आनंद आश्रम
आनंद आश्रम 1977 में बनी फिल्म है, जो हिन्दी और बंगाली दोनों में बनी। यह शक्ति सामंत द्वारा लिखित और निर्देशित है। इस फिल्म की कहानी निर्देशक और उपन्यासकार, सैलाजानंद मुखोपाध्याय की एक कहानी पर आधारित है। इसमें अशोक कुमार, उत्तम कुमार और शर्मिला टैगोर ने मुख्य भूमिकाएँ निभाईं। शक्ति सामंत ने अमानुष (1975) के रूप में इससे पहले इन्हीं कलाकारों को लेकर एक और द्विभाषी संस्करण बनाया था। हालांकि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।[1]
आनंद आश्रम | |
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आनंद आश्रम का पोस्टर | |
निर्देशक | शक्ति सामंत |
निर्माता | शक्ति सामंत |
अभिनेता |
अशोक कुमार, उत्तम कुमार, शर्मिला टैगोर |
संगीतकार | श्यामल मित्रा |
प्रदर्शन तिथियाँ |
14 अक्टूबर, 1977 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंडॉ. दीपक (उत्तम कुमार) अपने अमीर पिता, ठाकुर के साथ भारत के एक छोटे से शहर में रहता है। जबकि ठाकुर, दीपक की उनके ही समान किसी अमीर परिवार की महिला से शादी देखना चाहते हैं, उसको आशा (शर्मिला टैगोर) नाम की एक गरीब महिला से प्यार हो जाता है। वह उससे शादी करना चाहता है। ठाकुर नाराज हो जाते हैं और दीपक से उनका घर छोड़ने के लिए कहते हैं कि वह कभी वापस नहीं आये। कुछ महीने बाद, ठाकुर का कर्मचारी, गिरधारी (असित सेन) उन्हें बताता है कि उसे नदी के किनारे एक बच्चा मिला है और वह उसे अपनाना चाहता है। प्रारंभ में, ठाकुर बच्चे से कोई मतलब नहीं रखना चाहता है। लेकिन जब वह पहली बार उसे देखता है, तो वह गिरधारी को उसे अपनाने देता है।
वर्षों बाद, युवा हो चुका वो बालक प्रकाश (राकेश रोशन), गिरधारी और ठाकुर की देखरेख में बड़ा हुआ है और डॉक्टर बनने विदेश चला जाता है। जब वह लौटता है, तो वह एक रासायनिक कंपनी के साथ काम करने का फैसला करता है। उसका किरन (मौसमी चटर्जी) नामक खूबसूरत महिला, उसके पिता और डॉक्टर नामक से मिलना होता है। प्रकाश इस डॉक्टर से हैरान रह जाता है, जो उसे बहुत अच्छी तरह से जानता है। वह चाहता है कि वह केमिकल कंपनी में अपनी नौकरी छोड़ दे, और जहाँ वे रहते हैं, उस छोटे शहर में डॉक्टरी शुरू करें। प्रकाश को यह नहीं पता कि यह डॉक्टर कोई और नहीं बल्कि उसके पिता दीपक हैं। दोनों को ये भी नहीं पता कि ठाकुर क्या कदम उठाएगा जब उसे पता चलेगा कि प्रकाश कोई और नहीं बल्कि उसका पोता है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- अशोक कुमार ― प्रताप नारायण रॉय चौधरी
- उत्तम कुमार ― डॉ. दीपक
- शर्मिला टैगोर ― आशा
- राकेश रोशन ― डॉ. प्रकाश
- मौसमी चटर्जी ― किरन
- उत्पल दत्त ― रसिकलाल
- अनीता गुहा ― चन्द्रमुखी
- असित सेन ― गिरधारी
- प्रेमा नारायण ― कमली
- सी एस दुबे ― मुखिया
संगीत
संपादित करेंसभी गीत इन्दीवर द्वारा लिखित; सारा संगीत श्यामल मित्रा द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "तुम इतनी सुन्दर हो" | के॰ जे॰ येशुदास, प्रीति सागर | 3:55 |
2. | "राही नये नये रास्ता नया नया" | किशोर कुमार | 3:40 |
3. | "तेरे लिये मैंने सबको छोड़ा" | किशोर कुमार | 4:00 |
4. | "सफल वही जीवन है" | श्यामल मित्रा | 3:38 |
5. | "जब चाहे चली आऊँगी" | लता मंगेशकर | 3:48 |
6. | "सारा प्यार तुम्हारा" | आशा भोंसले, किशोर कुमार | 3:52 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Blast from the past: Anand Ashram (1977)". द हिन्दू (अंग्रेज़ी में). 10 सितम्बर 2015. अभिगमन तिथि 12 मई 2019.