जानी दुश्मन: एक अनोखी कहानी
जानी दुश्मन 2002 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्माण और निर्देशन का काम राजकुमार कोहली ने किया है। ये फ़िल्म इनका आखिरी निर्देशित फ़िल्म है। इसमें अरमान कोहली, मनीषा कोइराला, अक्षय कुमार, सनी देओल, सुनील शेट्टी, आफ़ताब शिवदासानी, सोनू निगम (अभिनेता के रूप में पहली फ़िल्म) और अरशद वारसी हैं। ये फ़िल्म 16 अगस्त 2002 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुआ।
जानी दुश्मन | |
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जा दुश्मन का पोस्टर | |
निर्देशक | राज कुमार कोहली |
लेखक | के. के. सिंह (संवाद) |
निर्माता | राज कुमार कोहली |
अभिनेता |
अतुल अग्निहोत्री, राजबब्बर, रजत बेदी, सनी देओल, शरद कपूर, मनीषा कोइराला, अक्षय कुमार, आदित्य पंचोली, पायल, अमरीश पुरी, रंभा, मोहिनी शर्मा, सुनील शेट्टी, आफ़ताब शिवदेसानी, सिद्धार्थ, अमन वर्मा, अरशद वारसी |
संगीतकार |
आनंद-मिलिंद आनन्द राज आनन्द |
प्रदर्शन तिथियाँ |
16 अगस्त, 2002 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कहानी
संपादित करेंदो इच्छाधारी नाग-नागिन, कपिल (अरमान कोहली) और वसुंधरा (मनीषा कोइराला) एक दूसरे से प्यार करते रहते हैं। एक दिन उनके गलती से एक साधू की तपस्या भंग हो जाती है, जिससे वो गुस्से में शाप दे देता है, जिससे शाम सुरज ढलते साथ वसुंधरा की मौत हो जाती है। कपिल उस साधु से क्षमा मांगता है और उसके इतने प्रयास को देखते हुए वो उसे बताता है कि वसुंधरा का अगला जन्म कई सालों के बाद होगा।
कई सालों के बाद वसुंधरा का जन्म दिव्या के नाम से होता है। एक दिन उसे किसी के बुलाने की आवाज सुनाई पड़ती है और वो उस आवाज के पीछे खींची चले जाती है। वो पेड़ के पास जाती है और उसके बाद कपिल उससे बात करता है, और उसे मणि छूने को बोलता है, मणि के छूते साथ ही उसे अपना पिछला जन्म याद आ जाता है।
अगले दिन राजेश (रजत बेदी) को पता चलता है कि अतुल अग्रवाल (अक्षय कुमार) के पार्टी में दिव्या भी आ रही है, और वो अपनी आवाज बदल कर दिव्या को फोन करता है और उसे एक टूटे हुए किले में बुलाता है। दिव्या को लगता है कि उसके दोस्तों ने ही उस टूटे किले में पार्टी रखने का सोचा है, इस कारण वो आ जाती है। टूटे किले में उसे राजेश और मदन ही मिलते हैं, जो उसे अकेला पा कर उसके साथ बलात्कार करते हैं, जिसके बाद वो ख़ुदकुशी कर लेती है और उन सभी को इसका दोषी मानती है।
तभी कपिल वहाँ आ जाता है और वो उससे उसके ख़ुदकुशी करने का कारण पता करता है। दिव्या मरने से पहले उन सभी को दोषी बताती है और उसके बाद उसकी मौत हो जाती है। कपिल उन सभी से बदला लेने का फैसला करता है, और उसी दिन वो दिव्या के मौत के असल दोषियों, मदन और राजेश को मार देता है, पर इस बात से बेखबर की बाकी लोग निर्दोष हैं, वो उन सभी को दोषी समझ कर एक-एक कर के उन सभी को मारने लगता है।
एक के बाद एक अपने दोस्तों को मरता हुआ देख कर विवेक सक्सेना (सोनू निगम) डर जाता है और अपने बड़े भाई करन सक्सेना (सनी देओल) को फोन करता है। वो उसे बचाने के लिए आ जाता है। अंत में करन और कपिल के बीच लड़ाई होती है। जिसके बाद करन उसे मार देता है और उसके मरने के साथ ही कपिल और वसुंधरा एक हो जाते हैं।
कलाकार
संपादित करें- सनी देओल — करन सक्सेना
- अरमान कोहली — कपिल इच्छाधारी नाग
- मनीषा कोइराला — वसुंधरा इच्छाधारी नागिन / दिव्या
- अक्षय कुमार — अतुल अग्रवाल
- सोनू निगम - विवेक सक्सेना
- सुनील शेट्टी — विजय
- आफ़ताब शिवदेसानी — प्रेम श्रीवास्तव
- अरशद वारसी — अब्दुल
- रजत बेदी — राजेश
- आदित्य पंचोली — अशोक
- राजबब्बर — जोसेफ
- अमरीश पुरी — साधु
- जसपाल भट्टी —
- दिनेश हिंगू —
- शरद कपूर — विक्टर
- अली ख़ान
- शहबाज़ ख़ान — राजू
- किरन कुमार — पुलिस इंस्पेक्टर
- जॉनी लीवर — परवाना
- राजू मवानी
- रज़ा मुराद
- गैविन पैकर्ड
- पायल
- रंभा — नीता
- मोहिनी शर्मा
- सिद्धार्थ — मदन
- उपासना सिंह
- अतुल अग्निहोत्री —
- अमन वर्मा — टीवी शो होस्ट
संगीत
संपादित करेंक्र॰ | शीर्षक | गीतकार | संगीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "आजा आजा" | समीर | आनंद-मिलिंद | अलका याज्ञिक, उदित नारायण | 6:55 |
2. | "जानेमन तू खूब है" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | सोनू निगम, सुनिधी चौहान | 5:38 |
3. | "रूप सलोना तेरा देख के" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | सोनू निगम, देवेन्द्र सिंह, पूर्णिमा, हैरी आनन्द | 6:27 |
4. | "चल कुड़िये" | समीर | आनंद-मिलिंद | जसपिंदर नरूला, सोनू निगम | 4:48 |
5. | "इश्क जुनून है" | समीर | आनंद-मिलिंद | सोनू निगम, अलका याज्ञिक | 6:40 |
6. | "जिंदगी में तुझपे" | समीर | आनंद-मिलिंद | अलका याज्ञिक | 2:01 |
7. | "जावेद भाई सो रे ले" | नितिन राईकवर | संदीप चोटा | सोनू निगम | 5:18 |