हम आपके दिल में रहते हैं
हम आपके दिल में रहते हैं 1999 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह अनिल कपूर, काजोल, अनुपम खेर और शक्ति कपूर अभिनीत भारतीय नाट्य प्रेमकहानी फिल्म है। काजोल को फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। यह तेलुगू फिल्म 'पवित्र बन्धन' की रीमेक है, जो वेंकटेश और सौन्दर्या अभिनीत है। यह फिल्म साल की 5वीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म भी थी। इसे बॉक्स ऑफिस इंडिया द्वारा सुपरहिट घोषित किया गया था।[1]
हम आपके दिल में रहते हैं | |
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हम आपके दिल में रहते हैं का पोस्टर | |
निर्देशक | सतीश कौशिक |
लेखक |
जैनेन्द्र जैन सतीश कौशिक |
कहानी | भूपति राजा |
निर्माता | डी रामानायडू |
अभिनेता |
अनिल कपूर, काजोल देवगन, परमीत सेठी, सतीश कौशिक, ग्रेसी सिंह |
छायाकार | कबीर लाल |
संपादक |
ई एम माधवन चैतन्य तान्ना मार्तण्ड के वेंकटेश |
संगीतकार |
अनु मलिक एम एम श्रीलेखा |
निर्माण कंपनी |
सुरेश प्रोडक्शन |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
165 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹62.50 मिलियन (US$9,12,500)[1] |
कुल कारोबार | ₹366.50 मिलियन (US$5.35 मिलियन) |
कथानक
संपादित करेंविश्वनाथ (अनुपम खेर) एक बहु-करोड़पति उद्योगपति हैं, जो अपने एकमात्र बच्चे, अमेरिका से पढ़कर लौटे, विजय (अनिल कपूर) नाम के बेटे के साथ एक महलनुमा घर में रहते हैं। लाड़-प्यार में पले विजय ने अपनी शिक्षा पूरी की है और अब युवावस्था में उन्मुक्त जीवन के प्रलोभनों में शामिल है। विश्वनाथ अपने बेटे की शादी करने और जिम्मेदार बनाना चाहते हैं। मेघा (काजोल) विश्वनाथ के अपने कार्यालय में निजी सहायक है। वह एक मेहनती लड़की है जो अपने परिवार का सहयोग करने के लिए संघर्ष कर रही है। विश्वनाथ ने मेघा से अपनी नौकरी छोड़ने और अपने बेटे से शादी करने को कहा, लेकिन जब वह विजय की अजीब स्थिति सुनती है तो उसने मना कर दिया। विजय चाहता है कि विवाह एक साल के लिए अनुबंध के आधार पर हो और यदि वह उस अवधि में अपनी पत्नी से प्यार नहीं कर पाता है, तो विवाह समाप्त हो जाएगा। हालाँकि, मेघा का परिवार गंभीर वित्तीय स्थिति में है और इसलिए उसे विजय से शादी करने के इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार करना पड़ता है।
विजय और मेघा शादीशुदा हो जाते हैं। विवाह के बाद, वे एकसाथ रहते हुए दोस्ताना संबंध बना लेते हैं। एक दुर्घटना में विजय के बुरी तरह घायल होने पर विजय की देखभाल करने के लिए मेघा अत्यधिक मेहनत करती है, हार्दिक सहयोग करती है, मंदिर की सीढ़ियों पर घुटने के बल चलती है। फिर भी, वर्ष के अंत में, विजय ने विवाह को रद्द करने का फैसला किया, जैसा कि इस पर सहमति हुई थी। मेघा काफी दुखी होकर घर लौट जाती है। अलगाव के बाद, विजय आनंद उठा रहा है, लेकिन धीरे-धीरे वह अपनी समर्पित पत्नी की उपस्थिति का महत्त्व और जरूरत महसूस करने लगता है। जटिलता तब उत्पन्न होती है जब मेघा को पता चलता है कि विजय के सम्पर्क से वह गर्भवती है। उसके पड़ोस के लोग अपनी मां के घर पर रहने और बच्चे के पिता की पहचान के लिए सवाल उठाना शुरू कर देते हैं।
खुद का जीवन चलाने के लिए मेघा एक नयी कंपनी में नौकरी करती है। विजय मेघा को पाने के उद्देश्य से भारी रकम चुकाकर उस कंपनी को ही खरीद लेता है। जब कंपनी के प्रबंध निदेशक आते हैं, तो उनके स्वागत के लिए अन्य कर्मचारियों के साथ खड़ी मेघा प्रबंध निदेशक के रूप में विजय को देखकर आश्चर्यचकित हो जाती है तथा उसकी मनःस्थिति विचित्र हो जाती है। विजय मेघा को विश्वास दिलाना चाहता है कि अब वह एक बदला हुआ व्यक्ति है और उसे वापस चाहता है। लेकिन, बार-बार दृढ़ विश्वास के बाद भी, मेघा असहमत ही रहती है क्योंकि उसमें उसका विश्वास बिखर गया है। विजय उसे विश्वास दिलाने की कोशिश जारी रखता है। परंतु मेघा उसे दिखाने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ती है कि वह उसकी जरा भी परवाह नहीं करती। बाद में, मेघा और उसके परिवार में उनके पैदा होने वाले बच्चे के कल्याण के लिए 'गोद-भराई' का समारोह आयोजित किया गया। विश्वनाथ और विजय भी समारोह में भाग लेते हैं और अपने उपहार देते हैं। मेघा ने विजय के अपने पति होने का खुलासा किया और उसका अपमान करती हुई शादी के अनुबंध के बारे में सभी मेहमानों को बताया। विजय को बहुत बुरा लगता है। वह स्पष्टीकरण देते हुए कहता है कि जैसी स्थिति में वह है उसमें यदि वह चाहे तो किसी से भी शादी करके खुशी-खुशी रह सकता है; परंतु शादी का अनुबंध करके उसने गलती की है, इसे वह हृदय से मान रहा है तथा आज भी वह सच्चे हृदय से एकमात्र मेघा को ही प्यार करता है। इससे सभी लोगों के सामने वस्तु स्थिति स्पष्ट हो जाती है। विजय और उनके पिता सभी मेहमानों के बाद बाहर निकलते हैं।
अपनी गर्भावस्था के पूरा होने के करीब मेघा को पता चलता है कि विजय की कंपनी के लिए परेशानी उत्पन्न करने वाले खैराती लाल (शक्ति कपूर) और यशवंत कुमार (परमीत सेठी), जिन्होंने एक बार विजय को मारने का प्रयास किया था, जेल से बच निकले हैं। वे विजय की तलाश में हैं, जिन्होंने उन्हें धोखाधड़ी और जालसाजी के लिए अपने पिता की कंपनी से निकाल दिया था। मेघा चिंतित हो जाती है और जल्द से जल्द विजय तक पहुंचने की कोशिश करती है। रास्ते में ही उसे पता चल जाता है कि यह पूरा प्लान विजय के दोस्तों द्वारा उसे अपने पति के प्रति आकर्षित करने के लिए था। गुस्से में, मेघा विजय का अपमान करने के लिए चली जाती है। इस बीच कार्यालय में बैठे विजय के पीछे छिप कर आए खैराती लाल और यशवंत कुमार वास्तव में विजय पर अचानक हमला कर देता है और उसके पेट में शीशा घोंपकर उसे बुरी तरह घायल कर देता है। परंतु मेघा को लगता है कि विजय घायल होने का नाटक कर रहा है। विजय को बुरा भला कहते हुए मेघा पलट कर जाने लगती है तभी उसकी ओर घूमता हुआ विजय शीशा निकालते हुए दर्द से चिल्ला उठता है और मेघा पलट कर देखती है कि उसके पेट से खून बह रहा है तथा वह बुरी तरह घायल है। तब उसे विश्वास हो जाता है कि खैराती और यशवंत ने उन पर वास्तव में हमला किया है। मेघा उसके पास दौड़ती है और फिसल जाती है और गर्भ पूरा होने से गिरने के कारण दर्द से चीखने लगती है। विजय पेट पर कमीज़ बाँधकर और अपनी सारी ताकत को समेटकर मेघा को अस्पताल ले जाता है। वही उन दोनों के घर वाले भी पहुँचते हैं एक ओर विजय का इलाज होता है दूसरी ओर मेघा का प्रसव होता है। मेघा एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देती है तथा सबसे पहले विजय को देखना चाहती है। उसका बिस्तर विजय के बिस्तर के पास ले जाया जाता है। दोनों खुशी से मिलते हैं। विजय के पिता विश्वनाथ उन दोनों के बीच अपने पोते को लिटा कर और अपनी आदत अनुसार तीनों से हाथ मिला कर परम प्रसन्नता अनुभव करते हैं।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अनिल कपूर - विजय
- काजोल देवगन - मेघा
- अनुपम खेर - विजय के पिता श्री विश्वनाथ
- शक्ति कपूर खैराती लाल
- परमीत सेठी - यशवंत कुमार
- मिंक सिंह - अनीता
- सतीश कौशिक - जर्मन (विजय का साथी)
- राकेश बेदी - सलीम (चालक)
- जॉनी लीवर - सनी गोयल
- स्मिता जयकर - मेघा की माँ
- सुधा चंद्रन - मंजू
- ग्रेसी सिंह - माया
- साधु मेहर - बद्री प्रसाद
- राजू श्रेष्ठ - सुधाकर
- आदि ईरानी - मंजू का पति
- कुमार सानु - खुद के रूप में ('कसम से' गीत में अतिथि उपस्थिति)
- अनुराधा पौडवाल - खुद के रूप में ('कसम से' गीत में अतिथि उपस्थिति)
- अनु मलिक - खुद के रूप में ('कसम से' गीत में अतिथि उपस्थिति)
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "हम आपके दिल में रहते हैं" | कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल | 5:22 |
2. | "छुप गया" | अलका याज्ञिक, उदित नारायण | 6:42 |
3. | "धिंगतारा धिंगतारा" | सोनू निगम, हेमा सरदेसाई, राहुल सेठ | 6:14 |
4. | "जरा आँखों में" | कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल | 6:11 |
5. | "कसम से कसम से" | अनुराधा पौडवाल, कुमार सानु | 5:53 |
6. | "पापा मैं पापा बन गया" | अभिजीत, अनुराधा श्रीराम, शंकर महादेवन | 5:48 |
7. | "पत्नी पति के लिए" | शंकर महादेवन | 5:35 |
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करेंवर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2000 | काजोल देवगन | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "BoxOfficeIndia". BoxOfficeIndia. BoxOfficeIndia. मूल से 5 अगस्त 2015 को पुरालेखित.