अराविदु राजवंश
विजयनगर साम्राज्य | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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यदुवंशी अराविदु राजवंश हिन्दू धर्म का अंतिम राजवंश था जिन्होंने दक्षिण भारत के विजयनगर पर राज किया था। इस राजवंश स्थापक त्रिमूल देव राय थे ,जो कि राम राय के भाई थे। राम राय जो कि पिछले राजवंश के अंतिम शासक थे। इनकी मृत्यु राक्षसी तांगड़ी में हुई थी। अराविदु राजवंश के परिवार के लोग अपना उपनाम अत्रेया रखते थे। .[1]
शासक
संपादित करेंयदुवंशी अराविदु राजवंश के शासकों की सूची।
- [[आलिया राम राय ]] 1542-1565
- तिरुमल देव राय 1565-1572
- [[श्रीरंग प्रथम ]] 1572-1586
- वेंकट द्वितीय 1586-1614
- श्रीरंग द्वितीय 1614-1614
- रामदेव अरविदु 1617-1632
- [[वेंकट तृतीय ]] 1632-1642
- श्रीरंग तृतीय 1642-1664
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Heras, Henry (1927). The Aravidu Dynasty of Vijayanagara. Studies in Indian History of the Indian Historical Research Institute. Richard Carnac Temple (preface). Madras: B.G. Paul & co., St. Xavier's College, Mumbai. LCCN 44039155. ओसीएलसी 779364. OL 6475823M. 28 फ़रवरी 2014 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 25 December 2014.
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