ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन
ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू पार्टी); झारखण्ड राज्य में एक क्षेत्रिय राजनितिक दल है। इस दल के संस्थापक निर्मल महतो थे। इसके केन्द्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो हैं। आजसू की स्थापना 22 जून 1986 को ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के बाद की गई थी ।
आजसू पार्टी All Jharkhand Students Union (AJSU) | |
---|---|
संक्षेपाक्षर | आजसू पार्टी |
नेता | सुदेश कुमार महतो |
गठन | 1986 |
गठबंधन | राजग |
राज्यसभा मे सीटों की संख्या |
0 / 245 |
राज्य विधानसभा में सीटों की संख्या |
4 / 81 |
Election symbol | |
भारत की राजनीति राजनैतिक दल चुनाव |
2010 में भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा आजसू पार्टी को झारखण्ड राज्य के लिए क्षेत्रीय दल के रूप में सूचीबद्ध किया। इसका चुनाव चिन्ह केला छाप है।
इतिहास
संपादित करेंआजसू ने 1989 में लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने के लिए आम हड़तालें और अभियान चलाया। 1990 में आजसू पार्टी द्वारा झारखंड एकता पदयात्रा निकाली गई, जिसने 15 दिनों में 600 किलोमीटर पदयात्रा किया। हालांकि, 1990 तक आजसू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के चुनाव चिन्ह पर बिहार राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा। वर्तमान में, आजसू अपने चुनाव चिन्ह से चुनाव लड़ती है।
2004 के लोकसभा चुनाव में आजसू को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन किया गया था। झारखण्ड विधानसभा चुनाव, 2005 से पहले, आजसू ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिया और लोक जनशक्ति पार्टी के साथ गठबंधन किया।
2005 में, पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो अर्जुन मुंडा सरकार में सुबे के गृहमंत्री थे। इसी पार्टी के चन्द्र प्रकाश चौधरी भी अर्जुन मुंडा सरकार में केबिनेट मंत्री थे। 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी के पांच विधायकों ने चुनाव जीता। 29 दिसंबर 2009 को अध्यक्ष सुदेश महतो ने हेमंत सोरेन सरकार में झारखंड राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। 2011 में हटिया विधानसभा उपचुनाव में आजसू पार्टी उम्मीदवार झारखण्ड विकास मोर्चा (झाविमो) के उम्मीदवार को हराते हुए विधानसभा में पार्टी विधायकों की संख्या छह हुई।
2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले, आजसू ने फिर से भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के साथ गठबंधन किया। भाजपा और आजसू गठबंधन ने कुल 42 सीटें प्राप्त कीं, भाजपा ने 37 और आजसू ने 5 पांच सीटें जीती। पार्टी के पांच विधायकों में, रामगढ़ से चन्द्र प्रकाश चौधरी, टुन्डी से राज किशोर महतो, जुगसलाई से राम चंद्र सहिस, तमाड़ से विकास कुमार मुंडा, लोहरदगा से कमल किशोर भगत ने चुनाव जीता। पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो अपने निर्वाचन क्षेत्र सिल्ली से हार गए। रघुवर दास सरकार में पार्टी विधायक चन्द्र प्रकाश चौधरी केबिनेट मंत्री बने।
2019 के लोकसभा चुनाव में आजसू ने एक सीट जीता, पार्टी के चन्द्र प्रकाश चौधरी ने गिरिडीह निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता। 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में आजसू ने अकेले 53 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन आजसू केवल 2 सीटें ही जीत पाई। सिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से सुदेश महतो ने 20195 मतों से और गोमिया निर्वाचन क्षेत्र से लंबोदर महतो ने 10937 मतों से चुनाव जीता।[1] 2023 में रामगढ़ निर्वाचन क्षेत्र उपचुनाव में आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी ने चुनाव जीता।[2]
उल्लेखनीय लोग
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Jharkhand election result 2019: List of All Jharkhand Students Union (AJSU) winners". zeenews.india.com. अभिगमन तिथि 2023-06-17.
- ↑ "Jharkhand bypoll: AJSU's Sunita Choudhary wins Ramgarh seat, defeats Congress". Hindustan Times (अंग्रेज़ी में). 2023-03-02. अभिगमन तिथि 2023-06-17.