हीर रांझा (1992 फ़िल्म)
1992 की हर्मेश मल्होत्रा की फ़िल्म
(हीर राँझा (1992 फ़िल्म) से अनुप्रेषित)
हीर रांझा 1992 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह हर्मेश मल्होत्रा द्वारा निर्देशित और अनिल कपूर, श्री देवी, अनुपम खेर, शम्मी कपूर अभिनीत है। इसे 7 अगस्त 1992 को रिलीज़ किया गया था। यह फिल्म 1766 में लिखी गई पंजाबी कवि वारिस शाह की महाकाव्य कविता हीर रांझा पर आधारित है।[1]
हीर रांझा | |
---|---|
हीर रांझा का पोस्टर | |
निर्देशक | हर्मेश मल्होत्रा |
लेखक | मंगल ढ़िल्लों |
निर्माता | हर्मेश मल्होत्रा |
अभिनेता |
अनिल कपूर, श्री देवी, अनुपम खेर, शम्मी कपूर |
संगीतकार | लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल |
प्रदर्शन तिथि |
1992 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंहीर (श्री देवी) और दीधो (अनिल कपूर) की लोकप्रिय प्रेम कहानी का एक नया संस्करण। दीधो घर छोड़कर हीर के गांव में उसके पिता (शम्मी कपूर) के घर में एक मजदूर के रूप में रहने लगता है। वह खुद को अब रांझा कहता है। हीर और दीधो बचपन के प्रेमी थे, जो पारिवारिक दुश्मनी के कारण अलग हो गए। यह दुश्मनी, कायदो (अनुपम खेर) के कारण वर्षों से बढ़ती जा रही है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अनिल कपूर — रांझा
- श्री देवी — हीर
- अनुपम खेर — कायदो
- शम्मी कपूर — चोचक चौधरी
- पंकज धीर — सुल्तान
- टिन्नू आनन्द — बाबा
- सुषमा सेठ — चौधरी की पत्नी
- मंगल ढ़िल्लों — ज़ायदा
- कुनिका — बीगो
- प्रीती सप्रू — सेथे
- राकेश बेदी — लुडन
- गोगा कपूर — मौजू चौधरी
- सत्येन्द्र कपूर — बाबा
- पेंटल — क़ाज़ी
संगीत
संपादित करेंहीर रांझा | |
---|---|
फिल्म लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा | |
जारी | 1992 |
संगीत शैली | साउंडट्रैक |
लंबाई | 44:39 |
निर्माता | लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल |
संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित है। गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखे गए हैं।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
---|---|---|---|
1. | "आग हवा मिट्टी और पानी" | अनवर | 3:48 |
2. | "अँखियों ने अँखियों से मिलके" | रेशमा | 4:54 |
3. | "दुनिया ने मेरा सब कुछ" | मोहम्मद अज़ीज़, मंगल सिंह | 6:36 |
4. | "गली ना छूटी यार की" | मोहम्मद अज़ीज़, मंगल सिंह | 5:35 |
5. | "जो फूल यहाँ पर हीर" | रेशमा | 1:35 |
6. | "रब ने बनाया तुझे मेरे लिये" | अनवर, लता मंगेशकर | 4:54 |
7. | "रांझा रांझा करते करते" | कविता कृष्णमूर्ति | 6:22 |
8. | "रांझणा वे रांझणा वे" | लता मंगेशकर, अनवर | 4:53 |
9. | "ये पेड़ है पीपल का" | कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़ | 5:57 |
कुल अवधि: | 44:39 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बाइस्कोप: इस फिल्म से शुरू हुआ प्रिया राजवंश और चेतन आनंद की मोहब्बत का अफसाना, हर गाना बेमिसाल". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 4 सितम्बर 2023.