जोवाई
जोवाई (Jowai) भारत के मेघालय राज्य के पश्चिम जयन्तिया हिल्स ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। जोवाई तीन ओर से मिन्तडू नदी द्वारा गिरा हुआ है और 1,380 मीटर की ऊँचाई पर बसा हुआ है।[1][2][3]
जोवाई Jowai | |
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जोवाई की थाड्लस्केइन झील | |
निर्देशांक: 25°27′N 92°12′E / 25.45°N 92.20°Eनिर्देशांक: 25°27′N 92°12′E / 25.45°N 92.20°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | मेघालय |
ज़िला | पश्चिम जयन्तिया हिल्स ज़िला |
शासन | |
• विधायक | वैलादमिकी श्यल्ला (एनपीपी) |
• सांसद | विंसेंट पल (कांग्रेस) |
ऊँचाई | 1380 मी (4,530 फीट) |
जनसंख्या (2001) | |
• कुल | 28,430 |
भाषा | |
• प्रचलित | प्नार, खासी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 793150 |
दूरभाष कोड | +91-3652 |
वाहन पंजीकरण | ML-04 |
जलवायु | उष्णकटिबंधीय |
विवरण
संपादित करेंयह प्नार जनजाति का गृहस्थान भी है। इनके अवाला यहां वार और भोई जनजातियां भी रहती हैं। यह शहर तीन ओर से मिण्टडू नदी से घिरे हुए पठार पर स्थित है और दक्षिणी ओर भारत- बांग्लादेश सीमा (लगभग ५० किमी दूर) से लगता है। सागर सतह से १३८० मी की ऊँचाई के कारण जोवाई में हल्के गर्म सुखदायी ग्रीष्म ऋतु और ठण्डी से अति-शीतल शीत ऋतु होती है। अपने जिले का यह महत्त्वपूर्ण व्यावसायिक एवं शिक्षा केन्द्र है। यहां जिले भर से एवं निकटवर्ती असम एवं बांग्लादेश से शिक्षार्थी आते हैं। यहां विद्यालय, अस्पताल, डाकघर आदि जैसी अनेक सुविधाएं सुलभ हैं। यहां के मूल एवं मुख्य निवासी जयंतिया जनजाति में भी निकटवर्ती खासी लोगों की ही भांति मातृवंशी समाज व्यवस्था है जिसमें घर की पुत्री को ही घरेलु सम्पत्ति पर स्वामित्त्व मिलता है।
जनसांख्यिकी
संपादित करेंजोवाई नगरपालिका जयन्तिया हिल्स जिले के थाड्लास्केइन ब्लॉक में स्थित है। नगर १३ वार्ड्स में बंटा हुआ है जहाम प्रत्येक ५ वर्ष में आम चुनाव होते हैं। वर्ष २०११ की जनगणानुसार नगर में कुल ४९४२ परिवार रहते हैं और कुल जनसंख्या २८,४३० है जिसमें १३,६७५ पुरुष एवं १४,७५५ स्त्रियां हैं। इस प्रकार यहां का औसत लिंगानुपात १,०७९ है। ६ वर्ष तक के बच्चों की संख्या ३,८५७ है जो कुल जनसंख्या का १४% है। यहां १९५८ पुरुष एवं १८९९ महिला बच्चे हैं। अतः बाल लिंगानुपात ९७० है जो औसत लिंगानुपात (१०७९) से कम है। २०११ के अनुसार यहां की साक्षरता दर ९१.१% है जो जिले की दर ६१.६% से बहुत ऊपर है। पुरुष दर ९१.८३% जबकि स्त्री दर ९०.४४% है। नगरपालिका के अधीन कुल ४,९४२ घर हैं जिनमें मूलभूत आवासीय सुविधाएं जैसे विद्युत, जल एवं मल-निकास आदि उपलब्ध हैं।
जनसंख्या
संपादित करेंवर्ष २०११ के आंकड़ों के अनुसार यहां के कुछ त्वरित आंकड़े इस प्रकार हैं:
कुल | पुरुष | स्त्रियां | |
---|---|---|---|
बच्चे | 3,857 | 1,958 | 1,899 |
साक्षरता | 91.1% | 78.7% | 78.8% |
अनुसूचित जाति | 102 | 60 | 42 |
अनुसूचित जनजाति | 25,941 | 12,249 | 13,692 |
साक्षर | 6,043 | 2,915 | 3,128 |
जातिगत जनसंख्या
संपादित करेंयहाम की अनुसूचित जातियां जोवाई की कुल जनसंख्या का ०.४% एवं अनुसूचित जनजातियां ९१.२% हैं।
कुल | पुरुष | स्त्रियां | |
---|---|---|---|
अनुसूचित जाति | 102 | 60 | 42 |
अनुसूचित जनजाति | 25,941 | 12,249 | 13,692 |
धार्मिक आंकड़े
संपादित करें२०११ के अनुसार, जोवाई की कुल हिन्दू जनसंख्या १,३५१ है जो कुल जनसंख्या का ४.७५% है। यहां मुस्लिम जनसंख्या २७८ (०.९८%) है।
धर्म | कुल | पुरुष | स्त्रियां | |
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हिन्दू | 1,351 | (4.75%) | 854 | 497 |
मुस्लिम | 278 | (0.98%) | 179 | 99 |
ईसाई | 18,121 | (63.74%) | 8,548 | 9,573 |
सिख | 2 | (0.01%) | 2 | 0 |
बौद्ध | 14 | (0.05%) | 6 | 8 |
जैन | 11 | (0.04%) | 7 | 4 |
अन्य धर्म | 8,575 | (30.16%) | 4,041 | 4,534 |
कोई धर्म विशेष नहीं | 78 | (0.27%) | 38 | 40 |
कार्य आधार पर
संपादित करेंजोवाई में कुल १०,६८४ लोग कार्यरत हैं। इनमें से ८६.८% अपने कार्य को मुख्य कार्य (६ माह से अधिक चलने वाला आय स्रोत) बताते हैं, जबकि १३.२% लोग आंशिक रूप (६ माह से कम चलने वाला जीविका स्रोत से भिन्न) बताते हैं। १०,६८४ में से ३६ कृषक (स्वामी या सह-स्वामी) हैं जबकि २९ कृषि मजदूर हैं।
कुल | पुरुष | स्त्रियां | |
---|---|---|---|
मुख्य कार्य | 9,270 | 5,193 | 4,077 |
कृषक | 36 | 23 | 13 |
कृषि मजदूर | 29 | 18 | 11 |
गृह उद्योग | 47 | 22 | 25 |
अन्य मजदूर | 9,158 | 5,130 | 4,028 |
आंशिक मजदूर | 1,414 | 701 | 713 |
अकार्यशील | 17,746 | 7,781 | 9,965 |
जोवाई के वार्ड्स
संपादित करेंवार्ड एक स्थानीय प्राधिकृत क्षेत्र होता है जो चुनाव के आंकड़ों में गिना जाता है। जोवाई को १३ वार्ड्स में बांटा गया है जो इस प्रकार से हैं:
# | वार्ड | जनसंख्या | साक्षरता | लिंगानुपात |
---|---|---|---|---|
1 | वार्ड सं-१ | 5,312 | 76.7% | 1,061 |
2 | वार्ड सं-२ | 3,667 | 78.4% | 1,128 |
3 | वार्ड सं-३ | 2,126 | 76.6% | 805 |
4 | वार्ड सं-४ | 1,854 | 74.9% | 1,090 |
5 | वार्ड सं-५ | 2,060 | 83.3% | 1,171 |
6 | वार्ड सं-६ | 2,814 | 80.8% | 1,033 |
7 | वार्ड सं-७ | 1,900 | 78.9% | 1,189 |
8 | वार्ड सं-८ | 606 | 86.6% | 1,212 |
9 | वार्ड सं-९ | 860 | 87.2% | 1,150 |
10 | वार्ड सं-१० | 2,860 | 74.4% | 1,089 |
11 | वार्ड सं-११ | 1,329 | 81.9% | 1,208 |
12 | वार्ड सं-१२ | 2,314 | 79.5% | 1,057 |
13 | वार्ड सं-१३ | 728 | 82.4% | 1,154 |
पर्यटन स्थल
संपादित करेंमुख्य नगर में कुछ विशेष पर्यटन सम्बन्धी नहीं है, किन्तु कुछ दूरी पर अवश्य पर्यटक आकर्षण मिलते हैं। नगर में लाओ म्यूसियान्ग बाजार है जो जिले में सबसे पुराना है। इनके अलावा अन्य आकर्षण इस प्रकार हैं:
- सायन्टू क्सियार - मिन्तडू नदी द्वारा सींची गयी एक घाटी है जिसे स्थानीय लोग मैडान मडियाह अर्थात् अंकल का मैदान कहते हैं। यह एक ऐतिहासिक मैदान भी है क्योंकि यहां स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियां भी हुई थीं। आज इस मैदान में कियांग नांगबाह नाम के एक निर्भय स्वंत्रता सेनानी का स्मारक बना हुआ है।
- टायर्ची फ़ॉल्स - जोवाई के केन्द्र से लगभग ८ किमी दूर स्थित एक जलप्रपात है।
- जोवाई प्रेस्बिटेरियन गिरजाघर - जयन्तिया हिल्स में बना सब्से पुराना गिरजा है जिसे वैल्श प्रैस्बिटेरियन मिशन ने १५० वर्ष पूर्व बनवाया था। यह नगर के बाहरी क्षेत्र में ही स्थित है। यह यहां के कुछ ब्रिटिश स्थापत्य नमूनों में से एक है।
- थाड्लस्केइन झील - ्तत्कालीन जयन्तिया शासक के एक अनुयायी साजर नंगली द्वारा खोदा गया एक सरोवर अब एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित है।
- लालोंग पार्क - यह पारिस्थितिकी पार्क हालांकि कुछ विशेष प्रसिद्ध नहीं है किन्तु प्रकृति प्रेमियों के लिये यहां बहुत कुछ है। मिण्टडू नदी की पाइन्थोर घाटी का मनोरम दृश्य इस पार्क से दिखाई देता है।
- नारटियांग मोनोलिथ्स - नारटियांग बाजार के निकट एक ही क्षेत्र में एकत्र एकाश्म (मोनोलिथ्स) पाषाण कलाकृतियों का संग्रह यहाम मिलता है।
आवागमन
संपादित करें- सड़क - जोवाई ७० कि॰मी॰ दूर स्थित राजधानी शिलांग से सड़कमार्ग द्वारा भली भांति जुड़ा हुआ है। जोवाई नगर राष्ट्रीय राजमार्ग 6 पर स्थित है जो असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिज़ोरम एवं मणिपुर के भाग विशेषकर लमका (चूढ़चंद्रपुर) जहां का एकमात्र यात्रा साधन ये राजमार्ग ही है- इन सबसे जुड़ा हुआ है। इस मार्ग से जाने पर रास्ते में कई पठार और सुंदर दृश्यों वाले गांव पड़ते है जो मन मोह लेते है। इस मार्ग पर कुछ बसें भी चलती हैं, किन्तु यात्रियों एवं माल से लदी होती हैं। जिले का सर्वाधिक प्रचलित और सुलभ साधन यहां चलती टाटा सूमो और टाटा इण्डिका यात्री टैक्सी सेवा हैं जो साझे यात्री भाड़े पर चलती हैं। इनके द्वारा शिलांग से जोवाई का किराया २०१८ में १०० रुपये होता है और साथ दिन भर ही बढिया सेवा भी सुलभ रहती है।
- रेल - इनके अलावा यहां कोई रेल मार्ग उपलब्ध नहीं है। यहां का निकटतम सुलभ रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है जो यहां से लगभग १६० कि॰मी॰ दूर स्थित है।
- वायु - निकटतम वायु सेवा राजधानी के शिलांग विमानक्षेत्र से सीमित रूप से मात्र कोलकाता के लिए उपलब्ध है। इसके बाद दूसरा विमानक्षेत्र गुवाहाटी विश्वविद्यालय स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अन्तरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "The Beautiful India - Meghalaya," Syed Amanur Rahman and Balraj Verma, Reference Press, 2006, ISBN 9788184050233
- ↑ "Geographical identity of Meghalaya," D. T. Zimba, Anju Zimba, 1983
- ↑ "Meghalaya, Land and People," Ramamoorthy Gopalakrishnan, Omsons Publications, 1995, ISBN 9788171171460