सुमित सिन्हावार्ता ०९:४९, १२ जून २००८ (UTC)

Hi! Could you add category and wikilinks in this article? I cant' read Hindi. Thanks Timpul १८:४२, १६ सितंबर २००८ (UTC)

आदिवर्णिक शब्द संपादित करें

This article was marked deleted, which was not contested. It only had a single line in English. So, the mistake of deleting it. It should not have been deleted anyways. My apologies for the same. It looks correct right now. Thank you for pointing this out. --मितुल १४:१९, ३१ अक्टूबर २००८ (UTC)

Deleteing व्लादिमीर क्रेमनिक संपादित करें

done. --मितुल १६:४०, ३ नवम्बर २००८ (UTC)

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

आपने ओबामा लेख से बाहरी कड़ियाँ को हटा दिया है । यह भी लग रहा है कि आप यह भी देखें, संदर्भ और बाहरी कड़ियाँ में confuse हैं ।

देखे
  • यह भी देखें = हिन्दी विकिपीदिया पर ही मौजूद दूसरे सम्बन्धित लेख को बताने के लिए (जैसे बराक ओबामा के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी)
  • संदर्भ = लेख में दिए गए तथ्यों को बताने के लिए (लेख में इनका सीधा जिक्र होना चाहिए तथा ये बाह्य व आन्तरिक दोनो रूपो में हो सकते हैं ।) यह वाक्य के अंत में संकेत के रूप में दिए जाते हैं और लेख के बाद में पारिभाषित कर दिए जाते हैं ।
  • बाहरी कड़ियाँ = हिन्दी विकिपीडिया के सम्बन्धित लेख को बाहर के स्रोतो अथवा लेखो को जोडने के लिए तथा पाठको को अतिरिक्त जानकारी देनें के लिए (जैसे ओबामा पहले अश्वेत अमरीकी राष्ट्रपति होंगे- बी.बी.सी. पर )

--राजीवमास ०६:२१, ५ नवम्बर २००८ (UTC)


पूर्णिमा जी, मैंने ध्यान दिया कि विगत कई दिनों से जहाँ भी मैं सामयिकी पत्रिका के लेखों की कड़ियाँ दे रहा हूँ वो आप बिना चर्चा के हटा रही हैं। अधिकाँश लेख ऐसे हैं जो मैंने ही शुरु किये। क्या यह विशेषतः मेरे लिये किसी नई नीति के तहत किया जा रहा है? सामयिकी कतई अभिव्यक्ति जैसी नामचीन पत्रिका नहीं है, निरंतर भी नहीं थी। भले इसे अलंकरण व इनाम न मिले हों, पर यह पत्रिका ही है, कोई ब्लॉग नहीं। आप और मैं दोनों अपने-अपने प्रकाशन से जुड़े हैं और यदि सिर्फ सामयिकी की कड़ियाँ (जो कोई स्पैम भी नहीं है, वस्तुतः वे लेख ही पृष्ठ का आधार बने हैं) हटाई जाती हैं तो मेरे विचार में यह काँफ्लिक्ट आफ इंटरेस्ट का मामला है और आपको स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये। अगर कोई व्यक्तिगत कारण हो तो भी स्पष्ट करना उचित होगा ताकि मैं विकिपीडिया पर अकारण समय ज़ाया न करूं।
मेरे विचार से इस विषय राजीव पहले ही स्थिति को स्पष्ट कर चुके हैं पर आपने मुझसे पूछा है तो विस्तार में -- बाह्यसूत्रों में केवल वही कड़ियाँ जोड़ी जानी चाहिए जो उस विशेष लेख में वर्णित व्यक्ति या संस्था संबंधित हों। उदाहरण के लिए आप सामयिकी का पृष्ठ बनाएँ तो सामयिकी की कड़ी जोड़ सकते हैं या अपना लेख बनाएँ तो सामयिकी की कड़ी जोड़ सकते हैं। केवल इसलिए बाह्यसूत्र नहीं जोड़ा जाना चाहिए कि उस कड़ी पर किसी का इंटरव्यू या लेख है। विशेष परिस्थितियों में मान लीजिए आपका इंटरव्यू किसी ब्लॉग पर प्रकाशित है और उसमें आप कहते हैं कि सामयिकी का प्रकाशन १२अगरस्त २००८ से प्रारंभ किया गया। तो विकि में सामयिकी के विषय में बनाए गए लेख में, उसकी प्रकाशन तिथि के संदर्भ में, तथ्य की पुष्टि के लिए, उपयुक्त एचटीएमएल टैग के साथ वह ब्लॉग, पत्रिका या जालस्थल जोड़ा जा सकता है। अन्यथा बाहरी कड़ियाँ विज्ञापन के रूप में ली जाती हैं और उन्हें हटा दिया जाता है। पत्रिका, जालस्थल या ब्लॉग उपयोगिता, संदर्भ या तथ्य के आधार पर जोड़े जाने चाहिए। इसमें पत्रिका, ब्लॉग, नामचीन, अनामचीन, पुरस्कृत या अपुरस्कृत होने से कोई अंतर नहीं पड़ता है। विकि में तो सभी की रुचि के लेख होते हैं हज़ारों लेख होंगे जिसमें मेरी रुचि नहीं होगी। मैं तो शायद अपनी रुचि के ही लेखों पर ही ज्यादा ध्यान देती हूँगी। हाँ नियम के तहत बाह्य कड़ियों को हटाने में चर्चा की आवश्यकता नहीं है। अगर आपकी रुचि विकि पर केवल इसलिए है कि हर लेख पर एक बाह्यसूत्र सामयिकी तक जाना चाहिए तो बेशक आप अपना समय अकारण ज़ाया होने से रोक सकते हैं। आपके लिए किसी नई नीति को बनाने की आवश्यकता मुझे नहीं है। पहले से ही हिन्दी के प्रति सार्थक प्रयत्नों के कारण आपके प्रति सम्मान की भावना रही है। वैसे मुझे आज यह जानकर खुशी हुई के सामयिकी आपकी पत्रिका है। ध्यान से देखी और निरंतर से भी अच्छी लगी। बधाई। आपने इतना मुश्किल सवाल पूछा कि उत्तर देने के लिए ऊपर चिपकाना पड़ा और इसे पूरा करते करते भूख लग आई सो अभी के लिए नमस्कार।--पूर्णिमा वर्मन ०९:५९, २७ फरवरी २००९ (UTC)
आपके जवाब के लिये शुक्रिया! और सामयिकी व निरंतर की प्रशंसा के लिये भी। आपने राजीव के संदेश का गलत संदर्भ लेकर अपना संदेश दिया वो बात जँची नहीं। कृपया वह वार्तालाप पुनः पढ़ें (और हो सके तो राजीव को अपनी वर्तनी सुधारने का भी सुझाव दे दें, जिस विकीपीडिया के महाएडमिन और सर्वेसर्वा हैं कम से कम वहाँ प्रयुक्त भाषा पर बढ़िया अधिकार तो होना चाहिये)। आपका यह कहना कि मैं बाहरी कड़ियाँ जोड़ने के लिये लेख बना रहा हूँ आपके पूर्वाग्रह को ही बयान कर रहा है। इस बात को और आगे बढ़ाना नहीं चाहुंगा। आरोप प्रत्यारोप में कोई लाभ नहीं। अल्ताफ़ टायरवाला, अनीता नायर के लेखों के साथ उनके ही साक्षात्कार की बाहरी कड़ियाँ अनुपयुक्त कैसे होती हैं? स्लमडॉग मिलियनेयर पर लेख के साथ बीबीसी के सौतिक बिस्वास के लेख की कड़ी क्यों गैरवाजिब है? मुझे जवाब की अपेक्षा नहीं पर आप खुद ही विचार करें। एक ओर तो आप आशीष महर्षि के वेनिटी पृष्ठ बनाने के सवाल पर नोटेबलिटी नियमों में ढील दे देती हैं, आपका खुद का भी पृष्ठ यहाँ बना है, पर सामयिकी के मामले में बाहरी कड़ियाँ का ही अभिप्राय बदला जा रहा है। नीतियाँ बनें तो सबके लिये वरना ना बनें। अगर मैं आपको गलत भी समझ रहा हूँ, और यह पूर्णतः संभव है, तब भी आप यह विचार कर सकती हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। आपके प्रति मेरा सम्मान बना रहेगा।--सदस्य:देबाशीष १६:०५, २७ फरवरी २००९ (UTC)

नम्र आशीष संपादित करें

नमस्कार देबाशीष जी! अपनी वार्ता पर आपका संदेश मैंने पढ़ा, कृपया उसके संबंध मेंउत्तर वहीं देखें। संदर्भ हेतु उत्तर को संदेश के साथ ही रखना मैंने सही समझा, कृपया अन्यथा ना लें।--आशीष भटनागरसंदेश १०:३४, ११ मार्च २००९ (UTC)

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